दुश्मन को दहला न सके जो खून नहीं वह पानी
जिन्दगी में कभी रूकावटों को इतनी भी गुस्ताख़ी न करने देना कि
#drarunkumarshastriblogger
उल्फत अय्यार होता है कभी कबार
आपस की गलतफहमियों को काटते चलो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*श्रद्धा विश्वास रूपेण**"श्रद्धा विश्वास रुपिणौ'"*
तुम्हें कुछ-कुछ सुनाई दे रहा है।
चंदा मामा ! अब तुम हमारे हुए ..
सुन्दर तन तब जानिये,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
माँ वीणा वरदायिनी, बनकर चंचल भोर ।
चार कदम चोर से 14 कदम लतखोर से
*** पुद्दुचेरी की सागर लहरें...! ***
होठों पर मुस्कान,आँखों में नमी है।
हमें दुख देकर खुश हुए थे आप
कुदरत से मिलन , अद्धभुत मिलन।
*बांहों की हिरासत का हकदार है समझा*