Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 43 Next Arvina 12 Feb 2024 · 1 min read हमसफ़र मेरे हमसफ़र तय किया जीवन का सफर ऐ मेरे प्यारे हमसफ़र जीवन मुल्य के साथ सीढ़ी दर सीढ़ी ऊपर कदम से कदम मिलाकर चलते रहे हमेशा साथ कुछ मीठे कुछ... Poetry Writing Challenge-2 61 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 2 min read पृथ्वी पृथ्वी कहती है युग मानव तुम ही मेरा अस्तित्व अभिमान।। प्रकृति मूक मेरा श्रृंगार चाहत है तेरी बानी रहूँ जननी तू मत कर मेरा परिहास।। मौसम ऋतुएं मेरा भाग्य सौगात... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 168 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 2 min read गांव मैं तेरा गांव ,तेरा ठौर ठाँव छोड़ दिया तूने मेरे पीपल कि छाँव ।! छोड़ दोस्तों के प्यार ,अपनों का विश्वाश का नाम मैं तेरा गांव। कहाँ चला गया ,भीड़... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 104 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read कोई जब पथ भूल जाएं द्वितीय ब्रह्मचारिणी - कोई जब पथ भूल जाये भटक यूं ही जाए मईया तू पथ बतलाए मईया तेरा नेह आशीर्वाद ।। कोई जब पथ भ्रष्ट हो जाये कुछ समझ ना... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 110 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read गांव और वसंत गांव और वसंत - सुन गांव कि गोरी तू बड़ी भोली बहती वासंती वयार अभिलाषा गहराई उफान।। सुन गांव की गोरी हृदय हर्ष सेअनजान तेरी सादगी कोमलता तेरी पहचान।। गाँव... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 125 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read वसंत मनवी मूल्यों के खुशियों का वसंत जब बहती शीतल मंद बयार. कोयल की कू कू महुया कि खूसूब खास।। खेतो मैं हरियाली खुशहाली कि झूमती बाली हर सुबह सूरज युग... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 165 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read हसलों कि उड़ान हौसलों कि उड़ान - जिंदगी जिंदा दिल जागीर नाम कायरों की जन्दगी नही होती चलती फिरती काया बस नाम।। वेबस लाचार असहाय जिंदगी ठौर खोजते, प्राण में निष्प्राण जिंदगी जज्बे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 175 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read मईया का ध्यान लगा माईया का ध्यान लगा लो तुम भक्ति निखर कर लो।। ना काल समय सीमा ना जीवन मृत्यु माईया कि भक्ति मिलती रहे जनम जनम।। माईया का ध्यान लगा लो तुम... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 114 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 2 min read सावन भादो शीर्षक--सावन भादों की बदरिया रचना-- सावन भादों की बदरिया मनभावन लागे।। सावन भादों की बदरिया मनभावन लागे ।। ढंक जाए सूरज, बादल और बारिस जीवन की खुशियां जैसे भावे।। सावन... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 123 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 2 min read युग युवा बुझे तीर में धार नहीं जंग खाई तलवार में मार नहीं जरुरी नहीं सांसो धड़कन का आदमी इंसान जिन्दा हो पुतला भो हो सकता है पुतलों के कदमो की चाल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 130 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 2 min read बचपन और गांव कागज़ कि कस्ती बारिस का पानी गलियों मोहल्लों कि लम्हों कि दरिया ख्वाबों ख़यालों का ही समन्दर् !! सावन कि रिम झिम भीगा वदन सांसों में गर्मी दिल धड़कन कि... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 121 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read दिल कि आवाज दिल दौलत जिंदगी दिल जज्बे का समंदर दिल के उठते जज्बातों कि पहचान ।। जिंदगी दिल की गहराई से उठती लहरे तूफान अरमान की दिल दुनियां कि चाह कि राह।।