Posts Poetry Writing Challenge-3 250 authors · 5361 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 27 Next Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read केवट राम प्रसंग केवट राम प्रसंग राम सीता बैठे नाव केवट है खिवैया | उतराई तुमसे रघुवर नहीं लेंगे भैया ||टेक|| वनवास को निकले जब राम रधुराई | साथ मे चले है लक्षण... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 32 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read पावन भारत भूमि पावन भारत भूमि पावन धरा अयोध्या की सलीला सरयू धारा | जहाँ अवतरे राम चन्द्रजी भारत देश हमारा ||टेक|| भारत से विष्णु जी का हर जन्मों का नाता है |... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 50 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read शिक्षा का महत्व शिक्षा का महत्व पढ़ना लिखना सिखो मेरे भाई | है जीवन की उसमे भलाई || सोहरत धन दौलत विद्या से आई | हैं जीवन की उसमे भलाई || ®|| *****... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 48 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read परिवार बचाओ (सामाजिक गीत) परिवार बचाओ (सामाजिक गीत) बचाओं परिवार अपना विदेशी संस्कृति से | ना टूटे परिवार पाश्चात्य अभिवृत्ति आने से ||1 हो लगाव संस्कृति से रहे समाज की मर्यादा | करें परवाह... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 44 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read गुरु चरणों मे चारों धाम गुरु चरणों मे चारों धाम (सामाजिक एवंआध्यात्मिक गीत) तर्ज़ --( सांई चरणो मे चारों धाम) ************* गुरु चरणों में चारो धाम गुरु जग मे समाया है | गुरु सदा करे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 73 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read पारिवारिक व्यथा पारिवारिक व्यथा पारिवारिक व्यथा ( आज की हकीकत) *********** पारिवारिक जीवन की अलग दास्ताँ है | माँ बाप से औलाद की अलग रास्ता है || टेक|| बड़े जतन से माँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 54 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read सतगुरु सत्संग सतगुरु सत्संग करले संंगत सतगुरु की भव सागर तर जायेगा | सत्कर्म साथ चलेंगे सब धरा यहीं रह जायेगा |टेक जग में आया नाम कमाया माया की कमी नही |... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 40 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read श्रीराम के चरणों में श्रीराम के चरणों में चरण वन्दना ********* सिर मेरा झुकता रहे श्रीराम तुम्हारे चरणों में | सुबह शाम मेरी गुजरे श्रीराम तुम्हारे चरणों में || तुम घट घट के स्वामी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 37 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read हिना (मेहंदी)( फाल्गुन गीत) हिना (मेहंदी)( फाल्गुन गीत) हिना लगी मेरे हाथ सखी रे , हिना लगी मेरे हाथ | साजन नही मेरे पास सखी रे , हिना लगी मेरे हाथ ||टेक|| सावन का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 43 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read भजले तू जगदीश (भक्ति गीत) भक्त बुलाये दौड़े आये मेरे कृष्ण की रीति , धन दौलत काम न आये लगा कृष्ण से प्रीति || रे मनवा भज ले तू जगदीश, भज ले तू... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 43 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read लूट का माल लूट खसूट कर देश को खाजा, तेरा कानून बजायेगा बाजा | तेरा मोदी बजायेगा बाजा || काम आये ना भाई भतीजा, काम आये ना तेरा आजा | तेरा मोदी बजायेगा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 64 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read हीरा बेन का लाल करती है अरदास ऐ धरती कई हजारों साल | तब होता है जाकर पैदा मोदी जैसा लाल ||टेक|| वर्ष सैकड़ो गुलामी के भारत देश ने देखा | शहीदों के लहू... