Ravi Ranjan Goswami Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read खुशी खुशी वो खुशी देता है अपने मन की, मैं खुशी दूँगा उसे उसके मन की । खुश तो होता हूँ फिर डर जाता हूँ , खुशी बड़ा खालीपन छोड़,जाती है... Poetry Writing Challenge 1 74 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read दायरे दायरे अपने दायरे हमने खुद बनाये कुछ हालात ने मजबूर किया , कुछ हम खुद से ठहर गये। पैर हमारे बेड़ियों में जकड़ गये । इनसे अब आज़ाद होना चाहिये... Poetry Writing Challenge 76 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read प्रार्थना प्रार्थना तू किस किस की सुनेगा, बड़ी मुश्किल में होगा । पर तेरे सिवा कौन , मेरी भी अर्ज सुनेगा। सब तुझसे मांग लेते है, मैं क्यों संकोच करूँ !... Poetry Writing Challenge 101 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read हर रोज बदलते मौसम में हर रोज बदलते मौसम में बेचैन हवाएँ चलतीं हैं । तय करना कितना मुश्किल है ! किस ओर हवाएँ चलतीं हैं । राही कब कौन जतन कर ले । धूप... Poetry Writing Challenge 77 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read जब महफिल उठ गयी जब महफिल उठ गयी तो घर याद आया है । किस कामयाबी पर नाज़ करें , ऐसा कुछ किया क्या है ? कुछ करते हैं तो कमाल करते हैं ,... Poetry Writing Challenge 67 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read जाड़े की धूप जाड़े की धूप जाड़े की धूप का आश्वासन और गर्मजोशी ,किसको नहीं भाती। किन्तु शर्माती है ,जाड़े की धूप ,और जल्दी चली जाती है.छोड़ कर ठिठुरन। उद्दंड हुए बादल ,... Poetry Writing Challenge 81 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read सज़ा मिली है तो कोई गुनाह हुआ होगा, सज़ा मिली है तो कोई गुनाह हुआ होगा, समझ नहीं आता ऐसा क्या हुआ होगा । हर कदम फूँक कर रखता है राह में , कितने फरेब खाया होगा इस... Poetry Writing Challenge 70 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read जब दर्द न था, जब दर्द न था, जिंदगी का पता न था । अब लंबी उम्र की दुआ , ख़ौफ़ज़दा करती है । अपनी मर्ज़ी से मैं, न आया, न जाऊँगा । होगी... Poetry Writing Challenge 57 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read यूं तो बहुत कुछ नया है जमाने में यूं तो बहुत कुछ नया है जमाने में पुराने मंजर फिर भी हसीन लगते हैं। दुनिया में कोई कमी नहीं छोड़ी उसने। बस कुछ चीजें यहाँ वहाँ छुपा दीं उसने।... Poetry Writing Challenge 74 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read 1 हद की हद है 1 हद की हद है कितनी हद है? क्या हद, बेहद है? 2 जनता नेता को बनाती है , औऱ नेता जनता को। Poetry Writing Challenge 71 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read हर सुबह सूरज बड़ी उम्मीद से हर सुबह सूरज बड़ी उम्मीद से सौम्य, मुस्कराता हुआ आता है । दुनियाँ देख तमतमा जाता है । आग बबूला हो लौट पड़ता है । शाम अस्ताचल में पहुँच, किसी... Poetry Writing Challenge 61 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read जब से मिला हूँ , जब से मिला हूँ , मैं कहाँ हूँ ? बेखुदी में कह गया दिल की बातें । पहले सा राजदार , मैं कहाँ हूँ ? अक्सर बेखयाल रहता हूँ ,... Poetry Writing Challenge 49 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read वो माँ है वो माँ है हमारी सारी बालाएँ अपने सर लेती है । सब कुछ हम पर वार देती है । उसका कर्ज क्या चुकायेंगे ! इतना करें उसके लिये माँ जब... Poetry Writing Challenge 208 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read हर चीज़ उसे चाहिए फौरन से पेशतर , हर चीज़ उसे चाहिए फौरन से पेशतर , सब कुछ है उसके पास मगर सब्र नहीं है । मायूस हो गया वो खाकर एक ठोकर , न लहू निकला,न छाले... Poetry Writing Challenge 70 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read लाचारी ,बेबसी और मजबूरी लाचारी ,बेबसी और मजबूरी किसी ने जानकर न चुनी । जो इनसे बचे है और हैं खुशी, करके बड़ी बातें उन्हें न करें दुखी । किसी को राहत दे सकें... Poetry Writing Challenge 89 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read दुश्मन भी याद करते हैं और दोस्त भी दुश्मन भी याद करते हैं और दोस्त भी दोनों की मुहब्बत में मसले का फर्क है कोई इसतरह खफा हैं कि कुछ भी नहीं कहता , कोई इसतरह फिदा हैं... Poetry Writing Challenge 67 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read कान्हा कहाँ है गुल ? कान्हा कहाँ है गुल ? फिर सुदामा से मिल । जीवन संग्राम , अर्जुन सा लड़ूँगा , फिर सारथी बन के मिल। करुंगा मन की बातें, फिर दोस्त बन के... Poetry Writing Challenge 2 204 Share Ravi Ranjan Goswami 10 Jun 2023 · 1 min read भूल से भूल हुई हो तो गवारा करले । भूल से भूल हुई हो तो गवारा करले । ज्यादा नहीं हो तो थोड़े में गुजारा करले । धूप में छांव मिल गयी है तो सुस्ता ले । चल पड़ने... Poetry Writing Challenge 218 Share Ravi Ranjan Goswami 10 Jun 2023 · 1 min read हमसे वहन नहीं हुए ,उनके उपदेश भारी थे । हमसे वहन नहीं हुए ,उनके उपदेश भारी थे । ,अर्थ समझ में आते ही वे निरर्थक हो गये। मुसीबतों से डरता कौन है? मगर आयें एक एक करके ही ।... Poetry Writing Challenge 234 Share Ravi Ranjan Goswami 10 Jun 2023 · 1 min read मिट्टी में पला बड़ा है , मिट्टी में पला बड़ा है , जो जमीन से जुड़ा है। हालात क्या बिगाड़ेंगे उसका जो गिर गिर के उठ खड़ा है । Poetry Writing Challenge 78 Share Ravi Ranjan Goswami 10 Jun 2023 · 1 min read सूरज सूरज हर सुबह नयी उम्मीद से मुस्कराता हुआ आता है । वही दुनिया वैसे ही लोग वही हालत देखता है जो तमतमा जाता है । Poetry Writing Challenge 163 Share Ravi Ranjan Goswami 10 Jun 2023 · 1 min read हर तरफ बाज़ार हैं सपनों के ,मत खरीद । हर तरफ बाज़ार हैं सपनों के ,मत खरीद । ये टिकाऊ नहीं हैं ,जल्द टूटेंगे मत खरीद । घबड़ा के यूं न बार बार रास्ते बदल, राह पहचान और यकीन... Poetry Writing Challenge 149 Share Ravi Ranjan Goswami 10 Jun 2023 · 1 min read आईना आईने से फुर्सत हो तो दुनिया देखे , हुस्न मशरूफ़ है तो और क्या देखे । आईने से भी सौ सवाल करता है। वो बड़ी मुश्किल से एतबार करता है... Poetry Writing Challenge 126 Share Ravi Ranjan Goswami 10 Jun 2023 · 1 min read अभिशाप , अभिशाप , मजबूरी , गरीबी । मस्तमौला , फकीर , मलंग । संयोग , वियोग , वेदना , प्रेम । अंधेरी , नींद रात .। Poetry Writing Challenge 52 Share Ravi Ranjan Goswami 10 Jun 2023 · 1 min read वक्त वक्त को मोहलत तो दे दूँ क्या वक्त मुझे मोहलत देगा ? वक्त हर जख्म भर देता है । वक्त सबका साथ कहाँ देता है ! वक्त से उम्मीदें तो... Poetry Writing Challenge 1 74 Share