Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Nov 2022 · 1 min read

Daily Writing Challenge : कला

जिंदगी के रंगमंच
पर इंसान अपनी
विविध कलाओ से
तो जिंदा है…

इंसान ने अज़ीब
सी कलाओ में महारत
हासिल की है…

जानवरो के स्वभाव
की कलाओ का भी
इंसान ने भीतर अपने
विकास कर लिया है

वो कभी मगरमच्छ
के आँसू बहाता है
तो कभी गिरगिट सा
रंग बदलता है…

ये भी इँसा की
शानदार कला ही है…!
……………………………………………//
©✍️’अशांत’ शेखर
11/11/2022

3 Likes · 2 Comments · 278 Views

You may also like these posts

देखिए
देखिए "औरत चाहना" और "औरत को चाहना"
शेखर सिंह
सजल...छंद शैलजा
सजल...छंद शैलजा
डॉ.सीमा अग्रवाल
कोशिशें भी कमाल करती हैं
कोशिशें भी कमाल करती हैं
Sunil Maheshwari
एक देशभक्त की अभिलाषा
एक देशभक्त की अभिलाषा
Sarla Mehta
मेरे हमसफर
मेरे हमसफर
MEENU SHARMA
* हो जाता ओझल *
* हो जाता ओझल *
surenderpal vaidya
बेटी
बेटी
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
महान लोग साधारण लोग होते हैं ।
महान लोग साधारण लोग होते हैं ।
P S Dhami
sp120 कौन सी ऎसी/सच की कलम
sp120 कौन सी ऎसी/सच की कलम
Manoj Shrivastava
"नेमतें"
Dr. Kishan tandon kranti
जब तू मिलती है
जब तू मिलती है
gurudeenverma198
लहूलुहान धरती
लहूलुहान धरती
Mukund Patil
*लू के भभूत*
*लू के भभूत*
Santosh kumar Miri
चाय की प्याली!
चाय की प्याली!
कविता झा ‘गीत’
🚩जाग्रत हिंदुस्तान चाहिए
🚩जाग्रत हिंदुस्तान चाहिए
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
सुबह होने को है साहब - सोने का टाइम हो रहा है
सुबह होने को है साहब - सोने का टाइम हो रहा है
Atul "Krishn"
Right now I'm quite notorious ,
Right now I'm quite notorious ,
Chaahat
सहज गैर के पास
सहज गैर के पास
RAMESH SHARMA
तेरा गांव और मेरा गांव
तेरा गांव और मेरा गांव
आर एस आघात
ईज्जत
ईज्जत
Rituraj shivem verma
अमत्ता घनाक्षरी
अमत्ता घनाक्षरी
seema sharma
साल में
साल में
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
तुम्हारी फ़िक्र सच्ची हो...
तुम्हारी फ़िक्र सच्ची हो...
आर.एस. 'प्रीतम'
तुम ही सुबह बनारस प्रिए
तुम ही सुबह बनारस प्रिए
विकास शुक्ल
"संवाद "
DrLakshman Jha Parimal
परिवर्तन ही स्थिर है
परिवर्तन ही स्थिर है
Abhishek Paswan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
भावात्मक
भावात्मक
Surya Barman
शीर्षक – वह दूब सी
शीर्षक – वह दूब सी
Manju sagar
शम्स' गर्दिश जो यूं ही करता है।
शम्स' गर्दिश जो यूं ही करता है।
Dr fauzia Naseem shad
Loading...