Ashwani Kumar Jaiswal Poetry Writing Challenge-2 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashwani Kumar Jaiswal 9 Feb 2024 · 1 min read गुमान हम सा न है कोई जमाने में छू न पाएगा कोई मेरा साया गुमान मुझे काबिलियत पर ना काबिल कहां टिक पाया बुलंदी का गुमान रेत मुट्ठी मे कैसे रोकोगे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 88 Share Ashwani Kumar Jaiswal 9 Feb 2024 · 1 min read एहसास मन छाया घनघोर अंधेरा है एहसास नही होता दिन मे उजाले का एहसास ख्वाहिशें न रहीं जुस्तजू खत्म हो गई जिंदा हूं मगर, नही जीने का एहसास खुशी के पल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 115 Share Ashwani Kumar Jaiswal 9 Feb 2024 · 1 min read बदलते रिश्ते टूटता न बदलता रिश्ता खून का दिल से जुड़े इसी श्रेणी मे आते दोस्ती आशिकी दिल हार बैठे भी निभें ता उम्र चाहे छिपते छिपाते कोई रिश्ता खुद नही बदलता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 151 Share Ashwani Kumar Jaiswal 8 Feb 2024 · 1 min read बेटी की मायका यात्रा घड़ियां खत्म हो गई इंतजार की खुशी के पल ठहरेंगे ये एहसास देखते ही आई रौनक चेहरे पर मन खुशी से झूमता ये एहसास हंसते मुस्कुराते बातें करते अपनी कहने... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 93 Share Ashwani Kumar Jaiswal 8 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी समंदर मचल जाते धारायें बदल जाती पराये कहां अपनो की नियत बदल जाती सुंदरता ढल जाती तस्वीरें धुंधला जाती जीवन नही रह जाता सांसे नही चल पाती कड़वी बातें मीठी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 79 Share Ashwani Kumar Jaiswal 8 Feb 2024 · 1 min read सुधार का सवाल है प्यार एक तिलिस्म झूठ फरेब स्वार्थ का ख्याल है विज्ञान मे ये कुछ नही देहाकर्षण मात्र है घनात्मक उर्जा द्वारा ऋणात्मक उर्जा के चारो ओर बुना हुआ जाल है रंग... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 90 Share Ashwani Kumar Jaiswal 8 Feb 2024 · 1 min read सुबह आंख लग गई न जाने क्यों ? आज सुबह आंख लग गई गर्व है खुद पर अरली राइजर हूं घर मे सबसे पहले मै ही उठता हूं सैर को जाता हूं सेहत का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 99 Share Ashwani Kumar Jaiswal 8 Feb 2024 · 1 min read नदी का किनारा मै नदी का एक किनारा दृढ़ पाषाणवत अविचल सशक्त हूं न कि बेसहारा धरा संबल क्यों विकल शांत धीर गहन गंभीर एकटक ताकूं तेरी ओर साथ रहूंगा अंत तक ऐ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 75 Share Ashwani Kumar Jaiswal 7 Feb 2024 · 1 min read सोंच प्यासा था, पानी पियोगे ? आवाज आई, पलट के देखा सज्जन सा दिखने वाला व्यक्ति हां मे सर हिलाया आओ अंदर आ जाओ तेज धूप है धरती भी तप रही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 74 Share Ashwani Kumar Jaiswal 7 Feb 2024 · 1 min read बरसात ओ प्रियतमा ऋतु बरसात आई मनभावन फुहार लाई प्यार ने ली अंगड़ाई आन मिलो मन समाई ओ प्रियतमा पुकारें तुम्हे सजन राह तक रहे नयन सपने संजोये रहे अपने मे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 90 Share Ashwani Kumar Jaiswal 6 Feb 2024 · 2 min read अस्तु मृत्यु का समाचार मिलने के बाद निवास पर इक्कठे हुए लोगों की रोने की आवाजें कुछ ही देर मे बंद हो जाएंगी अंतिम यात्रा के लिए घर से निकलते ही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 57 Share Ashwani Kumar Jaiswal 6 Feb 2024 · 1 min read बी एफ स्कूल गोइंग लड़के ने लड़की से कहा आई एम योर बी एफ लड़की ने पूंछा व्हाट इज बी एफ लड़का हंसते हुए बोला बेस्ट फ्रेंड कालेज गोइंग नवयुवक नवयुवती से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 96 Share Ashwani Kumar Jaiswal 6 Feb 2024 · 1 min read तिरंगा राष्ट्र का गौरव तिरंगा अमूल्य धरोहर तिरंगा आजादी अमृत महोत्सव