Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 53 Next सतीश पाण्डेय 6 Jun 2023 · 1 min read सभ्यता गुम हो गई है **सभ्यता गुम हो गई है कहीं और असभ्य आदमी ढूंढ रहा है उसको बहुत लगन से बाजारों में , थककर, कबाड़ो और बूचड़खानों में आदमी आदमी की टांग खींच ,समय... Poetry Writing Challenge 205 Share Anand Kumar 6 Jun 2023 · 1 min read बिन फ़न के, फ़नकार भी मिले और वे मौके पर डँसते मिले मेरी कलम से… आनन्द कुमार बड़ी अजीब है ये दुनिया, ज़िंदगी में गजब-ग़ज़ब के लोग मिले, मिले तो अपने मिले, या मिलकर लुटते मिले, बिन फ़न के, फ़नकार भी मिले,... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 4 284 Share सतीश पाण्डेय 6 Jun 2023 · 1 min read कुछ घर और हर एक की बात कुछ घर और हर एक की बात पत्नी जो एक बार पति पर तनी तनती ही जाती है उसके तनने की क्रिया पतियों को बहुत भाती है भाने का कारण... Poetry Writing Challenge 264 Share सतीश पाण्डेय 6 Jun 2023 · 2 min read हमको क्या हो गया है चेहरे पर अब वह स्वाभाविक मुस्कान शर्म ,चेहरे की गुलाबी रंगत , जाने कहां गुम हो गई है अब शर्म से,लोग मरते नहीं ज्यादा जिंदा रहते है , वह मस्ती... Poetry Writing Challenge 162 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 5 Jun 2023 · 1 min read रेगिस्तान रेगिस्तान क्या है? दूर- दूर तक विस्तृत रेत ही रेत, पीला सोना ही सोना। सुंदर है बालू के टीले, मनोहर है मृगमरीचिका, दिन में उष्ण रात में शीतल, किरणें करती... Poetry Writing Challenge · कविता 8 4 602 Share Santosh Soni 5 Jun 2023 · 1 min read जीवन कभी गति सा,कभी थमा सा... है सांस घुटती सी हौंसला थका-थका सा, ज़मीं हताश और आसमां झुका-झुका सा। सो गई सारी पगडंडियां पसरी बेशुमार तन्हाईयां अलग-अलग टुकड़ों में बिखरी पड़ी है संवेदनाएं बादलों से गिरी... Poetry Writing Challenge 2 2 522 Share नेताम आर सी 5 Jun 2023 · 1 min read चुनाव फिर आने वाला है। चुनाव फिर आने वाला है, वादे के घोड़े फिर दौड़ने वाला है। कुछ खट्टे कुछ मीठे, कुछ कड़वे झूठ के पुड़िया छुटने वाला है। चुनाव फिर आने . . .... Poetry Writing Challenge · कविता 2 356 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 5 Jun 2023 · 1 min read ओ पृथ्वी ( विश्व पर्यावरण दिवस 🌎 ) ओ पृथ्वी ( विश्व पर्यावरण दिवस 🌎 ) हमारी आँखों में कसमसा रहा है जल ओ पृथ्वी अभी रहेगा तेरा हरापन तेरी कोख में सोया हुआ बीज पौधा भी बनेगा,... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं 3 1k Share Amrita Srivastava 5 Jun 2023 · 1 min read तेरी याद आज फिर तेरी याद सता गई मेरे सांसो से तुम्हारी खुशबु फिर से मुझे महका गई दिल के खाली पड़े मकान में उथल पुथल हो गई वो माथे का चुंबन,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 257 Share Jyoti shrivastava 5 Jun 2023 · 1 min read मुश्किल है दर्दे दिल का हाल छुपाना मुश्किल है। और तुम्हे हर बात बताना मुश्किल है।। राहों में भी कई जयद्रथ ताँक रहे। पनघट पे सज धज इठलाना मुश्किल है।। वैसे तो... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 3 2 341 Share Amrita Srivastava 5 Jun 2023 · 1 min read मेरी माँ संसार का सबसे अमूल्य शब्द है माँ तुने मुझे जन्म दिया सारे दुःख दर्द झेले पर मुझ पर गम का साया तक नहीं पड़ने दिया अपनी ही आँखों की नींद... Poetry Writing Challenge · कविता 3 1 159 Share Jyoti shrivastava 5 Jun 2023 · 1 min read सीख बरगद से 1222 1222 1222 1222 मेरी जब इश्क़ की दीवानगी बढ़ने लगी हद से। मुसलसल दिल हुआ छलनी मुहब्बत में मिलीं ज़द से।। हुनर स्थान खुद ब खुद बना लेता है... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 133 Share Jyoti shrivastava 5 Jun 2023 · 1 min read बारिश में अनुभव सबका अलग-अलग, इस बार रहा है बारिश में। जाने किसके दिल पर कैसा, असर हुआ है बारिश में।। दिनकर की प्रचंड किरणों से, झुलस रही थी जो अब तक।