Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 19 Next देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत' 19 Feb 2024 · 1 min read जिंदा रहना सीख लिया है दुख के सागर की लहरों से डटकर लड़ना सीख लिया है तेरे सहारे फिर से मैंने कोशिश करना सीख लिया है। जीने मरने की कसमों की नही रही परवाह कोई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 128 Share देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत' 19 Feb 2024 · 1 min read ग़म का दरिया गम का दरिया धीरे धीरे नस नस मे उतार रहा हूँ तुमसे तो मै हारा ही था खुद से भी अब हार रहा हूँ । लम्हा लम्हा वाकिफ है उन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 52 Share देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत' 19 Feb 2024 · 1 min read कुछ रिश्ते वर्षों गुजर जाते हैं कुछ रिश्ते बनाने में मौसम बदल जाते हैं उनके करीब आने में किस्मत से ये रिश्ते बन भी जाएं तो यारों आशियाने उजड़ जाते हैं इनको... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 100 Share देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत' 19 Feb 2024 · 1 min read सख्त लगता है वो बूढ़ा है बहुत नाजुक फिर भी सख्त लगता है पराये घर को अपनाने में काफी वक़्त लगता है। जिसे देखो वही मेरी मोहब्बत पे नजर रखता है लबों से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 72 Share manjula chauhan 19 Feb 2024 · 1 min read खामोशियों खामोशियों की सदा जब भी हमको आती है, तो इत्मीनान से हम भी सुन लेते है। ये दिल की वो आवाज़ है जिसे, जल्दी अनसुना किया नहीं करते। Poetry Writing Challenge-2 · कोटेशन 1 104 Share देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत' 19 Feb 2024 · 1 min read छोड़कर एक दिन तुम चले जाओगे छोड़कर एक दिन तुम चले जाओगे सारी रस्मे जहां की निभा जाओगे मैं अकेला तुम्हे याद करता रहूंगा मुझसे मिलने कभी तुम आ जाओगे। पहले जैसा नही तुम पे अधिकार... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 60 Share देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत' 19 Feb 2024 · 1 min read अंजाम मुझे ग़म है नही कुछ भी मुझे चिंता तुम्हारी है गुनाहों के सफर में जो जिंदगी तुमने गुजारी है। उसे शिकवा नही कोई क़हर जिस पर तुम्हारा था मगर मैं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 108 Share देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत' 19 Feb 2024 · 1 min read तुम जो रूठे किनारा मिलेगा कहां झूठ का दौर है झूठा हर ठौर है मेरे सच को ठिकाना मिलेगा कहां जब तलक तेरे दिल मे हूँ महफूज़ हूँ तुम जो रूठे किनारा मिलेगा कहां। धूप जलती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 46 Share Shweta Soni 19 Feb 2024 · 1 min read प्रेम प्रेम पूर्णता है,अगर पा सको प्रेम प्राप्तता है,अगर सह सको प्रेम शून्यता है,अगर खो सको प्रेम देवता है अगर गह सको। Poetry Writing Challenge-2 44 Share देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत' 19 Feb 2024 · 2 min read जिंदगी की तन्हाइयों मे उदास हो रहा था(हास्य कविता) जिंदगी की तन्हाइयों मे उदास हो रहा था मैखाने मे बैठा देवदास हो रहा था याद आ रहे थे कुछ बीते हुए पल जिन्होने मचाई थी जीवन मे हल-चल कॉलेज... