गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read गरीब की दिवाली हर रंग में तून, हर रूप में तून. तेरा नूर दुनिया से आली है, मुझे भी बता भगवन कुछ उपाय दिवाली पर मेरी तो अलमारी खाली है…. एक लाचार, गरीब... Poetry Writing Challenge · कविता 267 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read पैसे से ही पैसा कहते हैं, दुनिया में … पैसे से ही पैसा बनता है…. धन दौलत के व्रक्ष क्यों उनके घरों में ही लगते हे कोई कोई तो मेहनत करते करते मरता परंतू... Poetry Writing Challenge · कविता 164 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read लाज शर्म को छोड़ दुनिया में अगर पोपुलर होना है तो शर्म लिहाज को छोड़ दो आप प्रसिद्धी अगर पानी हैं तो सच है शर्म लिहाज को मोड़ दो !! आज हर तरफ भीड़... Poetry Writing Challenge · कविता 138 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read ***बुढ़ापा अलग अलग होता है *** कितना हसीन सा गुजर जाता है यह बुढ़ापा जब खुद की पेंशन साथ निभा रही होती है गर साथ न हो यह कमबख्त पैसा तो फिर बुढ़ापे वाली जिन्दगी कितनी... Poetry Writing Challenge · कविता 224 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read @@@ एक पक्षी का दर्द @@@ सकूंन से बैठा था एक परिंदा कि, कुछ पल गुजार लूं तेरे दर पर आते हैं न जाने कितने मांगने वाले मैं भी कुछ मान लूं !! पर मेरी आवाज... Poetry Writing Challenge · कविता 196 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read !!~ हे गंगा माँ तुझ बिन सब प्यासे ~!! अगर तू नहीं तो कैसे बुझेगी प्यास इस जग की तू है तो जिदगी है सब की तेरी महत्ता को जानते सब हैं फिर भी दुरूपयोग करते सब हैं न... Poetry Writing Challenge · कविता 240 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read !!–जिस तन लागे वो ही जाने–!! दर्द उसी को होता है, जिस को चोट लगती है दुनिया का क्या वो तो बात बात पर हस्ती है चाहे लगे बदन पर या लगे किसी के दिल पर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 220 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read !! पंछी का दर्द भी समझो इंसानों !! पंछी आंसू बहाते हैं पर कह नहीं सकते किसी से तुम तो आंसू बहा कर जता तो देते हो सभी को !! दर्द उनका कोई समझता नहीं दर्द पर दर्द... Poetry Writing Challenge · कविता 133 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read — पति पत्नी का रिश्ता — जीवन में सारे रिश्ते कदम कदम पर खत्म हो जाते हैं एक रिश्ता है पति पत्नी का जिस को कोई शायद खत्म कर पाए !! दुःख हो या सुख हो... Poetry Writing Challenge · कविता 141 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read — भूख — किसी को काम की भूख किसी को पैसे की यहाँ किसी को लालसा की भूख किसी को सत्ता की यहाँ हर इंसान है लिप्त सोच सोच का फर्क यहाँ कोई... Poetry Writing Challenge · कविता 95 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read — कहाँ गया कोरोना — देश में जब जब भरी हुंकार इलेक्शन की कोरोना की वफादारी देखो तब नजर नही आता कहीं बाजारों में फिर न जाने क्यूं मर रहे या मारी जा रही जनता... Poetry Writing Challenge · कविता 60 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read — मुस्कुरा कर तो देखो — वक्त वो शायद याद होगा जब तस्वीर खींचता था फोटग्राफर और कहता था जरा मुस्कुराईये इंसान मुस्कुराता था फिर तस्वीर देख इतराता था उस पल को याद रखता था जिस... Poetry Writing Challenge · कविता 74 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read — फूलों से सीखो — सुख हो या हो दुःख साथ निभाना सीखाते हैं यह फूल हैं जो चुपचाप जहाँ चढ़ा दो, वहीँ खुद की भेंट चढ़ा देते हैं कांटो में खिल कर मुस्कुराना सीखाते... Poetry Writing Challenge · कविता 95 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read — निर्दई इंसान — अपने सुख की खातिर बन रहा है हैवान देखो कैसे कैसे अब निर्दई बन रहा इंसान धरती की हरियाली को नित काट रहा है हैवान यहाँ वहां अपने सुख साधन... Poetry Writing Challenge · कविता 88 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read — जिन्दगी हूँ तुम्हारी — जब से आयी हूँ जिन्दगी में बन कर अर्धांगिनी तुम्हारी जिन्दगी अब तुम से ही है तुम ही हो जिन्दगी हमारी !! मुझे तुम प्यार से पढना क्यूंकि मोहोब्बत हूँ... Poetry Writing Challenge · कविता 72 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read — लोग जलते हैं — लोग, न जाने क्यूं जल जाते हैं मेरी मुस्कान से क्यूंकि, मैंने कभी अपने दर्द की सरेआम नुमाईश नही की !! जैसा मिला अपना लिया न मिला तो कभी गाया... Poetry Writing Challenge · कविता 94 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read — लालच बुरी बला है ? — सुना बहुत था, देखा भी था पर आज देखकर जरा सी भी हैरानी नही होती कि , लालच बुरा बाला है !! लालच है तो आप अमीर हो लालच है... Poetry Writing Challenge · कविता 155 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read –@ बेटियाँ @– हमारे घर के लिए परिंदों की तरह बनकर आती हैं बेटियाँ एक दिन उड़कर बड़ी दूर चली जाती हैं हमारी बेटियाँ बनी जो परंपरा जग की उस को निभाती हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 117 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read — मौत का तांडव — न जाने कौन सा पल आखिरी हो न जाने कौन सा कदम आखिरी हो न जाने उस पल हम कहाँ हो पल पल बिछड़ रहे एक दूजे से !! न... Poetry Writing Challenge · कविता 95 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read — मृत्यु अटल सत्य — एक था व्यापारी जो था बड़ा घबराया सोच सोच के उसका मन भर आया !! एक दिन तो जाना ही है यह कैसे पता चलेगा सोचा काल से करूँ दोस्ती... Poetry Writing Challenge · कविता 78 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read — फौजी की शहादत — आंसू बहाने हों तो बहा लो उस फौजी की शहादत पर जिस ने लूटा दी अपनी जान अपने वतन की आन पर !! पहन कर वर्दी शान से जो घर... Poetry Writing Challenge · कविता 156 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read — हम हिन्दू हैं ? — क्या हम कहने को हिन्दू हैं या हम संस्कारी भी हैं देखने से तो लगता है ऐसे जैसे हिन्दू की हिन्दुस्तान में कोई लाचारी सी है !! करता है पूजन... Poetry Writing Challenge · कविता 49 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read — क्या है तेरा — न यह घर तेरा न यह दर तेरा न यह बदन तेरा न यह साँसे तेरी न है धन तेरा न यह परिवार तेरा न यह दोस्त तेरे न यह... Poetry Writing Challenge · कविता 139 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read –जो प्राप्त है, वो पर्याप्त है – कलियुग का इंसान बहुत बड़ा है हैवान लालच से है भरपूर इसीलिए रहता सब से दूर !! जो मिला है उस को रब से उस में नही करता है सब्र... Poetry Writing Challenge · कविता 74 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 15 May 2023 · 1 min read **चरम सीमा पर अश्लीलता** कैसी अब शर्म, कैसी है लाज चरम सीमा पर अश्लीलता है जो विराजमान !! आँखे शर्म से नहीं झुकाती ऐसी ऐसी है लोगों की संतान बीच बाजार में नंगे हो... Poetry Writing Challenge · कविता 158 Share