दिनेश एल० "जैहिंद" Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid दिनेश एल० "जैहिंद" 6 Jun 2023 · 1 min read हाय रे ! मेरे बंजर सपने हार रे ! मेरे बंजर सपने // दिनेश एल० "जैहिंद" सुबहो शाम तारों के गुच्छों-से मन-मंदिर में लगे बनने,, लाखों में एक, सबसे हटकर, मेरे सपनों के क्या कहने,, हाय... Poetry Writing Challenge · गीत 2 69 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 6 Jun 2023 · 1 min read [[[[मेरा जीवन मेरे ख्वाब]]]] मेरा जीवन मेरे ख्वाब // दिनेश एल०" जैहिंद" अफसोस, रह गए मेरे ख़्वाब अधूरे ! दुखद ! मैं नहीं कर सका इनको पूरे !! बचपन में बालमन मचलकर रह गया... Poetry Writing Challenge · कविता 2 86 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 4 Jun 2023 · 1 min read खुद खुदा मत बन खुद खुदा मत बन // दिनेश एल० "जैहिंद" बोया वही काट रहा, विधना का है लेख। कर्म-योगी काहु नहीं, काट सके जो रेख।। स्वत: हुआ जा रहा सब चुपचाप तू... Poetry Writing Challenge · कविता 2 258 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 1 Jun 2023 · 1 min read [[[सामाजिक सद्भाव]]] सामाजिक सद्भाव // दिनेश एल० "जैहिंद" (१) खुदा के वास्ते खुदा की बात भूल जा खुदा न आएगा ! खुदा खुदा कहते कहते तू मर जाएगा खुदा न आएगा !!... Poetry Writing Challenge · कविता 2 746 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 27 May 2023 · 1 min read [[[[मइया रूप बीच खड़ी]]]] मइया रूप बीच खड़ी // दिनेश एल० "जैहिंद" एक तरफ लोग माँग रहे ईश्वर से अरदास ! एक बूढ़ी माँग रही लोगों से अपनी प्यास !! अम्बे मइया खूब सजी... Poetry Writing Challenge · कविता 183 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 27 May 2023 · 1 min read [[[[चुनरिया गीत]]]] चुनरिया गीत // दिनेश एल० "जैहिंद" ओढ़ चुनरिया नारी भी कितनी सुधर हो जाती। पहन चुनरिया धानी ये धरती कितनी मुस्काती।। हरी, गुलाबी, काली-काली, नीली, पीली और मतवाली।। डाल चोली... Poetry Writing Challenge · गीत 1 184 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 26 May 2023 · 2 min read गुणवत्ता का ह्रास गुणवत्ता का ह्रास // दिनेश एल० "जैहिंद" ना संस्कृति की बात करो, ना अब संस्कार पर बोलो। हे मनुज, तुम कितने गिर चुके अब अपने आप ही तोलो।। नीति-न्याय की... Poetry Writing Challenge · कविता 3 1k Share दिनेश एल० "जैहिंद" 24 May 2023 · 1 min read }}}जैहिंद के आठ दोहे{{{ जैहिंद के आठ दोहे // दिनेश एल० "जैहिंद" नौ पिल्ले हैं तापते, पा कर सम्मुख आग ! आपस में वे लड़ रहे, जस फुँफकारे नाग !! ठिठुर रहे गौ-भैंस ये,... Poetry Writing Challenge · दोहा 109 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 24 May 2023 · 1 min read }}}जैहिंद के नौ दोहे{{{ जैहिंद के नौ दोहे // दिनेश एल० "जैहिंद" बात कहे जैहिंद कुछ, करो जरा-सा गौर! स्त्री कोई भोजन नहीं, मुँह में डालो कौर!! नारी से नर है जना, नरहिं हुआ... Poetry Writing Challenge · दोहा 190 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 24 May 2023 · 1 min read [[[[झूला]]]] झूला // दिनेश एल० "जैहिंद" सबके मन को भाए झूला ! क्या लँगड़ा, क्या हो लूला !! सब चाहें मैं तो झूला झूलूँ ! पेंग बढ़ाके नभ को छू लूँ... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 257 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 24 May 2023 · 1 min read पतंग और मैं पतंग और मैं // दिनेश एल० "जैहिंद" मैं बाला उमंगों की लड़ी, मैं पतंगों-सा उड़ जाऊँगी ! मैं बादलों को छूके आऊँ, ये दुनिया को बतलाऊँगी !! दुनिया को पतंग... Poetry Writing Challenge · कविता 169 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 22 May 2023 · 1 min read मच्छर और मानव मच्छर और मानव // दिनेश एल० "जैहिंद" मच्छर को मच्छर कहो, मच्छर नहीं हबीब ! मच्छरों से सदा बचो, हुए पक्के रकीब !! है जहरीला घुर्घुरा, दे कर भिन- भिन... Poetry Writing Challenge · दोहा 71 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 21 May 2023 · 1 min read ]]]त्यागकर चूड़ियों का[[[ त्यागकर चूड़ियों का // दिनेश