Daily Writing Challenge : कला
जिंदगी के रंगमंच
पर इंसान अपनी
विविध कलाओ से
तो जिंदा है…
इंसान ने अज़ीब
सी कलाओ में महारत
हासिल की है…
जानवरो के स्वभाव
की कलाओ का भी
इंसान ने भीतर अपने
विकास कर लिया है
वो कभी मगरमच्छ
के आँसू बहाता है
तो कभी गिरगिट सा
रंग बदलता है…
ये भी इँसा की
शानदार कला ही है…!
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©✍️’अशांत’ शेखर
11/11/2022