डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' Poetry Writing Challenge 27 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read दीवारें दीवारें विश्वासी ईंटों से निर्मित थी अटल दीवारों की हसरत, लेप स्वार्थ का लगा दिया व्यापी जिसके भीतर नफ़रत। भाई-भाई के बीच खड़ीं मतभेद करातीं दीवारें, अपनों का उपहास उड़ाकर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 267 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read आँसू आँसू नयनों के सागर मध्य रहा ये मुक्तक सीप समाहित सा, निष्ठुर जग मोल लगा न सका रह गया ठगा उत्साहित सा। विकल व्यथाएँ जलते उर की क्रंदन करती धधक... Poetry Writing Challenge · कविता 201 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read कलम से कलम से (कविता) ******** मैंने कलम हाथ में थामी नन्हें अक्षर लिखना सीखा। बना कलम को ताकत अपनी सुख-दुख उससे कहना सीखा। तन्हा स्वप्न सजा रातों में ख़्वाबों ने झट... Poetry Writing Challenge · कविता 212 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read प्रकृति बचाओ प्रकृति बचाओ (कविता) रक्त अश्रु बहा प्रकृति करे ये रुदन नहीं ध्वस्त करो मेरा कोमल बदन वृक्ष पवन जल तुमसे छिन जाएँगे प्रदूषित धरा पर जन क्या पाएँगे? कुपोषित नदी... Poetry Writing Challenge · कविता 214 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read रिश्ते रिश्ते (कविता) ------------------- प्रीत बरसती थी रिश्तों में अंगारे क्यों धधक रहे हैं ? बोए हमने फूल यहाँ थे काँटे फिर क्यों उपज रहे हैं? संस्कार अब विलुप्त हो गए... Poetry Writing Challenge · कविता 112 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read दुष्कर सफ़र दुष्कर सफ़र (कविता) ---------------- दुष्कर सफ़र काट जीवन में अंगारों के पार गया, नयनों से नीर बहा मेरे क्यों ना देखूँ ख्वाब नया। सुखद सलौना प्रेम खिलौना उर में मेरे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 102 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read भिखारी हूँ! भिखारी हूँ! ‘भिखारी हूँ ! भिखारी हूँ ! (कविता) भूख जब रोंदती उर को निवाला खोजता था मैं। बहुत तकलीफ़ होती थी जेब जब नोंचता था मैं। पढ़ाया गर मुझे होता न... Poetry Writing Challenge · कविता 159 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read प्यासे अधर “प्यासे अधर”(कविता) सदियों से प्यासे अधरों पर मधु मुस्कान कहाँ से लाऊँ, मूक व्यथा की पौध लगा कर सुरभित पुष्प कहाँ से पाऊँ? पीड़ा से मर्माहत मन को कोकिल गान... Poetry Writing Challenge · कविता 289 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read उदास पनघट उदास पनघट (कविता) ************ छुपा कर दर्द सीने में नदी प्यासी बहे जाती। बसा कर ख्वाब आँखों में परिंदे सी उड़े जाती। निरखते बाँह फैलाकर किनारे प्यार से इसको- समेटे... Poetry Writing Challenge · कविता 249 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read ऐ मन! कहीं ले चल ए मन! कहीं ले चल (कविता) किया उर घोंप कर छलनी मनुज ने मजहबी खंजर, बहा कर खून की नदियाँ हँसे अब पूर्ण कर मंजर। परिंदा बन उड़ूँ मैं आज... Poetry Writing Challenge · कविता 204 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read किसकी पराजय किसकी पराजय?(कविता) चली उम्मीद की आँधी जना जब पुत्र माता ने बजी शहनाइयाँ घर में दिया कुलदीप दाता ने। सजा अरमान की डोली झुलाया लाल को पलना पिता ने थाम... Poetry Writing Challenge · कविता 1 191 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read ज़िंदगी ज़िंदगी (कविता) अजब पहेली बनी ज़िंदगी उलझ गई जज़्बातों में मोती के दानों सी बिखरी फ़िसल गई हालातों में, कालचक्र सा घूम रहा है समय बीतता बातों में आहें भरती... Poetry Writing Challenge · कविता 189 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read दानवता दानवता (कविता) बना कर ज़िंदगी को जंग दानवता बढ़ाते हैं सियासी चाल शतरंजी बिछा शकुनी लड़ाते हैं बदल कर गिरगिटी सा रंग रिश्तों को मिटाते हैं बने ये कंस बहनों... Poetry Writing Challenge · कविता 162 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read आँखों में है दूध और आँखों में पानी आँचल में है दूध और आँखों में पानी* ********************************** सुला कर