aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " Poetry Writing Challenge 23 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 14 Jun 2023 · 1 min read काया की किताब ये काया पुरानी किताब सी है... पन्ने पल- पल गल रहे... डर है झुर्रियों में बसी कहानियाँ हो ना जाएं ,जाया कहीं... समय के दीपक की लौ में ये भोज... Poetry Writing Challenge 97 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 14 Jun 2023 · 1 min read अभिलाषा भाग जाना चाहती हूँ नफरत और यु्द्ध से भरे जहाँ से... जिसमे खुशबू नहीं उस हवा से... जिसमें रंग नहीं उस समाँ से... मुझे डूबने के लिए प्रदूषण रहित दिमागों... Poetry Writing Challenge 130 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 14 Jun 2023 · 1 min read पुनर्जन्म आज भी याद है वो पल मुझको... अपनी कोख से जब जाया था तुझको... उस वक्त केवल तू नहीं जन्मी थी... जन्म हुआ था एक माँ का भी... दर असल... Poetry Writing Challenge 1 235 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 6 Jun 2023 · 1 min read लौट आओ ना खिड़की से दिखता छायादार पेड़ अब भी वहीं खड़ा है वह हरा भी है और उसकी शाख पर झूला भी पडा़ है परन्तु हृदय व्यथित है सुबह सवेरे गोरैया का... Poetry Writing Challenge 1 259 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 6 Jun 2023 · 1 min read दौलत पर क्या मरना! ये तो जिंदगी की कहानी है हाथ का मैल है दौलत इसके लिए गुमान कैसा? पा जाने पर इतराना!!! आज आई है मगर कल शर्तिया जानी है... ये तो जिंदगी... Poetry Writing Challenge 3 256 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 6 Jun 2023 · 1 min read कैसी ये सोच है??? कैसी ये सोच है??? कैसा ये भाव !!! मानवीयता का, ऐसा कैसा अभाव!!! औरत को समझते हो क्यूँ, सिर्फ भोगने को एक शरीर??? कैसे बनते हो इतने जालिम, मर जाता... Poetry Writing Challenge 2 423 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 29 May 2023 · 1 min read बादल मुनि से धुनि रमाये बादल बैठे आसमान के आसन पर छिड़क छिड़क जल धरती पर आशीष लूटाते जाते हैं बंजर भूमि की तृषा मिटाने को आतुर अमृत की रसधार लुटाते... Poetry Writing Challenge 92 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 29 May 2023 · 1 min read चाँद से रिश्ता आज कितना सुभिता हो गया है, दुनिया के किसी भी कोने में हों हर शाम वीडियो काल करके अपने परायों से मिल, बात कर लो।,तब दूरभाष भी न था इंटरनेट... Poetry Writing Challenge 237 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 27 May 2023 · 1 min read गज़ल हमने चाहा था के रोशन रहे दिल की दुनिया तुमने दीपक को बुझाने की मुनादी कर दी। गुँचे खिल भी न पाए गुलशन में कुचली कलियाँ, बरबादी कर दी। मुहाफ़िज़... Poetry Writing Challenge 1 244 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 26 May 2023 · 1 min read शून्य का उद्भव सूर्य से विलग हो स्थापित हो गए अनगिनत पिण्ड इस संरचना को नाम मिला ब्रह्मांड हर पिण्ड का अपना- अपना गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र बीच- बीच में रह गया कुछ स्थान भिन्न... Poetry Writing Challenge 1 87 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 26 May 2023 · 1 min read मेघ दूत आला सावन, आवन की पाती ले मेघदूत निकला दिशा- दिशा आतुर और द्वार- द्वार विकला अंबर भी स्वागत का थाल सजा बैठा दिग- दिगंत नेओढ़ा रगीं दुशाला स्वागत को निकल पड़ी... Poetry Writing Challenge 89 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 26 May 2023 · 1 min read चाहिए