Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2023 · 1 min read

खामोशी

शोर के समन्दर में
उठती गिरती लहरों
के राज़
खामोश आँखें
खोलती हैं
ख़ामोशी बोलती है
सुने, अनसुने
हर एक शब्द के
वजन को तोलती है
और
चुपके से छुपके
बेआवाज़
बड़ी नफासत से
कानों में
सारे शब्द
साफ साफ घोलती है
मेरी मानो
खामोशी बोलती है
हाँ
ख़ामोशी बोलती है।
अपर्णा थपलियाल”रानू “

Language: Hindi
80 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
“जब से विराजे श्रीराम,
“जब से विराजे श्रीराम,
Dr. Vaishali Verma
2586.पूर्णिका
2586.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
तकलीफ ना होगी मरने मे
तकलीफ ना होगी मरने मे
Anil chobisa
अर्ज है पत्नियों से एक निवेदन करूंगा
अर्ज है पत्नियों से एक निवेदन करूंगा
शेखर सिंह
चलो आज खुद को आजमाते हैं
चलो आज खुद को आजमाते हैं
कवि दीपक बवेजा
दोहा छंद
दोहा छंद
Yogmaya Sharma
गांव अच्छे हैं।
गांव अच्छे हैं।
Amrit Lal
नगमे अपने गाया कर
नगमे अपने गाया कर
Suryakant Dwivedi
दशावतार
दशावतार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मेरी सोच~
मेरी सोच~
दिनेश एल० "जैहिंद"
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
Pt. Brajesh Kumar Nayak
राज्याभिषेक
राज्याभिषेक
Paras Nath Jha
जिसकी जिससे है छनती,
जिसकी जिससे है छनती,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
“मंच पर निस्तब्धता,
“मंच पर निस्तब्धता,
*Author प्रणय प्रभात*
दो कदम
दो कदम
Dr fauzia Naseem shad
मेरे फितरत में ही नहीं है
मेरे फितरत में ही नहीं है
नेताम आर सी
रमेशराज की तीन ग़ज़लें
रमेशराज की तीन ग़ज़लें
कवि रमेशराज
हिय  में  मेरे  बस  गये,  दशरथ - सुत   श्रीराम
हिय में मेरे बस गये, दशरथ - सुत श्रीराम
Anil Mishra Prahari
POWER
POWER
Satbir Singh Sidhu
दोहे- साँप
दोहे- साँप
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वो आपको हमेशा अंधेरे में रखता है।
वो आपको हमेशा अंधेरे में रखता है।
Rj Anand Prajapati
एक दोहा...
एक दोहा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
वृद्धावस्था
वृद्धावस्था
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
*आदत*
*आदत*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जीवन में दिन चार मिलें है,
जीवन में दिन चार मिलें है,
Satish Srijan
बुरा वक्त
बुरा वक्त
लक्ष्मी सिंह
"पापा की परी"
Yogendra Chaturwedi
*रामपुर में विवाह के अवसर पर सेहरा गीतों की परंपरा*
*रामपुर में विवाह के अवसर पर सेहरा गीतों की परंपरा*
Ravi Prakash
आओ तो सही,भले ही दिल तोड कर चले जाना
आओ तो सही,भले ही दिल तोड कर चले जाना
Ram Krishan Rastogi
खामोशी मेरी मैं गुन,गुनाना चाहता हूं
खामोशी मेरी मैं गुन,गुनाना चाहता हूं
पूर्वार्थ
Loading...