गोद में अपनी झुलाया पूत को पलना तड़प कर रो उठी ममता पड़ा अपमान जब सहना। बह रहे आँख... Poetry Writing Challenge · कविता 181 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read बूढ़ा बरगद बूढ़ा बरगद -------------- बूढ़ा बरगद ठूँठ बना अब याद करे बीता कल अपना, कहाँ खो गई भोर सुहानी बेबस मन अब देखे सपना। कभी घनी थीं शाखा मेरी बैठ परिंदे... Poetry Writing Challenge · कविता 116 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read मौन हो गया विश्व पटल अटल बिहारी वाजपेयी जी पर कविता "मौन हो गया विश्व पटल" ******************** अटल, अडिग, समता संवाहक जग को राह दिखाता था। हिंद देश का शिखर पुरुष बन अधिनायक कहलाता था।... Poetry Writing Challenge · कविता 79 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read रुदन "रुदन" ****** पुरानी याद के धुँधले कदम जब राह में आते कसक मन में रुदन करती उन्हें हम चाह में पाते। कहूँ कैसे ज़माने से जुबाँ पर आज पहरे हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 195 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read जीवन पथ जीवन पथ" (कविता) ********** जीवन पथ पर भ्रमित हो मनुज उलझ गया जज़्बातों में लक्ष्य साध मंज़िल तक बढ़ता कंटक पथ आघातों में, कालचक्र सा घूम रहा है समय बीतता... Poetry Writing Challenge · कविता 181 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read कलुषित स्पर्श कलुषित स्पर्श रो रही कुदरत ज़मीं पर मृत अधर भी काँपते हैं, देश की बेटी लुटी है लोग चोटें नापते हैं। लूट तन बाँहें घसीटीं चींख सुन कोई न आया,... Poetry Writing Challenge · कविता 107 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read पुस्तक की व्यथा पुस्तक की व्यथा ----------------- आज व्यथा पुस्तक की सुन लो कैसा यह कलयुग आया है? खोज-खोज गूगल में सब हल मानव ने मान घटाया है। ज्ञान स्रोत गूगल बन बैठा... Poetry Writing Challenge · कविता 325 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read उजाला रास न आया 'उजाला रास ना आया’ ---------------------------- कहूँ किससे व्यथा अपनी यहाँ कितना सहा मैंने। दरिंदों से हुई लाचार लब को सिल लिया मैंने। कदम बढ़ते नहीं थल पर भयावित काँपती हूँ... Poetry Writing Challenge · कविता 300 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read हे केशव नव अवतार धरो हे केशव नव अवतार धरो घात लगाए बैठे दानव मानवता क्यों भूल गए? रक्त रंजित धरा पर हँसते देकर हमको शूल गए। संबंध भुला शकुनी मामा पापी दुर्योधन दाँव चले।... Poetry Writing Challenge · कविता 80 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read सिंहासन सिंहासन' ------------ आज लिखें इतिहास नया हम सत्ता के सिंहासन का, अँधियारों से लड़ने वाले सरकारी निर्वाचन का। भ्रष्टाचार हुकूमत करता मेहनतकश इंसानों पर, सुप्त व्यवस्था गूँगी-बहरी चुने इमारत लाशों... Poetry Writing Challenge · कविता 75 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read माँ "माँ" ------ नादानी में मैंने माँ को, कितना नाच नचाया था। माँ ने मुझको गोदी लेकर, ढेरों लाड़ लड़ाया था। बारिश की बूँदों में माँ तू, छतरी लेकर आती थी।... Poetry Writing Challenge · कविता 207 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read कारगिल विजय पताका विषय-" कारगिल विजय पताका" विधा- कविता कारगिल की विजय पताका, गाथा अमर जवानों की। शत्-शत् नमन शूरवीरों को, मातृ ऋणी मस्तानों की ।। याद करूँ जब कुर्बानी को, गुज़रा वक्त... Poetry Writing Challenge 58 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read सेल्फ़ी नहीं किसी का दर्द खींच सको तो ज़रूर कोशिश करना विषय- "सेल्फ़ी नहीं, पर किसी का दर्द खींच सको तो कोशिश करना" पर उपकार करो जीवन में बुझा क्षुधा की प्यास, सेल्फ़ी छोड़ो बनो सहारा हर लो जन संत्रास। खड़े... Poetry Writing Challenge 112 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 May 2023 · 1 min read शिक्षा अनुपम ज्ञान सरोवर शीर्षक-" शिक्षा अनुपम ज्ञान सरोवर " विद्यालय पहुँची जननी निज पूत लुटाती प्यार, उच्च,सुशिक्षित,अनुशासन का श्रेष्ठ समझकर द्वार। कुंभकार गुरु माटी लेकर गढ़ता शिशु आकार, सौम्य,सभ्य, गुणवान प्रणेता भरता शुद्ध... Poetry Writing Challenge · कविता 92 Share