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 44 Share Monika Yadav (Rachina) 25 May 2024 · 1 min read गमे दर्द नगमे गमे दर्द नगमे मिलता रहा गम- ए दर्द जिंदगी में दर्द में भी गुनगुनाती रही उठता रहा धुआं सीने में और मैं खुद को जलाती रही खुदगर्जी की महफिल में... Poetry Writing Challenge-3 · रचिता की कविताए 2 111 Share Monika Yadav (Rachina) 25 May 2024 · 1 min read अनकहा रिश्ता (कविता) अनकहा रिश्ता काश तुम समझ पाते मेरे रिश्ते की गहराई को मेरे दिल मे तेरी जगह को मेरे उसे आत्मिक प्यार को मेरे उस अपनत्व के भाव को मेरे उस... Poetry Writing Challenge-3 · रचिता की कविताए 5 4 124 Share Dr. P.C. Bisen 25 May 2024 · 1 min read अल मस्त फकीर मै तो अल मस्त फकीरा.क्या दुनियाँ से काम रे | सुबह शाम मै रटते जाऊँ.अपने प्रभु का नाम रे||टेक| आया जग में पुण्य कमाने बस माया मे खोया , बालकपन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 45 Share Mukund Patil 25 May 2024 · 1 min read घायल इन्सान मेरे अंदर भी बसता था कभी एक इन्सान. लेकिन अब मैने पहुचा दिया है उसे स्मशान. अपनो ने की है मेरी इतनी अब तक अवहेलना. के दानव बनकर चाहता हु... Poetry Writing Challenge-3 1 89 Share Mukund Patil 25 May 2024 · 1 min read बलिराजा बलिराजा रे आत्महत्या का नही तेरा ये रास्ता. तेरा जीवन है समरंगण कठीणाईयो से है तेरा वास्ता. क्यू होता हैरान तू क्यों होता है परेशान. अपरिमित है तेरी शक्ती तू... Poetry Writing Challenge-3 1 46 Share Usha Gupta 25 May 2024 · 1 min read माँ की दुआ २०) “ माँ की दुआ “ आ तुझे मैं लड़ना सिखाऊँ ज़िंदगी की जंग जीतना सिखाऊँ॥ आ बताऊँ तुझे, दाना कैसे ढूँढते हैं मुश्किलों में राह अपनी कैसे खोजते हैं... Poetry Writing Challenge-3 2 71 Share Mukund Patil 25 May 2024 · 1 min read सेवा का महिमा सेवा का महिमा परंपार,, धनसंपत्ती हे गौण. प्रकाश है मुल हेतू रवी का, उच्च स्थल महत्त्वहीन. प्रकाश फैला तिमिर मे तू मत रख उच्चस्थल की आस. धनसंपत्ती की मत कर... Poetry Writing Challenge-3 1 40 Share Mukund Patil 25 May 2024 · 1 min read विकृती समाज मे स्थित विकृती का करना चाहिये दहन. लेकिन समाज ही करता है उसका जानबूज कर जतन. जतन करणे से बढता है विकृति का बल. और उससे निर्माण होता है... Poetry Writing Challenge-3 1 59 Share Mukund Patil 25 May 2024 · 1 min read काटे मत बिछाओ किसी के रास्ते पे काटे. ऊन रास्तो के अनगिनत होते है फाटे. क्यूकी उन रास्तो से तुम्हारा भी पड सकता है वास्ता. हो सकता है तब तुम्हारी हालत... Poetry Writing Challenge-3 66 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 2 min read खालीपन क्या होता है?कोई मां से पूछे खालीपन क्या होता हैं? ये किसी बूढ़ी मां से पूछो जो अपने बच्चों से मिलने की आस लगाए दरवाज़े पर बैठे रास्ता निहारती रहती हैं सोचती है क्या ये वही... Poetry Writing Challenge-3 1 88 Share Mukund Patil 25 May 2024 · 1 min read रास्ता पेरो से चलना है या रास्ते से. इसका खुद ही करना चाहिए फैसला. क्यूकी रास्ते पर चलने का हमारा अपना ही लगता है हौसला. रास्ते की मंजिल का कोई निश्चित... Poetry Writing Challenge-3 1 72 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read मेरा कमरा जानता है मेरा कमरा जानता है...... मैं कितनी भी लापरवाह रहूं पर हर चीज को करीने से ही रखूंगी कमरे का कोना कोना बड़े ही प्यार से सजाऊंगी मेरा कमरा जानता है........ Poetry Writing Challenge-3 1 76 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read स्त्री की दुविधा जब कभी मैं किसी के भी माता पिता की बीमारी के बारे में सुनती हूं और जब ससुराल वाले कहते हैं क्या करोगी मायके जाकर जब देखो बीमार हो जाते... Poetry Writing Challenge-3 1 58 Share Ravi Betulwala 25 May 2024 · 1 min read थोड़ा Success हो जाने दो यारों...!! थोड़ा Success हो जाने दो यारों, अपनी कहानी भी सबको सुनाऊंगा, थोड़ा वक़्त लगेगा... पर इसी महफ़िल में लौट कर वापस आऊंगा ! दुनिया की तमाम बंदिशे तोड़कर निकल पड़ा... