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305 authors · 6200 posts
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पुष्प
पुष्प
Bharti Das
मेरे छिनते घर
मेरे छिनते घर
Anjana banda
एक कतरा प्यार
एक कतरा प्यार
Srishty Bansal
वो पाठशाला कहाते हैं
वो पाठशाला कहाते हैं
Bharti Das
तन्हां जो छोड़ जाओगे तो...
तन्हां जो छोड़ जाओगे तो...
Srishty Bansal
आशियाना तुम्हारा
आशियाना तुम्हारा
Srishty Bansal
❤️सिर्फ़ तुझे ही पाया है❤️
❤️सिर्फ़ तुझे ही पाया है❤️
Srishty Bansal
मेरा सुकून....
मेरा सुकून....
Srishty Bansal
नहीं हूं...
नहीं हूं...
Srishty Bansal
बहुत देखें हैं..
बहुत देखें हैं..
Srishty Bansal
ये पल आएंगे
ये पल आएंगे
Srishty Bansal
किसान
किसान
Bodhisatva kastooriya
पुलवामा14 फरवरी
पुलवामा14 फरवरी
Anjana banda
कोई चोर है...
कोई चोर है...
Srishty Bansal
गुनाहों की गौद मे पलता रहा इंसान
गुनाहों की गौद मे पलता रहा इंसान
Maroof aalam
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !
Kishore Nigam
मंजूर था
मंजूर था
Shalini Mishra Tiwari
अभी कुछ बाकी है
अभी कुछ बाकी है
Anjana banda
मन की दूरी
मन की दूरी
Shalini Mishra Tiwari
जहन मे सौ सौ बार आया था वो
जहन मे सौ सौ बार आया था वो
Maroof aalam
मसरूफ़
मसरूफ़
Shalini Mishra Tiwari
रात ने खबर दी है
रात ने खबर दी है
Shalini Mishra Tiwari
शिक्षिका
शिक्षिका
Anjana banda
नदी की आत्मकथा
नदी की आत्मकथा
Shalini Mishra Tiwari
उजाले लापता हैं और कोई गवाह नही है
उजाले लापता हैं और कोई गवाह नही है
Maroof aalam
वेदना
वेदना
Shalini Mishra Tiwari
जमीं को थामे रखता हूँ तो हाथों से सितारे जाते हैं
जमीं को थामे रखता हूँ तो हाथों से सितारे जाते हैं
Maroof aalam
अंतर में तुम
अंतर में तुम
Shalini Mishra Tiwari
अस्तित्व
अस्तित्व
Shalini Mishra Tiwari
बदलाव की बयार है __
बदलाव की बयार है __
Rajesh vyas
(1) मैं जिन्दगी हूँ !
(1) मैं जिन्दगी हूँ !
Kishore Nigam
दबाव नही रक्खा
दबाव नही रक्खा
Maroof aalam
कश्तियों के समुंदर मे उतर जाने के बाद
कश्तियों के समुंदर मे उतर जाने के बाद
Maroof aalam
भरी महफिल
भरी महफिल
Vandna thakur
मैं स्वयं को भूल गया हूं
मैं स्वयं को भूल गया हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सुधर जाओ
सुधर जाओ
Vandna thakur
हमने सबको अपनाया
हमने सबको अपनाया
Vandna thakur
मन मे फालतू के सवाल लिए फिरता है
मन मे फालतू के सवाल लिए फिरता है
Maroof aalam
इल्जाम
इल्जाम
Vandna thakur
पतग की परिणीति
पतग की परिणीति
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
चाहत की गर्मी मे जलते क्यों नही
चाहत की गर्मी मे जलते क्यों नही
Maroof aalam
मां, तेरी कृपा का आकांक्षी।
मां, तेरी कृपा का आकांक्षी।
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
अंत समय
अंत समय
Vandna thakur
तूने जो कही थी मन मे वो बात दबी है अबतक
तूने जो कही थी मन मे वो बात दबी है अबतक
Maroof aalam
अंजुली
अंजुली
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
(ब्यंग्य) हमसे दोस्ती कर लिजिए
(ब्यंग्य) हमसे दोस्ती कर लिजिए
नेताम आर सी
बस इतनी सी चाह
बस इतनी सी चाह
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
उधार की जिंदगी
उधार की जिंदगी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
स्वप्न व यथार्थ
स्वप्न व यथार्थ
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मृत्यु प्रेयसी बनी हमारी
मृत्यु प्रेयसी बनी हमारी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
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