एल० "जैहिंद" ले खडग, ले कटार, थाम हाथ में तलवार !! लेकर कंधे पर बंदूक, कर दुश्मनों पर वार !! यूँ मायूस तू मत हो,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 178 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 17 May 2023 · 1 min read अपनापन: कुछ दोहे अपनापन: कुछ दोहे // दिनेश एल० "जैहिंद" अब के लोगों में नहीं, अपनेपन का भाव ! संस्कार सब भूल गए, प्रीत का है अभाव !! संस्कृति अब मारी गई, लौट... Poetry Writing Challenge · कविता 158 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 17 May 2023 · 1 min read क्यों...? क्यों...? // दिनेश एल० "जैहिंद" क्यों होती आँगन की दीवार ऊँची ? क्यों कोई नारी घुँघट करती है ? क्यों दरवाजे पर पर्दा झूलता है ? क्यों विवाहिता सिंदूर करती... Poetry Writing Challenge · कविता 116 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 17 May 2023 · 1 min read शिव: एक विश्वास शिव: एक विश्वास // दिनेश एल० "जैहिंद" तुझ पे भरोसा है तुझ पे आस है | तू कहीं-न-कहीं सब की साँस है || तू ही पाताल है तू ही आकाश... Poetry Writing Challenge · कविता 1 252 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 17 May 2023 · 1 min read )))मुझे मुक्त कर((( मुझे मुक्त कर // दिनेश एल० "जैहिंद" खोकर विवेक मैं अपवित्र हुआ हूँ ! मैं पुरुष चरित्र से अचरित्र हुआ हूँ !! हे खुदा, मुझे ये कैसी सजा दी है,,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 349 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 May 2023 · 1 min read $भाभी$ भाभी // दिनेश एल० "जैहिंद" कभी बीवी, कभी पतोहू, कभी भाभी बन जाती हूँ ! हाँ.. मैं, हाँ.. मैं, मैं तो हर घर के ताले की चाबी हूँ !! सासु... Poetry Writing Challenge · गीत 82 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 May 2023 · 2 min read - मेरा एक तरफा प्यार - मेरा एक तरफा प्यार // दिनेश एल० "जैहिंद" देखकर उसकी सुंदरता बढ़ गई मेरी भावुकता फिर तो मैं पगला गया जाने कैसे हड़बड़ा गया वो तो मुझको भा गई वो... Poetry Writing Challenge · कविता 2 1 387 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 May 2023 · 1 min read (((इंद्रधनुष))) इंद्रधनुष // दिनेश एल० "जैहिंद" देखो....... देखो........ देखो वो देखो आसमान में निकला इंद्रधनुष ! रंगों की चटाई-सा, धागों की लटाई-सा वो देखो आसमान में निकला इंद्रधनुष ! देखो....... देखो........... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 89 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 May 2023 · 1 min read #गैर धर्मी हमलवार# गैर धर्मी हमलवार // दिनेश एल० "जैहिंद" कुछ लोग हैं कुछ समुदाय हैं कुछ गैर धर्म के संवेदनहीन उजड्ड हैं | जिन्हे चिढ़ है, खुन्नस है, दिक्कत है हिंद से,... Poetry Writing Challenge · कविता 95 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 May 2023 · 1 min read (((लहू की उष्णता))) लहू की उष्णता // दिनेश एल० "जैहिंद" अब हमें न मौन रहना है और न अब कुछ सहना है ! सीधे घुसके घर में बैरियों का शीश कलम करना है... Poetry Writing Challenge · कविता 97 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 May 2023 · 1 min read [[सरहद पे जवान]] सरहद पे जवान // दिनेश एल० "जैहिंद" देश के रक्षक हैं सरहद पे जवान बम, गोले, तोप, रॉकेट हैं जवान दिन-रात मुस्तैद सेना सरहद पर,, अमन-चैन, गति-प्रगति हैं जवान राष्ट्र... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 184 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 May 2023 · 1 min read बसंती गीत वसंती गीत // दिनेश एल० "जैहिंद" नव वात, नव रश्मि, नव मास, नव वातावरण ! नव रंग, नव स्वर, नव उल्लास, नव हर चरण !! नील अम्बर, हरी धरती, नूतन... Poetry Writing Challenge · गीत 155 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 16 May 2023 · 1 min read नर-नारी नर-नारी // दिनेश एल० "जैहिंद" कर द्विभाजित अपनी ही रूह को ! माटी का पुतला एक बनाया उसने !! प्रेमफाँस में जीने-मरने की खातिर ! जान फूँककर धरा पे पठाया... Poetry Writing Challenge · कविता 214 Share