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 4 4 141 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read पुराने दोस्त वापस लौट आते अगर पुराने दोस्त वापस लौट आते तो फिर से मैं उन सुनहरे पलों को जी लेती बचपन की वो मासूमियत फिर से आ जाती रंगबिरंगी तितलियों को फिर से हम... Poetry Writing Challenge-3 1 66 Share Mukund Patil 25 May 2024 · 1 min read विकास या खच्चीकरण एक समाज का जब किया जाता है उद्धार. तो दुसरे समाज को किया जाता है निराधार. एक समाजका किया जाता है जब उदात्ती करण. तब दुसरे समाजका किया जाता है... Poetry Writing Challenge-3 1 40 Share ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी 25 May 2024 · 1 min read आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं, क्रांतिकारी युवा महेंद्र सिंह कन्नौज को समर्पित: आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं, तुझे कम पड़ेगा। मुझे विश्वास है मेरे भाई, तु मरते दम तक आदिवासी समाज के लिए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 124 Share Ravi Betulwala 25 May 2024 · 1 min read . क्यूँ लोगों से सुनने की चाह में अपना वक़्त गवाएं बैठे हो !! इस खामोश चेहरे के पीछे किसका दर्द छुपाये बैठे हो, आँखों की नमी साफ - साफ कह रही है, तुम ही कह दो सच... कितने धोखे खाये बैठे हो, दिल... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 3 64 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read रूहानी मोहब्बत रूहानी मोहब्बत की दास्तां हैं माँ हर इंसान की पहली मोहब्बत हैं माँ धरा पर ईश्वर का प्रतिरूप हैं माँ पूरे विश्व का एक ब्रह्माण्ड हैं माँ आँखो से छलकता... Poetry Writing Challenge-3 1 73 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 25 May 2024 · 1 min read ये कैसी आज़ादी ? बेड़ियाँ तोड़ने को कहा था- तुम तो घर फूंक बैठी सखी! आज़ादी ज़रूरी थी गलत बंदिशों से - तुम तो रिश्तेदार ही तोड़ बैठी बहन! चाहा था कि कानून की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 65 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 2 min read अब तो सब सपना हो गया गांव जाते ही बचपन की सारी यादें आँखों के सामने आ जाती हैं दादा दादी का प्यार,दुलार दादा जी का मेरा पैर छू कर कहना हमार राजा आ गईल आपन... Poetry Writing Challenge-3 1 54 Share Monika Yadav (Rachina) 25 May 2024 · 1 min read अधूरी तमन्ना (कविता) अधूरी तमन्ना मैंने तो तमन्ना की थी सिर्फ उसकी दोस्ती की मगर मुझे तन्हाई के सिवा कुछ ना मिला मैं वो साज हूं जिसे प्यार कभी मिला नहीं चाहत की... Poetry Writing Challenge-3 · रचिता की कविताए 1 117 Share Mukund Patil 25 May 2024 · 1 min read शेखचिल्ली हर किसी के मन मे बसा होता है एक शेखचिल्ली. नही नही,हर इन्सान मुलत: होता है एक शेखचिल्ली. स्वप्न तो देखता है हमेशा हर एक इन्सान . पर उनमे से... Poetry Writing Challenge-3 1 48 Share Monika Yadav (Rachina) 25 May 2024 · 1 min read क्या हो तुम मेरे लिए (कविता) क्या हो तुम मेरे लिए काश मैं कर पाती मेरी भावनाओं का अनुवाद मेरे दिल में छुपे एहसास जो हो पाते कभी बया की क्या हो तुम मेरे लिए वो... Poetry Writing Challenge-3 · रचिता की कविताए 1 126 Share Seema Garg 25 May 2024 · 1 min read मीत की प्रतीक्षा - *कुकुभ छंदगीत सृजन--* *शृंगार रस--* *मीत की प्रतीक्षा --* ***************************** मीत गुलाबी सुमन खिले हैं,अमिय प्रेम रस घुलता है। छैल-छबीले ओ मन बसिया,पिया-पिया दिल करता है। आ जाओ अब मोरे... Poetry Writing