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 111 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read दिल कि गली दिल की गली में बाहारों की बरखा प्यासी कली पागल हुई नदी सी सागर पिया से मिलने चली।। फुहारों की बरखा दिल पे मुहब्बत की दस्तक बाहारों की तुफा पागल... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 132 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read मुकाम ये मुकाम आ गया है यूं ही राह चलते चलते!। ये मुकाम आ गया है यूँ ही राह चलते चलते।। ईमान है या धोखा मंज़िल हैं या मौका तूफ़ाँ मुश्किलों... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 108 Share Dr. Vaishali Verma 12 Feb 2024 · 1 min read **स्वयं की बात** दूसरों में नुस्क निकालने , यूँ न करो वक्त बरबाद स्वयं का विश्लेषण कर, स्वयं की बात करो।। न चलो टेड़ी चाल, न चलो तुम उल्टी चाल कदम से कदम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 130 Share Poonam Matia 12 Feb 2024 · 1 min read *समृद्ध भारत बनायें* आओ इस शिक्षक दिवस कुछ नया कर जायें, कुछ नया सोचे, कुछ नयी नीति अपनायें| डॉ. राधा कृष्णन के जन्मदिवस को यूँ ही हल्के में सिर्फ़ नाच-गाकर ही न बितायें|... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 6 2 1k Share Jyoti Roshni 12 Feb 2024 · 1 min read तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना है। तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना है अगर हो इजाजत तो मुझे कुछ वक्त यहां बिताना है। बैठना मेरे साथ यूं ही हाथ थामे मेरा फिर हर पल आशिकाना है।... Poetry Writing Challenge-2 2 79 Share Poonam Matia 12 Feb 2024 · 1 min read *राम मेरे तुम बन आओ* राम मिले सीता को जैसे मुझको भी तुम मिल जाओ तोड़ धनुष को वरण करो तुम, राम मेरे तुम बन आओ नहीं मांगती बंगला, गाड़ी, नहीं मांगती मैं सोना कुछ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 6 2 1k Share Aman Kumar Holy 12 Feb 2024 · 1 min read पलटू चाचा राम राज्य की बहार में आगे दिखती हुई हार में पलटू चाचा कुर्सी लेकर, हाय पलट गए बिहार में । टूटा रिश्ता हाय चारा गया, कुर्सी से तेजू बेचारा गया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 130 Share Sapna Arora 12 Feb 2024 · 1 min read 24)”मुस्करा दो” क्यूँ बैठे हो उदास,बीत जाएगा यह आज, कल तुमने देखा,आज सहेजा, कल किसने देखा.. न कोई राज़, न कोई साज़, सुलझ जाएँगे काज। मन को समझा लो,तुम मुस्करा दो…. मुश्किल... Poetry Writing Challenge-2 3 151 Share Dr. Vaishali Verma 12 Feb 2024 · 1 min read *बन्नो की सगाई* 🌹शुरू हुआ नया सफर, प्रवेश हुआ नया हमसफ़र आज हैं मेरी बन्नो की सगाई।। अजी ले आयो ढोल, नाचे गाए धूम मचाएँ।। कर ले बन्नो थोड़ा शृंगार, माथे पर बिंदिया,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 175 Share Neelam Sharma 12 Feb 2024 · 1 min read आया सखी बसंत...! दूर देश क्यों जा बसे? हिय प्राण प्रिय कंत! पल-पल डसती वेदना देह शेष नहीं तंत।। मेंहदी के शुभ रंग लिए आया सखी बसंत। शहरों और गाँवों में छाया सखी... Poetry Writing Challenge-2 · बसंत 1 204 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 12 Feb 2024 · 1 min read ममता का रूप है नारी ममता का रूप है नारी त्याग की मूरत है नारी क्षमा का भंडार है नारी घर की गृहणी है नारी ईश्वर का वरदान है नारी जग की भवानी है नारी... Poetry Writing Challenge-2 · SilentEyes · कविता · नारी 2 146 Share Sapna Arora 12 Feb 2024 · 1 min read 23)”बसंत पंचमी दिवस” बसंत ऋतु का हर्षोल्लास के साथ, बसंत पंचमी दिवस मनाया। सरस्वती माँ का आशीर्वाद,अध्ययन के साथ, ज्ञान का प्रकाश एवम् बुद्धि को बढ़ाया✍🏻 बसंत ऋतु आया। पीली पीली सरसों के... Poetry Writing Challenge-2 1 130 Share Bodhisatva