Namrata Sona Poetry Writing Challenge 28 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read स्त्री स्त्री स्वतंत्र है , अब इन अर्थों मे कि , देहरी के भीतर दोहरी नही होती एवं मर्यादाऐं लांघ कर अब पूर्ण वीरांगना . निःसंदेह युगान्तर संभव है किन्तु ,... Poetry Writing Challenge 5 136 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read धन्य ये जीवन होगा उल्लास तो तुमने सबसे ले लिया, कभी दुःख किसी का लिया क्या,, अगर हो सके तो इकबार किसी बिखरते प्राण को प्रयास करो जोड़ो कहो पुनः जी जाओ.. मुरझाते पुष्प... Poetry Writing Challenge 2 2 139 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read कुछ बंधन अच्छे होते हैं कुछ बंधन , अच्छे होते हैं,,,, विवशता नही सहज स्वीकार ह्रदय से जीवन का संबल होते हैं,,, कुछ बंधन अच्छे होते हैं,,, जिनमे बंधा होता हैं मन, मन से,,,,, बाधक... Poetry Writing Challenge 2 155 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read श्रृंगार धरा का नव श्रंगारित धरा का भाव नयनाभिराम मंद मंद हिलोर पवन स्वप्न पलक विश्राम, प्रलय सिन्धु का हलाहल भी अब मौन होने को है जलधि लहरियों की क्रीडा भी अब सहज... Poetry Writing Challenge 1 161 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read प्रणय निवेदन प्रीत ह्रदय पर अमिट अंकित अनुबंध नही ये सम्बन्ध है विश्वास का तोरण प्रिये दिल में लगा के रखना ,, नित नया रंग भरे जीवन में प्रेम रंग कभी कम्... Poetry Writing Challenge 2 2 156 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read आलिंगन आलिंगन मृग छोने ने लिपटकर सरल ह्रदय माँ से पूछा माँ, आलिंगन क्या होता है ? दोनो पंजे गर्दन पर रख फेर गाल पर जीभ माँ ने समझाया आलिंगन, ये... Poetry Writing Challenge 3 2 136 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read मौन की भाषा मौन की भाषा क्या तुमने कभी मौन को सुना है , उसकी गहराई को कभी गुना है. क्या मौन की मिठास को चखा है , उसकी व्यापकता पर कभी हाथ... Poetry Writing Challenge 2 183 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read सोलह की उम्र ये जो सोलह की उम्र होती है न बड़ी कमाल की होती है, थोड़ी थोड़ी खट्टी थोड़ी थोड़ी मीठी थोड़ी थोड़ी कच्ची थोड़ी थोड़ी पक्की, अधबुने ख्याल जो दिमाग से... Poetry Writing Challenge 3 275 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read क़िस्सा जज़्बात का है भीनी भीनी रातरानी महकती रही रात भर ... सिरहाने मोगरे की कलियाँ बिखेरती रहीं खूशबू... झिर झिर कर आती चाँदनी गुनगुनाती रही रात भर.... लम्हा लम्हा जुड़ता रहा... पल पल... Poetry Writing Challenge 2 1 178 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read रूह का चांद एक चाँद आसमां मे.... एक चाँद मेरे दिल मे रहता है.. ज़हिन है मेरा चाँद ए क़ल्ब हिस्सा मेरी शख्सियत का, सुकूं देता है तसल्ली देता है.. असास नज़ाफ़त का... Poetry Writing Challenge 2 2 337 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read रोशनी का चुंबन खामोश सी आहिस्ता आहिस्ता सरकती गहरी काली रात... मौन नीरवता के साम्राज्य में बरसों के पसरे पड़े सन्नाटे में लिपटी गहरी काली रात.... पत्तों के फ़ड़कने पर धड़कती छाती से... Poetry Writing Challenge 2 171 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read खामोशी भी बात करती है खामोश मंज़र खूबसूरत इसक़दर, ढलते सूरज का पैगाम सुकून ये सुहानी शाम,, उतर जाना गहराई मे ऐसे निकलो जब ,बिखरो किरणों के जैसे, परिंदे लौट रहे घर को हर कोई... Poetry Writing Challenge 1 249 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read ये जादू होता है उनींदी आँखों में रोज़ ये जादू होता है,,,, नभ पे फैला लाल रंग शनैःशनैः ह्रदय के फर्श पर बिखरता जाता,, आबद्ध इसी में मन का धरातल सौंधेपन से भर जाता,,... Poetry Writing Challenge 1 211 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read फ़रिश्ता बादलों पे लिखा तेरा नाम अक्सर चलते चलते बादलों पे लिखे मेरे नाम में घुल जाता है... बरसता है