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 2 2 148 Share Jyoti shrivastava 5 Jun 2023 · 1 min read जबसे नैना जबसे नैना लड़ गये हैं राह में अज्ञात से। आँख से ओझल नहीं इक पल हुआ वो रात से।। कर रहा अपमान सबका और मद में चूर है। रब ने... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 137 Share Jyoti shrivastava 5 Jun 2023 · 1 min read बड़ी खस्ता जा हालत किसान की 25 लोकगीत बड़ी खस्ता जा हालत किसान की। खेत और खलिहान की।। मँहगो मिल रहो डीजल खाद। तुषार लगे हैं बाके बाद । कर्जा में हो गए बर्बाद । सबरे... Poetry Writing Challenge · गीत 221 Share Jyoti shrivastava 5 Jun 2023 · 1 min read गीत गीत *ऐसी होती हैं किताबें* रामायण, गीता सी पुजतीं , ऐसी होती हैं किताबें। देह में ढलतीं निखरतीं , ऐसी होती हैं किताबें।। एक तरफ दुनिया का मेला, फिर भी... Poetry Writing Challenge · गीत 121 Share Jyoti shrivastava 5 Jun 2023 · 1 min read जादूगरी आपकी इश्क है या है जादूगरी आपकी। इस कदर दिल में सूरत बसी आपकी।। दौलते हुश्न पर तिल ये दरबान सा। या खुदा खूब कारीगरी आपकी।। धूप में यूँ अचानक ये... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 108 Share Kapil Kumar Gurjar 5 Jun 2023 · 1 min read कविता की रचना कितना कुछ लिखा जा सकता था कितना कुछ बनाया जा सकता था पेंसिल और पन्ने लेकर देश के नक्शे बनाये जा सकते थे किन्तु मैंने नक्शे बनाना उचित नही समझा... Poetry Writing Challenge 1 135 Share Jyoti shrivastava 5 Jun 2023 · 1 min read चाय *गीत* जगत में चाय बड़ी बलवान सुबह चाय और शाम चाय तो चाय का करूं बखान। जगत में चाय बड़ी बलवान।। राम की शक्ति ,न कृष्ण की शक्ति । मन... Poetry Writing Challenge · गीत 1 161 Share Jyoti shrivastava 5 Jun 2023 · 1 min read विनती ये मेरी स्वीकार हो जाए गीत विनती ये मेरी स्वीकार हो जाये मेरे सारे सपने साकार हो जायें, विनती ये मेरी स्वीकार हो जाये। वो जमाना भस्म का था, अब तो पाउडर आ गया। ठंड... Poetry Writing Challenge · गीत 340 Share Jyoti shrivastava 5 Jun 2023 · 1 min read वर्षों पहले मैं मिली थी नेकदिल इंसान से। वर्षों पहले मैं मिली थी नेकदिल इंसान से। उसने मुझको मैंने उसको चाहा था दिल जान से।। हैं निशानी और भी वैसे मेरे महबूब की। आजकल वो होंठ हरदम लाल... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 62 Share Jyoti shrivastava 5 Jun 2023 · 1 min read 9 9 ग़ज़ल 1212 1212 1212 1212 मिले गुरु वशिष्ठ राम नाम दिव्य हो गया। जो भेद द्रोण ने किया तो एकलव्य हो गया।। कि राम बनके देखिये गा राम के... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 84 Share Jyoti shrivastava 5 Jun 2023 · 1 min read माँ माँ माँ क्रोधित हैं,छोड़ दिये सोलह श्रंगार। लेके आयी हैं मैया, अब चंडी अवतार।। नौ दिन कन्या को माँ रूप माना। दसवे ही दिन से फिर तांके जमाना। जब बेटी... Poetry Writing Challenge · गीत 1 130 Share Jeewan Singh 'जीवनसवारो' 5 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण प्रतिभाग बोला एक बीज एक दिन क्या मुझे मिट्टी में बोओगे ! तुम तो व्यस्त हो लगते.... क्या जमीन पर बिखेरोगे ! समय नही?