राष्ट्रभाषा पूरी करने को राष्ट्र की आशा हर देश को चाहिए निज की एक भाषा यह भाषा ही बुनती है तार बाँधने को देशवासियों के मन और भरने को उनमें झंकार... Poetry Writing Challenge 134 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 25 May 2023 · 1 min read दर्द की आह दर्द की चुभन हो परिणत बनती आह दर्द से दग्ध हृदय संतप्त झेलता दावानल सा दाह रिसता हो रक्त खुला हो घाव भर जाता लेकर वक्त खेलती दवा जो अपना... Poetry Writing Challenge 2 153 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 24 May 2023 · 1 min read मैं और शहर अट्टालिकाओं से घिरे हैं ये शहर सिरफिरे हैं भीड़ बहुत है यहाँ पर आप अकेले निरे हैं. भोर की डोर थामे है चलना जरूरी सुरक्षा की जद से निकलना मजबूरी.... Poetry Writing Challenge 1 2 213 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 23 May 2023 · 1 min read खामोशी शोर के समन्दर में उठती गिरती लहरों के राज़ खामोश आँखें खोलती हैं ख़ामोशी बोलती है सुने, अनसुने हर एक शब्द के वजन को तोलती है और चुपके से छुपके... Poetry Writing Challenge 106 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 23 May 2023 · 1 min read प्रकृति की होली फिजाएं खेल रहीं होली.... फिजाएं खेल रहीं होली... झरें ओस के कण भिजायें धरती के दामन और चोली.. कमसिन शाखों पर रंग चढ़ा मस्तक पर शोभित फूलों की रोली.. फूली... Poetry Writing Challenge 314 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 23 May 2023 · 1 min read सीता- अनुसूया मिलन सिय सुकुमारी जनक दुलारी चित्रकूट वन- गमन पधारी... चरण पादुका हीन हार,न कर्ण फूल, कलाई आभूषण विहीन फिर भी न दिखती दीन... सिय को देख हुई बलिहारी कंचन बरन, कजरारे... Poetry Writing Challenge 1 3 226 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 18 May 2023 · 1 min read नफरत की आग न पालो यारों हवा दे दे कर गलत फहमियों को नफरत की आग न पालो यारों... धर्म की आड़ ले ले कर मुल्क पर खाक न डालो यारों... फ़ना की हैं जानें तो... Poetry Writing Challenge 124 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 18 May 2023 · 1 min read कैसी ये सोच है??? कैसी ये सोच है??? कैसा ये भाव !!! मानवीयता का, ऐसा कैसा अभाव!!! औरत को समझते हो क्यूँ, सिर्फ भोगने को एक शरीर??? कैसे बनते हो इतने जालिम, मर जाता... Poetry Writing Challenge 268 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 18 May 2023 · 1 min read कन्या की पुकार न पूजो पाँव तुम मेरे न मानो तुम मुझे देवी मगर इतना करम कर दो गला दो रूढी की बेडी मुझे वर्षों से आँका कम रखा दर्जे पर दोयम सजाया... Poetry Writing Challenge 172 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 18 May 2023 · 1 min read कागज और कलम कागज पर चलती कलम का वो मद्धम मद्धम साँसो का सा स्वर. .... .. वो रौशनाई की उभरती एक एक लहर. ...... जीवंत करती जाती है निर्जीव पन्ने को पहर... Poetry Writing Challenge 1 252 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 17 May 2023 · 1 min read भूखे का चाँद चांद का तकिया बना कर चैन की नींद सोने का ख्वाब देखने की जुर्रत वो कैसे करे.... जो फुटपाथ पर भूख से तिलमिलाता तिल तिल मरे... उसे चांद में तकिया... Poetry Writing Challenge 229 Share aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 17 May 2023 · 1 min read किसान वो किसान और उसकी.किसानी ही है जिसका कोई सानी हो नहीं सकता पत्थरों को फोड़ कर धाराओं को मोड़ कर और कोई जीव को जीवन देने हेतु बीज बो नहीं... Poetry Writing Challenge 413 Share