ज़मी पर, एक रिश्ता बनकर.. जिसका कोई नाम नही.. बिखर जाता... Poetry Writing Challenge 1 162 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read इक शहर ज़िंदा हुआ है *इक शहर ज़िंदा हुआ है* कहीं से इक बात चली है,, कहीं पर जा पहुंची है,, फिर ज़िंदा हुआ है इक शहर,, फिर उसकी मिट्टी महक उठी है,,, खिडकियां खुल... Poetry Writing Challenge 1 203 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read इश्क़ है ज़िंदा आज भी मैं न कहती थी इश्क है ज़िंदा आज भी, बरसों से यादों की संकरी टेढ़ी मेढी गलियों में हाथ थामे चल रहा शांत इश्क है ज़िंदा आज भी,, सदी के... Poetry Writing Challenge 1 160 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read मेरी डायरी के पन्नों पर *मेरी डायरी के पन्नों पर* न जाने कितने चराग़ रोज़ रोशन होते हैं... मेरी डायरी के पन्नों पर.. तन्हा लम्हों में... हर्फ़ों की महफ़िल मे होता है मुसलसल शब ए... Poetry Writing Challenge 1 232 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read मिलना याद रखना अक्षर अक्षर तुमको पढना... कितना तसल्ली देता है, जितना समझती जाती हूँ तुमको उतनी ही अबूझ पहेली तुम... मेघ सदृश बरसते हो बूंद बूंद समा जाते हो रूह मे.... थाम... Poetry Writing Challenge 1 197 Share Namrata Sona 26 May 2023 · 1 min read आज न रोको मुझको आज न रोको मुझको वक़्त के दरिया मे बह जाने दो लम्हा लम्हा साथ लिये लहरों पर गोते खाने दो... अब तलाश खत्म हुई क़तरा क़तरा उम्र मुठ्ठी में भीचें... Poetry Writing Challenge 2 2 118 Share Namrata Sona 24 May 2023 · 1 min read लौट के आओगे जब... तन्हाई में जब खुद से बात होती है अक्सर अश्क बह जाते हैं जो पलकों पे थे रुके रुके से,, माना कि जिंदगी में तेरी हम रखते नहीं मुकाम ख्वाब... Poetry Writing Challenge 2 2 496 Share Namrata Sona 23 May 2023 · 1 min read वो लड़की "वो लड़की" पेड़ के नीचे पहरों बैठी लड़की , देर तलक तने पर लिखे नाम पर उंगलियाँ फिराती लड़की , रुक रुक कर नज़रें घुमाती लड़की , पत्तियां गिन गिन... Poetry Writing Challenge 2 2 210 Share Namrata Sona 22 May 2023 · 1 min read रूह ए आईना आईने से मेरा झगड़ा है दिखाया क्यों उसने मुझे अक्स झूठा , रूह-ए-आईना मेरा दिखला गया हकीक़त , दिल के कोने मे वो दाग़ साफ़ नज़र आता है , वक़्त... Poetry Writing Challenge 3 3 80 Share Namrata Sona 21 May 2023 · 1 min read रिश्तों की दरार कच्ची मिट्टी गूँधकर तूने आकार दिया, आग पर तपा तपा कर फिर उसे शीतल किया, तेरे हाथ मे क्या जादू है तेरा घड़ा ना टूटता है , ना फूटता है,... Poetry Writing Challenge 4 229 Share Namrata Sona 20 May 2023 · 1 min read मुसलसल दर्द पाला है सीने में इस कदर मेहरबां बुझते इश्क़ में यारा जलते रहे आज तक न जाने कहां कब जुदा हो गई राहदारी उसी राह मुसलसल चलते रहे आज... Poetry Writing Challenge 3 2 312 Share Namrata Sona 19 May 2023 · 1 min read क्षितिजोत्सव ❤️"क्षितिजोत्सव"❤️ क्यों रहा रजनी से प्रश्न बारम्बार.. सहचरी तुम स्वप्नों की खड़ी नयनों के द्वार।। मेघ विद्युत अलंकारित विभ्रम मायाजाल.. पंकित हृदय तेरा नही मुकुल कलित सुवास।। धर कर के... Poetry Writing Challenge 4 2 210 Share Namrata Sona 19 May 2023 · 1 min read बूढ़ा बरगद वो बूढ़ा बरगद खड़ा है दृढ़ वर्षों से गाँव की चौपाल पर .... छाँव सबको दे रहा आस्था का प्रतीक बनकर ..... न जाने कितने युग बदले, दिन,रात प्रहर बदले... Poetry Writing Challenge 4 2 242 Share Namrata Sona 19 May 2023 · 1 min read यादों की महफ़िल भीनी भीनी रातरानी महकती रही रात भर ... सिरहाने मोगरे की कलियाँ बिखेरती रहीं खूशबू... झिर झिर कर आती चाँदनी गुनगुनाती रही रात भर.... लम्हा लम्हा जुड़ता रहा... पल पल... Poetry Writing Challenge 3 258 Share Namrata Sona 19 May 2023 · 1 min read इतिहास के शहर अच्छे लगते हैं मुझे इतिहास के शहर, खींचती हैं अपनी तरफ, वो खामोश अट्टालिकाऐं वो मौन पत्थर,, जिन्हें तराशा गया था कभी जतन से... लिखी गई थी जिनपर, प्यार की... Poetry Writing Challenge 3 5 163 Share