कोई बात नही.... मैं खुद ही उग आऊंगा... Poetry Writing Challenge · कविता 3 2 427 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 2 min read भगत सिंह तुम्हे फिर से आना होगा, भगत सिंह तुम्हे फिर से आना होगा, आज़ादी का बिगुल फिर बजाना होगा।। अब बात नही बनेगी तुम से अकेले, राजगुरु सुखदेव को संग लाना होगा ।। अंग्रेजो से तो... Poetry Writing Challenge · कविता 167 Share रामनारायण कौरव 5 Jun 2023 · 1 min read पानी याद दिला रहा नानी पहले नदी पहाड़ खेल था पर अब है क्रिकेट स्टेच्यू और चूहा बिल्ली, सब चढ़ गए इसकी भेंट। पहले पानी भू तल पर था, अब हुआ है कोसों दूर, पेड़... Poetry Writing Challenge · कविता 121 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 2 min read पिता पिता *** पिता नहीं परमेश्वर कहो जीवन का आधार है जो ! शाखा फूल पत्तिया हम, जीवन का करतार है वो !! दुःख में सुख की छाया बन कष्टो का... Poetry Writing Challenge · कविता 308 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read माँ क्या होती है माँ क्या होती है *** *** *** किसी ने पूछा मुझसे माँ क्या होती है मैंने कहा मुझे पता नहीं क्या होती है जो मैंने जाना और समझा है अब... Poetry Writing Challenge · कविता 206 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read मुझको मेरा हक दो मुझको मेरा हक दो *** *** *** मुझको मेरा हक दो पापा, बहुत कुछ कर दिखलाऊँगी ! लेने दो खुली हवा में सांसे, बेटे से ज्यादा फर्ज निभाऊंगी !! उड़ने... Poetry Writing Challenge · कविता 387 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read प्रेम प्रेम *** जिसका प्रदर्शन हो, वो प्रेम नहीं, नयनों से दर्शन हो, वो प्रेम नहीं !! ! जो हम-तुम करते है, प्रेम वो नही, जो मन मे विचरते है, प्रेम... Poetry Writing Challenge · कविता 193 Share सतीश पाण्डेय 5 Jun 2023 · 1 min read मां की छाती नंगी मत कर हरे दरखत काट दिए बेशर्मी लाद कर बचे नहीं शजर, कुछ तो रहम कर मां की छाती नंगी मत कर,रहने भी दे कुछ हरी घास। मान जा ,मान जा नव... Poetry Writing Challenge 400 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read चाँद ।। चाँद ।। चाँद को नजर लगाता चाँद, नूर को चमक दिखाता चाँद !! कैसे करूँ इस पर भरोसा मैं, झूठ को असल बताता चाँद !! मैं भी टुकड़ा हूँ... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 116 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read हर मुश्किल का हल मिलेगा, कविता ******* हर मुश्किल का हल मिलेगा, *** हर मुश्किल का हल मिलेगा, आज नहीं तो कल मिलेगा ! रखे राम सा धीरज मन में पड़े भटकना चाहे वन में... Poetry Writing Challenge · कविता 216 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read क्षणिकाएं क्षणिकाएं (१) आधे अधूरे से उपजे तुम आधे अधूरे से खिले हम जैसे मिटटी में बीज मिला मिलकर पूर्ण हो गए हम !! (२) चहुँ और शोर है विज्ञान का... Poetry Writing Challenge · कविता 179 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ ***** चेहरे का नूर लबों की मुस्कान होती है बेटियाँ, एक बाप के लिए सारा जहान होती है बेटियाँ ! सिर्फ जिम्मेदारी का बोझ नहीं ढोती बल्कि, आत्मीय की... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 106 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read लोग समझदार हो गए, मेरे घर के सभी लोग समझदार हो गए, मुझे छोड़ बाकि सब मुलजमात हो गए ! मैं ही शामिल हूँ नकारो की फेहरिश्त में, वरना सब मेहनतकश जिम्मेदार हो गए... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 104 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read बदलाव के लिये बदलाव का होना जरुरी है माना के बदलाव के लिये बदलाव का होना जरुरी है ! पर क्यों इसमें आमजन को ही फ़ना होना जरूरी है !! ! क्यों नही जलते शोलो में हाथ आग... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 99 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read चिड़िया रानी ………..बाल कविता चिड़िया रानी ………..बाल कविता ***** सुबह सवेरे वो आती है मुझको रोज जगाती है सुर में जब वो गाती है मुझको बहुत लुभाती है अजब गजब उसकी भाषा अजब गज़ब... Poetry Writing Challenge · कविता · बाल कविता 277 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read रावण बदल के राम हो जायेंगे रावण बदल के राम हो जायेंगे खुली अगर जुबान तो किस्से आम हो जायेंगे। इस शहरे-ऐ-अमन में, दंगे तमाम हो जायेंगे !! न छेड़ो दुखती रग को, अगर आह निकली... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 144 Share राजेश 'ललित' 5 Jun 2023 · 1 min read सुबह का भूला सुबह का भूला -------------- सुबह ही, का घर से निकला। भूल गया, घर का रास्ता। घर था जहां, नहीं है वहां, भटक गया, मैं या घर।। कभी इधर , कभी... Poetry Writing Challenge · कविता 155 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read मातृभूमि का श्रृंगार करो मातृभूमि का श्रृंगार करो आज़ादी के पावन दिन पर, मातृभूमि का श्रृंगार करो देश ध्वजा का संदेश यहीं, वैर भाव का संहार करो।। जो मिट गए, जो खो गए, हाथ... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 192 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read वो घर घर नहीं होते जहां दीवार-ओ-दर नहीं होती, वो घर घर नहीं होते जहां दीवार-ओ-दर नहीं होती, आजकल सच्चाई और उसूलो की कदर नहीं होती ! घर, साज-ओ-सामान का बंटवारा हुआ तो ये जाना, खाली बड़ा दिल रखने... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 276 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण पर हाइकू पर्यावरण पर हाइकू ******* १ ) प्रदूषण से दम तोड़ती धरा, मांगती वृक्ष !! २) जंगल कटे, नित प्रदुषण बढे, समझे कौन !! ३) बहता देख, आँचल पे तेज़ाब, धरा... Poetry Writing Challenge · कविता · हाइकु 247 Share Kapil Kumar Gurjar 5 Jun 2023 · 1 min read प्रेम के समय प्रेम के समय बहुत छोटी हो जाती है यह दुनिया तुम और मैं सिमट कर हो जाते हैं एक 'हम' विज्ञान कहता है ब्रह्माण्ड का विस्तार हो रहा है तुम्हारे... Poetry Writing Challenge 280 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 5 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण पर्यावरण संरक्षण संकल्प ------------------------------- आज सभी संकल्प करें, निर्मलता को अपनाएं, संरक्षित कर वृक्ष, नीर को, पर्यावरण बचायें ! मेरी अचेचता से कोई जीव दुखी ना होएं, औरों को भी... Poetry Writing Challenge · कविता 2 312 Share Aarti Ayachit 5 Jun 2023 · 1 min read शीर्षक-"मेरा घर"(15) घर होवे घर जैसा न हो उसमें नफरत की दिवारें खिलती रहें सदा फूलों की बहारें परिवार में हर सुख-दुख बांटे सब मिलकर ऐसा ही है प्यारा मेरा घर बना... Poetry Writing Challenge 3 394 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 Jun 2023 · 1 min read जिनसे जिंदा हो,उनको कतल न करो अब दिखने लगा है, मेरी हिमाकतों का असर। पर्यावरण को मिटाने का हस्र!!! ऐसे चलता रहा तो न होगी वसर।। मौसम बदलने लगे,आ रहे ज़लज़ले गर्मीयों में धड़ाधड़ ओले पड़े।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 3 640 Share Kapil Kumar Gurjar 5 Jun 2023 · 1 min read पत्थर पर प्रेम एक दिन अल-सुबह मैंने अख़बार में पढ़ा मोहनजोदड़ो की खुदाई में मिला है पत्थरों पर कुछ लिखा हुआ जो पचास सदियों बाद भी ज्यों का त्यों छपा हुआ है पत्थर... Poetry Writing Challenge 1 115 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 Jun 2023 · 1 min read हूं तो इंसान लेकिन बड़ा वे हया अंधाधुंध दोहन तुम्हारा किया,तुम कटते रहे न आई दया पंच तत्वों को जहरीला किया, हूं तो इंसान, लेकिन बड़ा वे हया।। Poetry Writing Challenge · कोटेशन 5 195 Share rubichetanshukla 781 5 Jun 2023 · 1 min read #सोचो पेड़ अगर न होते # कहते हैं कि प्रकृति जब जिद पर आती है, तब त्राहि त्राहि मच जाती है। चाहें जितनी हो धन दौलत, सब यहीं धारी रह जाती हैं ।। क्यों छीन रहे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 133 Share Previous Page 53 Next