Challenge-3 1 96 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read नज़र नज़र से नज़र मिला के यूँ नज़र से गिर जाओगे हमें पता न था मोहब्बत के हसीन ख़्वाब दिखा के यूँ छन्न से तोड़ जाओगे हमें पता न था जिन्हें... Poetry Writing Challenge-3 2 59 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read दरख़्त पलाश का सुनो...... याद है न तुम्हें वो दरख़्त पलाश का वो हमारी पहली मुलाकात का गवाह..... जब मैं... आप हम हो गए थे हमारा प्यार पलाश के फूलों की तरह खिलने... Poetry Writing Challenge-3 1 67 Share Monika Yadav (Rachina) 25 May 2024 · 1 min read एहसासे- नमी (कविता) एहसासे- नमी माना आज अश्कों में निर है मॉम से पिघल रही हूं मगर आएगा एक दिन वो भी कि एहसास सीने में दफन हो जाएंगे बन जाऊंगी मैं भी... Poetry Writing Challenge-3 · रचिता की कविताए 1 90 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read आंसू किसी की जिंदगी का फ़रमान हैं ये आँसू। तो किसी की मौत का पैग़ाम हैं ये आँसू।। किसी से प्रेम का एहसास हैं ये आँसू। तो किसी की खुशियों का... Poetry Writing Challenge-3 1 96 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read वैभवी विद्या की चाहत है तो विमूढ़ता का नाश कर, विन्रमता की सीढ़ी चढ़ विद्या को प्राप्त कर। पात्रता की आस है तो मां शारदे का ध्यान कर, उसकी अनुकंपा से... Poetry Writing Challenge-3 60 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 1 min read नानी का लालटेन बहुत दिन बाद आज जब मैं अपने ननिहाल गई तो आज भी खूंटी पर टांगा वो लालटेन देखा जिसे नाना जी बड़े ही प्यार से लाए थे नानी के लिए... Poetry Writing Challenge-3 46 Share Shakuntla Shaku 25 May 2024 · 2 min read मासी मम्मा सच ही कहा है किसी ने .... मेरे घर आई एक नन्ही परी..... सच में तुम परी ही तो हो... तुम क्या आई मेरे जीवन में जीवन की दिशा ही... Poetry Writing Challenge-3 88 Share Madhuri mahakash 25 May 2024 · 1 min read जीवन का रंगमंच जीवन का रंगमंच 🌸🌸🌸🌸🌸🌸 बड़ी आसानी से कह देते हैं हम सब तो रंगमंच की कठपुतलियां हैं चलती हुई मात्र कहानियां हैं सब अपने हिस्से का पाठ खेलने आए हैं,... Poetry Writing Challenge-3 102 Share Mukund Patil 25 May 2024 · 1 min read चिंगारी छोटी सी एक चिनगारी बन जाती है शोला.. एक एक इन्सा का जमघट बन जाता है मेला. छोटेसे एक बीज से बन जाता है वृक्ष विशाल. छोटी छोटी चीजो से... Poetry Writing Challenge-3 38 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 25 May 2024 · 1 min read बचपन आओ मिलकर फिर एक बार दिन बचपन के जीते हैं छुपम छुपाई और वही घोड़े बादाम का खेल खेलते हैं जहां कंचे, पतंग या फिर गिल्ली डंडे भी न रहे... Poetry Writing Challenge-3 102 Share Sumangal Singh Sikarwar 25 May 2024 · 1 min read आइना हूं कभी लवों को तो कभी मुस्कुराहट बयान करता हूं, कभी जुल्फों को तो कभी नैन नक्श बयां करता हूं| कभी हंस देता हूं उनकी हंसी को देखकर कभी उनके खूबसूरत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · हिंदी कविता 1 88 Share ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी 25 May 2024 · 1 min read इंसान भी बड़ी अजीब चीज है।। इंसान भी बड़ी अजीब चीज है लोभ लालच भरा गुब्बारा है, काम क्रोध भरा कटोरा है, मोह माया में डूबा जहाज है, वह नश्वर खिलौना है, इंसान भी बड़ी अजीब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 128 Share ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी 25 May 2024 · 1 min read हां अब भी वह मेरा इंतजार करती होगी। हां अब भी वह मेरा इंतजार करती होगी, वहीं सफेद सूट और कानों में बाली पहनती होगी हां अब भी वह मेरा इंतजार करती होगी। बिखरी बिखरी जुल्फें, लाल लाल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 93 Share Previous Page 27 Next