kastooriya 12 Feb 2024 · 1 min read हिदायत है सिफत यह हासिल हमको,कौम के काम आए! न किसी से कोई गिला रखै, न किसी को सताए!! साथ मेरे क्या जाएगा ,है इसका अहसास मुझको? फिर क्यू मुबतिला, देकर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 132 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 12 Feb 2024 · 1 min read 17रिश्तें *रिश्तें* कुछ रिश्ते... बेनाम होते हैं। लेकिन.... बहुत खास होते हैं। अपने न होकर भी..... हमराज होते हैं। एक अपनेपन का.... एहसास होते हैं। दूर होकर भी.... पास होते हैं।... Poetry Writing Challenge-2 1 140 Share Bodhisatva kastooriya 12 Feb 2024 · 1 min read किस किस्से का जिक्र मुझे जीवन मे लाखो रंग दिखे हे! जो दिखे, केवल वो ही रंग लिखे है!! शाश्वत प्रेम केवल मात-पिता का है, बाकी तो स्वार्थ समस्या संग बिके है!! भाई-भावज,पत्नी-पुत्र रिश्ते... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 142 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 12 Feb 2024 · 1 min read 16, खुश रहना चाहिए **खुश रहना चाहिए* जिंदगी है छोटी सी... हर हाल में खुश रहना चाहिए। काम में खुश और... आराम में भी खुश रहना चाहिए। जिसे देख नहीं सकते... उसकी आवाज से... Poetry Writing Challenge-2 1 225 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 12 Feb 2024 · 1 min read 15, दुनिया ख्यालों की दुनिया... ख्वाबों की दुनिया, कितनी हसीन है ये दुनिया। ना किसी के आने का इंतजार... ना किसी के जाने का गम, कितनी रंगीन है ये दुनिया। गमज़दा रहे... Poetry Writing Challenge-2 1 184 Share dr rajmati Surana 12 Feb 2024 · 1 min read गीता केवल ग्रंथ नही गीता केवल ग्रंथ नहीं गीता केवल ग्रंथ नहीं ,कर्म पथ का वाहक है, पवित्रता का आवरण , जीवन का संवाहक है। जीवन में सफलता पाने हेतु मदद करता हमारी, गीता... Poetry Writing Challenge-2 2 73 Share dr rajmati Surana 12 Feb 2024 · 1 min read चाहत बन जाऊं मैं चाहत में तेरी राधा कान्हा बन जाना तुम, सांवरिया मेरे दिल के बन प्यार से अपने रिझाना तुम। प्यार हूं मैं तेरा मुझे ...... कभी कोई ग़म... Poetry Writing Challenge-2 1 143 Share dr rajmati Surana 12 Feb 2024 · 1 min read जीने ना दिया जीने ना दिया कभी वक्त ने तो कभी हालात ने जीने ना दिया, जीने की हियाकत की बहुत पर... जीने ना दिया। लोगों की फितरत से परेशाँ रहा मन अनजाना,... Poetry Writing Challenge-2 2 81 Share dr rajmati Surana 12 Feb 2024 · 1 min read बदनाम गली शहर था मेरा रंगीन बदनाम थी एक गली, करती अनोखे सवाल रहती वहां मनचली। सुबह की खामोशी और रात की चकाचौंध - जिस्म नुमाइश से भीगी वो बदनाम-गली। कौन थी... Poetry Writing Challenge-2 1 77 Share डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय' 12 Feb 2024 · 1 min read ముందుకు సాగిపో.. ఆశయాలతో ముందుకు సాగిపో.. ధర్మ మార్గం తో ముందుకు సాగిపో.. ఆత్మ విశ్వాసం తో ముందుకు సాగిపో.. అలుపెరగని పోరాటం తో ముందుకు సాగిపో.. ఆగదు సమయం.. ఆగదు ప్రపంచం.. ఆగదు జీవితం.. ధర్మం గురించి తెలుసుకో... సత్యం ను పలుకు..... Poetry Writing Challenge-2 · కవిత్వం 1 108 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *अमृता (पंचचामर छंद )* रहे सदैव योग साध्य काम क्रोध मुक्त है। न वासना कहीं दिखे शरीर भोग सुप्त है। धरे विदेह सा शरीर ध्यान में उदारता। प्रिया अमीर भाव... Poetry Writing Challenge-2 2 70 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *चला गया* लोभ जाल फांस में मनुष्य आज कैद है। लालची प्रवृत्ति मारता चला गया।। काम वासना सता रही समग्र लोक को। योग साधना रथी बना चला गया।। क्रोध पाप... Poetry Writing Challenge-2 2 73 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *शिव छंद* प्रीति में पराग है। सौम्य नम्र राग है। सभ्यता शुमार