Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2023 · 1 min read

श्रृंगार धरा का

नव श्रंगारित धरा का
भाव नयनाभिराम
मंद मंद हिलोर पवन
स्वप्न पलक विश्राम,

प्रलय सिन्धु का हलाहल भी
अब मौन होने को है
जलधि लहरियों की क्रीडा भी
अब सहज होने को है,

भीषण वन ,घन सघन
पीछे छूट रहे हौले हौले
रवि बिंदु मस्तक पर धर
धवल उषा नैनों को खोले,

भोर सलज्ज सकुचाई सी
शनैःशनैः फैला आलोक
कालरात्रि निमग्न समर में
दिव्य प्रकाश पहुंचा इहलोक ,

पुष्प पर गुंजन भ्रमर का
मधुर कोकिला तान
सुमन सौरभ नूतनता का
प्रकृति दे रही अनुपम वरदान,

भर भर कर ,लो आनंद उर में
तज कर कलुष कालिमा को
नतमस्तक स्वीकार करो
युग परिवर्तन की लालिमा को ,

@नम्रता सरन “सोना”

1 Like · 104 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Namrata Sona
View all
You may also like:
माता शबरी
माता शबरी
SHAILESH MOHAN
" मुझमें फिर से बहार न आयेगी "
Aarti sirsat
इसरो के हर दक्ष का,
इसरो के हर दक्ष का,
Rashmi Sanjay
होते यदि राजा - महा , होते अगर नवाब (कुंडलिया)
होते यदि राजा - महा , होते अगर नवाब (कुंडलिया)
Ravi Prakash
!! कोई आप सा !!
!! कोई आप सा !!
Chunnu Lal Gupta
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
"स्मार्ट विलेज"
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी सभी के लिए एक खुली रंगीन किताब है
जिंदगी सभी के लिए एक खुली रंगीन किताब है
Rituraj shivem verma
खुश है हम आज क्यों
खुश है हम आज क्यों
gurudeenverma198
#संबंधों_की_उधड़ी_परतें, #उरतल_से_धिक्कार_रहीं !!
#संबंधों_की_उधड़ी_परतें, #उरतल_से_धिक्कार_रहीं !!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
मत सता गरीब को वो गरीबी पर रो देगा।
मत सता गरीब को वो गरीबी पर रो देगा।
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
‌everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an
‌everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an
Sukoon
बंटते हिन्दू बंटता देश
बंटते हिन्दू बंटता देश
विजय कुमार अग्रवाल
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
चन्द ख्वाब
चन्द ख्वाब
Kshma Urmila
❤️🖤🖤🖤❤
❤️🖤🖤🖤❤
शेखर सिंह
💐प्रेम कौतुक-455💐
💐प्रेम कौतुक-455💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अंदाज़े शायरी
अंदाज़े शायरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*भरोसा हो तो*
*भरोसा हो तो*
नेताम आर सी
मुक्तक -*
मुक्तक -*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
रमेशराज की ‘ गोदान ‘ के पात्रों विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की ‘ गोदान ‘ के पात्रों विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
Mai pahado ki darak se bahti hu,
Mai pahado ki darak se bahti hu,
Sakshi Tripathi
*प्यार का रिश्ता*
*प्यार का रिश्ता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
ओसमणी साहू 'ओश'
पर्यावरण
पर्यावरण
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
जीवन से पहले या जीवन के बाद
जीवन से पहले या जीवन के बाद
Mamta Singh Devaa
जाति  धर्म  के नाम  पर, चुनने होगे  शूल ।
जाति धर्म के नाम पर, चुनने होगे शूल ।
sushil sarna
तू मेरे सपनो का राजा तू मेरी दिल जान है
तू मेरे सपनो का राजा तू मेरी दिल जान है
कृष्णकांत गुर्जर
“ ......... क्यूँ सताते हो ?”
“ ......... क्यूँ सताते हो ?”
DrLakshman Jha Parimal
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - २)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - २)
Kanchan Khanna
Loading...