घर-घर लहराये तिरंगा आन बान शान तिरंगा अपना राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा मान न इसका जाने देंगे देश की अस्मिता तिरंगा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 57 Share Ashwani Kumar Jaiswal 6 Feb 2024 · 1 min read यूज एण्ड थ्रो युवा पीढ़ी जिम्मेदारी से भाग रही युवा पीढ़ी यूज एण्ड थ्रो कल्चर ने कर दिया तबाह समाज के ताने-बाने को बेमानी हो रही विवाह संस्था आजादी मे बाधक ये है एक बंधन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 47 Share Ashwani Kumar Jaiswal 6 Feb 2024 · 1 min read भाभी जी आ जायेगा मिडिल क्लास गृह स्वामिनी होम मेकर कुशल गृहणी प्रमुख गृह कार्य ब्रुमिंग माॅपिंग बर्तन कपड़े फोल्डिंग डस्टिंग ‘अतिरिक्त’ और भी बहुतेरे पति बच्चों के लिए अल-सुबह से आधी रात चकरघिन्नी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 78 Share Ashwani Kumar Jaiswal 6 Feb 2024 · 1 min read हे ईश्वर हे ईश्वर कहीं जिद पूरी कहीं जरूरत अधूरी कहीं सुगंध नही कहीं जीवन कस्तूरी हे ईश्वर एहसासों के नहीं पांव दिल तक पहुंचते चोट कहीं भी आंसू आंख से निकलते... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 64 Share Ashwani Kumar Jaiswal 6 Feb 2024 · 1 min read अदान-प्रदान आओ बैठो पास मेरे जुबां खामोश शब्दों का आदान-प्रदान वर्जित रहेगा आंखें आंखों से बातें करेंगी पलकों पे एहसास होगा नेत्र-जल प्रेम की गहराई को नापने का पैमाना बनेगा बस... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 100 Share Ashwani Kumar Jaiswal 6 Feb 2024 · 1 min read मैं तुम और हम इकलौता लाडला सभी का दुलारा आंख का तारा न जाने कब तरुणाई से यौवन की दहलीज पे पहुंच गया तुम से टकरा गया शत प्रतिशत बेमेल दिल आ गया भावुकता... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 58 Share Ashwani Kumar Jaiswal 1 Feb 2024 · 1 min read रिश्ते रिश्ते वक्त से हार कर सर झुकाए खड़ा वो खुद को क्या समझे जो निर्वस्त्र हुआ पतझड मे ही परख रिश्तों की होती जो बढ़कर ढांके ईज्जत वो कौन जो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 56 Share Ashwani Kumar Jaiswal 1 Feb 2024 · 1 min read कीमत कोई पूंछ रहा है मेरी जिंदगी की कीमत क्यों पल नही गुजरता जो पल मे गुजर जाती है दर्द का दायरा खुद तक कोई हमदम न रहा इकक्ठे हुये तमाम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 97 Share Ashwani Kumar Jaiswal 1 Feb 2024 · 1 min read यौवन बाटिका का बसंत विचारों का अंधड़ भूलों का पर्वत ठोकरों का समूह ये है यौवन भोगी और विलासी इसी आयु मे बनते लोलुपी व्यभिचारी पतन खड्ड में गिरते ये है... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 152 Share Ashwani Kumar Jaiswal 1 Feb 2024 · 1 min read जियो जी भर छोटी सी जिंदगी सबक बहुत बड़ा रिश्ता रखो सबसे उम्मीद किसी से नही। उम्मीद रखनी है तो रखो खुदा से इंसान बदले कब कि भरोसा नही रोता है रोने दो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 77 Share Ashwani Kumar Jaiswal 1 Feb 2024 · 1 min read कर ले प्यार सुन ऐ यार कर ले प्यार फायदे कई न कर रार न तकरार ऐ मेरे यार गर है प्यार क्या संकोच क्या इंकार होने दे प्यार जगे उमंग उठे तरंग... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 112 Share Ashwani Kumar Jaiswal 1 Feb 2024 · 1 min read अच्छी बात है अच्छी बात है आप खुश हो ये अच्छी बात है आपकी वजह से कोई खुश हो सबसे अच्छी बात है रास्ते समझ आते नही जब समझ आये लौटने का वक्त... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 52 Share Ashwani Kumar Jaiswal 1 Feb 2024 · 1 min read _ऐ मौत_ ऐ मौत दे विश्वास तू अडिग है अटल है निराकार है साकार भी समय की छाती पर बहती उन्मत्त नदी सी ऐ मौत तू ही सच बाकी मिथ्या जिंदगी मिलती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 74 Share