है। दिव्यता अपार है। राग द्वेष मुक्त है। द्रोह दम्भ लुप्त हैं। होम अग्नि पावनी। प्रीति रंग सावनी।... Poetry Writing Challenge-2 2 76 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *प्यार नहीं बाजारू होता (वीर रस)* प्यार नहीं बाजारू होता,यह अनमोल रत्न भंडार। य़ह विक्रय की वस्तु नहीं है,इसकी गाथा भव के पार। य़ह दिल का उद्गार मनोरम,इसकी माया अपरम्पार।... Poetry Writing Challenge-2 2 173 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *श्री माँ सरस्वती जी की वंदना* सरस्वती कृपालु मातृ दिव्य लेख साधिका। कृपा बनी रहे सदा सुलेख रम्य राधिका। चले ममत्व लेखनी विराट व्यास पीठ दो। सुगंधनीय पुष्प वृष्टि से... Poetry Writing Challenge-2 2 136 Share Deepesh Dwivedi 12 Feb 2024 · 1 min read भाव गान चांदनी रात में चुप खड़े थे शजर उनके साए में हम गीत गाने लगे रात मुस्काई और चांद हंसने लगा और सितारे भी सब गुनगुनाने लगे दोनों के हाथ, दिल... Poetry Writing Challenge-2 1 111 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *प्रेम योग* सदैव प्रेम योग का प्रयोग कर चला करो। अतीव प्रिय सुमार्ग पर अनंत तक बढ़ा करो। मधुर मधुर बयार का असीम सुख लिया करो। सनेह दृष्टि भाव में... Poetry Writing Challenge-2 2 75 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *दुर्मिल सवैया* गरजे बरसे न कभी वदरा अपना बस रूप दिखावत है। भयभीत भले करता चलता पर नीर कभी न गिरावत है। चमके दमके बमके घनघोर घुमे वह भाव बनावत... Poetry Writing Challenge-2 2 67 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *सजाओ (मुक्तक)* सजाओ प्रेम को इतना जगत सारा गमक जाये। हृदय में पुष्प की वर्षा चमन का उर महक जाये। उदासी भाग जाएगी मनोहर दृश्य गायेगा। सुनहरा पल सहज चहके... Poetry Writing Challenge-2 2 103 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *हृदय* गुलाबी गमकदार उर हो सभी का। मधुर प्रेम सिंचित हृदय हो सभी का। रहे भेद का अंत कोमल मनस हो। वचन से टपकता कन्हैया सरस हो। सदाचार का पाठ... Poetry Writing Challenge-2 2 53 Share विजय कुमार अग्रवाल 12 Feb 2024 · 1 min read वक़्त जीवन की यात्रा में हर व्यक्ति,यदि खोता है कुछ तो पाता भी है। कभी बुरा वक़्त कभी अच्छा वक़्त,हर व्यक्ति के जीवन में आता भी है।। कौन है अपना कौन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 117 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *रंगीन मन (स्वर्णमुखी छंद )* मापनी: 221 221 221 22 रंगीन मन की यही कामना है। सब के हृदय में मृदुल भावना हो। मिटती दिखे मानसिक वासना हो। रंगीन दिल... Poetry Writing Challenge-2 2 97 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *स्नेह* स्नेह शुद्ध शब्द व्योम अन्तहीन भव्य है। नित्य उर बसा सदैव गीत प्रीत नव्य है।। सिन्धु सा महान दान यज्ञ धर्म नम्रता। स्रोत यह विशाल भाव से बनी विनम्रता।।... Poetry Writing Challenge-2 2 47 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *प्यार दान* ईश ने दिया मुझे सुपात्र के लिए। सत्य सत्व शिष्ट सुष्ठ का भला किया।। पात्र जान ईश ने प्रसाद में दिया। पात्र खोजता रहा बढ़ा चला गया।। पात्रता... Poetry Writing Challenge-2 2 147 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *अमृत ध्वनि छंद* जिसको प्रिय सत्कर्म है,वह मनुष्य प्रिय संत। अमर वही इस जगत में,होता कभी न अंत।। होता कभी न अंत,सहज वह,निर्मल रहता। सत्य धर्म ही,मानव सेवा,मन से करता।।... Poetry Writing Challenge-2 1 47 Share Rambali Mishra 12 Feb 2024 · 1 min read कविता *तेरा रूप* मापनी : 2221 2221 2221 222 *कुल मात्रा भार 27* तेरा रूप मोहक है बहुत ही मस्त लगता है। सारे लोक में अद्भुत मनहरण दिव्य दिखता है।। भाते... Poetry Writing Challenge-2 1 50 Share Previous Page 43 Next