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 70 Share उमा झा 19 Feb 2024 · 1 min read भारत की --- हो अगर पुष्प खंडित भी कभी, सौरभ न खोना चाहिए, सदि-वदि के राग द्वेष में कांति न खोना चाहिए, जलती है जो अच्युत सी ज्योति, जग जन में भ्रांति न... Poetry Writing Challenge-2 1 67 Share देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत' 19 Feb 2024 · 1 min read तुम जो मिले तो तुम जो मिले तो तुझमें ख़ुद को पाने की इक कोशिश की है। भूल गया मैं ख़ुद को जाने क्या पाने की ख़्वाहिश की है। मेरी खुशी को मैं तरसूँ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 96 Share Shweta Soni 19 Feb 2024 · 1 min read बसंत नहीं होती प्रकृति विधवा कभी, सदैव किया है बसंत ने उसका श्रृंगार सही समय पर आकर। Poetry Writing Challenge-2 52 Share Shweta Soni 19 Feb 2024 · 1 min read किताब किताब, एक सफ़र की तरह, मेरे भीतर उत्साह लेकर आता है और मैं जी लेती हूँ अपना एकाकीपन, किताब, महज़ किताब नहीं है, ये ज़िन्दगी के मसलों को सुलझाने वाला... Poetry Writing Challenge-2 54 Share Shweta Soni 19 Feb 2024 · 1 min read पहचान माता पिता को छोड़कर और त्यागकर अपना शहर छूटी हुई स्मृतियों को आँचल के कोने बाँधकर रोती हुई आँखों से उनको,पीछे मुड़कर, ताककर आगे बढ़ी,अनजान लेकिन आत्मवत ही जानकर तुमने... Poetry Writing Challenge-2 49 Share Shweta Soni 19 Feb 2024 · 1 min read अग्नि परीक्षा सहने की एक सीमा थी अग्नि परीक्षा सहने की एक सीमा थी पति इच्छा लेकिन उसको भी सिय ने कहा नहीं हुई भयभीत कि अग्नि जलायेगी अग्नि को भी चंदन सा था सीता ने गहा Poetry Writing Challenge-2 105 Share Ghanshyam Poddar 19 Feb 2024 · 1 min read कहो तो.......... न खिल पाएं, न खुल पाएं न दे पाएं तुम्हें एक भी फूल होठ बंद ही रहे हमारे हरदम पर रहे हर पल सदा अनुकूल। देखा था तो लगा पा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 102 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 19 Feb 2024 · 1 min read 25 , *दशहरा* हर वर्ष की तरह, फिर... "दशहरा"आया। बुराई पर अच्छाई की , पाप पर पुण्य की जीत का... पाठ पढ़ाया। लेकिन मेरे मस्तिष्क में बार-बार... यही विचार आया, ये अच्छा -... Poetry Writing Challenge-2 90 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read मेरी कल्पना मेरा आसमां तुम ,तुम ही मेरी ज़मी, फिर मुझे किस बात की है कमी । हर दम हर पल साथ है, एक दूजे के खास हैं ,फिर भी न जाने... Poetry Writing Challenge-2 2 117 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read बडी बहन वो मां के जैसी ही तो है उसकी हर डांट वैसे ही तो है । उसकी सीख उसके संस्कार ,कैसे रहना है इस दुनिया में वही तो सिखाती है ,... Poetry Writing Challenge-2 1 195 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read सत्य वो कभी नहीं बदलेगा, वो कभी नहीं हारेगा, चाहे कितनी भी कोशिश कर लो, वो नहीं डरेगा , वो सत्य है वो कभी नहीं छुपेगा। फिर क्यों झूठ प्रपंच में... Poetry Writing Challenge-2 2 78 Share Anil Mishra Prahari 19 Feb 2024 · 1 min read हर हाल में बढ़ना पथिक का कर्म है। हर हाल में बढ़ना पथिक का कर्म है। बढ़ना कहाँ आसान है पथ का ह्रदय पाषाण है, बेशक गड़ेंगे शूल भी होंगी अनेकों भूल भी। फिर भी सतत चलना तुम्हारा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 195 Share Ghanshyam Poddar 19 Feb 2024 · 1 min read चाय ही पी लेते हैं कोई कहां किसी को हमेशा साथ देता है वो तोआप हैं जो बेहिचक पुकार लेते हैं। कोई कहां किसका इंतजार करता है वो तो आप हैं जो बाजार में मिल... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 94 Share Anil Mishra Prahari 19 Feb 2024 · 1 min read राखी की यह डोर। राखी की यह डोर। बाँधा इसने भाई-बहन को धरती प्यारी और गगन को, चाँद - सितारे और बँधा है ज्योति - कलश ले भोर। राखी की यह डोर। भाई-बहन का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 104 Share Srishty Bansal 19 Feb 2024 · 1 min read Please Help Me... "*Dear Time*, _I Want To Change Myself. Please Help Me._ *Dear Situations*, _I Want To Write A Poem. Please Help Me._ *Dear Destiny*, _I Want To Hear Someone. Please Help... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation 1 116 Share Kanchan Khanna 19 Feb 2024 · 1 min read जानते वो भी हैं...!!! बदला मौसम बदले हैं नजारे, जानते वो भी हैं जानते हम भी हैं। कहाँ मिले नदी के दो किनारे, जानते वो भी हैं जानते हम भी हैं।। एक है आशियाँ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 120 Share Pallavi Mishra 19 Feb 2024 · 1 min read *राम का आगमन* नाचे मन का मोर मगन, झूमे धरती और गगन; अवधपुरी में होगा आज सियाराम का आगमन। वो भक्तजनों के प्यारे हैं, वो सभी देव में न्यारे हैं, केवट उनको पार... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 82 Share Pallavi Mishra 19 Feb 2024 · 2 min read *राममंदिर का भूमिपूजन* अवधपुरी में रौनकें हैं रामलला का घर बनेगा - विश्व में जो अलौकिक होगा ऐसा भव्य मंदिर बनेगा - दीपों से धरती सजेगी तारों से अम्बर सजेगा - मंदिर तक... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 105 Share Pallavi Mishra 19 Feb 2024 · 1 min read *परिभाषाएँ* प्रेम -- एक छलावा है, स्व अहं की पुष्टि है, समर्पण का दिखावा है । भावना -- एक सुसुप्त सहचरी है, भौतिकता के निष्ठुर प्रहार से सहमी है, डरी-डरी है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 84 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 19 Feb 2024 · 2 min read पत्रिका प्रभु श्री राम की पत्रिका प्रभु श्री राम की मास चैत्र तिथि थी नवमी था पुनर्वसु नक्षत्र कर्क लग्न में पांच ग्रह थे उच्च स्थान पदस्थ उच्च स्थान पदस्थ चंद्र लग्न में स्वराशि था... Poetry Writing Challenge-2 2 72 Share surenderpal vaidya 19 Feb 2024 · 1 min read * सुन्दर फूल * ** गीतिका ** ~~ सुन्दर फूल जगा देते हैं, मन में प्यार। लेकिन अल्प समय इनका है, जीवन सार। खिला खिला जीवन लाता प्रिय, मन में भाव। किंतु शूल हेतु... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · निश्चल छंद 3 1 114 Share surenderpal vaidya 19 Feb 2024 · 1 min read * बातें मन की * ** गीतिका ** ~~ बातें मन की कह डालो तुम, मन से आज। नहीं रहेगा देखो छुपकर, कोई राज। प्यार भरे शब्दों में होगी, जब फरियाद। बिना बताए कर डालेंगे,... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · निश्चल छंद 2 1 112 Share विजय कुमार अग्रवाल 19 Feb 2024 · 1 min read नई रीत विदाई की बाबुल इस घर के सभी मेरे अपनों का मुझसे तुम प्यार ना छीनो। इस घर की दीपक मैं भी तो हूँ,मुझसे ये मेरा अधिकार ना छीनो।। लड़की का रूप पाया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 184 Share Kanchan Alok Malu 19 Feb 2024 · 1 min read जय भवानी, जय शिवाजी! जय भवानी, जय शिवाजी! वीरो के वीर, शूरवीर शिवाजी। धर्म की रक्षा, न्याय की प्रार्थना, वो हमारे महान स्वामी शिवाजी। धरती पर उतरे, स्वतंत्रता के सपूत, वीरता का प्रतीक, राजा... Poetry Writing Challenge-2 8 6 221 Share Poonam Matia 19 Feb 2024 · 1 min read *निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी निंदिया के झूले में ललना झुला जा। आ जा री निंदिया! आ जा तू आजा। चंदा का अँगना अरु तारों का आँचल, छुप जा ओ ललना ज्यूँ अंखियन में काजल।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · लोकगीत · लोरी 8 5 1k Share Shutisha Rajput 19 Feb 2024 · 1 min read एक हसीन लम्हा ये कहानी है उस वक्त की, जब एक युवा दिल में एक, अजनबी ने दस्तक दी। कैसे भुलाय वो अपनी , मुलाकात के अपसाने। दो दिल होने लगे एक, दूसरे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 84 Share Girija Arora 19 Feb 2024 · 1 min read दिसम्बर की ठंड़ ओढ़ाया तुमने हमदर्दी का कम्बल सौहार्दपूर्ण गर्माहट के संग बाहर हो तो हो दिसम्बर की ठंड़ मूंगफली सी चटकती बातों ने तिल तिल ख्वाहिशें उघाड़ी जिसमें घोल दिए फिर गुड़... