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6 Feb 2024 · 1 min read

हे ईश्वर

हे ईश्वर
कहीं जिद पूरी
कहीं जरूरत अधूरी
कहीं सुगंध नही
कहीं जीवन कस्तूरी

हे ईश्वर
एहसासों के नहीं पांव
दिल तक पहुंचते
चोट कहीं भी
आंसू आंख से निकलते

हे ईश्वर
रोने की वजह न हो
न हंसने को बहाना
उम्रदराज न हों
न पंगु बनाना

हे ईश्वर
जिंदगी न रहे
रिश्ता रखना
साथ न रहे
यादें रखना

हे ईश्वर
हंसने की प्रेरणा हो
मुस्कान अपनी मिलाना
मुसीबत में याद करूं
साथ खडे होना

हे ईश्वर
थक जायें बैठा देना
किसी का सहारा नही देना
खुद और खुदा से बढ़कर
कुछ भी नहीं होना

हे ईश्वर
जो था अच्छा था
जो है बेहतर
आगे जो भी देना
बेहतरीन देना

हे ईश्वर
स्त्री संबंध देना
पारस समान देना
प्रेम ही बन जाये
छुये प्रेम मे पग जाये

हे ईश्वर
हर सुबह भाग्यशाली
हर दिन सुख-शांति
दुआओं से भरा
मंगलमय देना

@ अश्वनी कुमार जायसवाल

Language: Hindi
41 Views
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