पेटी वाला बर्फ( बाल कविता)
वेलेंटाइन डे समन्दर के बीच और प्यार करने की खोज के स्थान को
बदल कर टोपियां अपनी, कहीं भी पहुंच जाते हैं।
इतनी उदासी और न पक्षियों का घनेरा
कोई ऐसा बोलता है की दिल में उतर जाता है
हरियाली के बीच में , माँ का पकड़े हाथ ।
दोस्तों की महफिल में वो इस कदर खो गए ,
“ OUR NEW GENERATION IS OUR GUIDE”
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
करके ये वादे मुकर जायेंगे
Jeevan ke is chor pr, shanshon ke jor pr
"एहसासों के दामन में तुम्हारी यादों की लाश पड़ी है,
" वाई फाई में बसी सबकी जान "
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
जिस प्रकार प्रथ्वी का एक अंश अँधेरे में रहकर आँखें मूँदे हुए