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 104 Share Girija Arora 19 Feb 2024 · 1 min read तब बसंत आ जाता है जब मौन के बाग में पक्षियों का कलरव गाता है जब सूने सूने कानों को प्रकृति का संगीत लुभाता है तब बसंत आ जाता है जब पीले पत्तों के रिक्त... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 4 89 Share Girija Arora 19 Feb 2024 · 1 min read ओ चिरैया ओ चिरैया मैंने देखा है तुम्हें एक एक तिनका लाकर घोंसला बनाते रात दिन तपस्या कर अंडों को सेते, बच्चों को बचाते सहमते हुए डर को दृढ़ता में छिपाकर दाना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 116 Share Girija Arora 19 Feb 2024 · 1 min read होटल के कमरे से नैनीताल की झील होटल के कमरे से नैनीताल की झील मचलती दिखती हरदम झिलमिल झिलमिल झील की सतह पर बनते आकार दर्शा जाते हैं मछलियों का विहार एक मछली का निकल कर गोता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 83 Share Shutisha Rajput 19 Feb 2024 · 1 min read बचपन का किस्सा जब बच्चे थे तो हम, दिल के सच्चे थे। बचपन की वो रात सुहानी थी, जब दादी मां सुनाती कहानी थी। न डर था हमें किसी का, क्योंकी हमारे उपर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 81 Share Girija Arora 19 Feb 2024 · 1 min read कैक्टस साथ ही तो उगे थे दोनों पौधे एक को बूंद मिली एक को सूर्य की कर्करी एक नमी से खिल उठा एक दर्द से झुलस गया एक गर्व से महक... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 70 Share Girija Arora 19 Feb 2024 · 1 min read कोशिश चिड़िया ने नन्हें विशाव के उगते परों को सहलाकर बड़े प्यार से समझाया जैसे कभी उसे उसकी माँ ने था बताया कि घोंसले से बाहर की दुनिया आसान नहीं है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 93 Share Girija Arora 19 Feb 2024 · 1 min read पढ़े लिखे बच्चे पढ़े लिखे बच्चे किताबें पढ़ते पढ़ते पढ़ लेते हैं अपने माता-पिता के सपने और होमवर्क पूरा करते करते लग जाते हैं पूरा उन सपनों को करने सपने कभी संकुचित नहीं... Poetry Writing Challenge-2 2 124 Share Girija Arora 19 Feb 2024 · 1 min read मन के घाव ये जो संग्रहालय में बड़ी बड़ी कलाकृतियाँ देख रहे हो न ये वही मन के घाव हैं जो तुमने दिए थे और मैंने सहेज कर रख लिए थे हर टीस... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 93 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 19 Feb 2024 · 1 min read हम शिक्षक गर्व करें हम हैं भारत के शिक्षक हम राष्ट्र संस्कृति सभ्यता के रक्षक हम सभी शिक्षक क्रांतिवीर अशिक्षा मिटाने सदा अधीर समाज में ज्ञान के दीप जलाते बच्चों को नैतिकता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 113 Share Girija Arora 19 Feb 2024 · 1 min read पंखुड़ी गुलाब की सुबह सुबह हवा के साथ उड़ते उड़ते मेरे हाथ जाने कहाँ से आ गई एक पंखुड़ी गुलाब की वातावरण में लिख आई वो पाती सुगंध की आँगन में खेल गई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 73 Share Girija Arora 19 Feb 2024 · 1 min read अपना गम देख कर घबरा गए अपना गम देख कर घबरा गए कितना कम देख कर घबरा गए छुड़ा रही थी ममता आँचल बच्चे स्कूल के गेट पर घबरा गए वो कहानी जीने को मिली है... Poetry Writing Challenge-2 1 134 Share Girija Arora 19 Feb 2024 · 1 min read मोबाइल के बाहर देखो तुम्हें दिखा रही हूँ एक सुंदर संसार मोबाइल के बाहर जिसके डिस्प्ले को नहीं देना पड़ता क्रिस्टल क्लेरिटी का आधार जिसकी ब्राइटनेस के सुबह की ताज़गी दिन की फुर्ती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 48 Share Girija Arora 19 Feb 2024 · 1 min read छलका छलका प्यार मन के पौधे पर उगा एक संसार नदी बनी भावनाएं गीला हुआ व्यवहार संभाले संभला नहीं छलका छलका प्यार सूर्य सा तेज पुंज उतरा मेरे द्वार कोने कोने छा गया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 91 Share Previous Page 19 Next