डी. के. निवातिया Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डी. के. निवातिया 13 Jun 2023 · 1 min read नारी उत्थान कौन करेगा. जग जननी नारी बनी, नतमस्तक भगवान ! बिन नारी जीवन नहीं, करबद्ध कर सम्मान !! सदियों से जो न हो पाया, पूर्ण वो काम कौन करेगा, नारी जबतक खुद न... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · गीतिका 1 89 Share डी. के. निवातिया 13 Jun 2023 · 1 min read वो गौरैया, वो गौरैया, अब नहीं आती, गीत खुशी के, वो अब नहीं गाती, सुबह सवेरे, पेड़ों पर चहचहाती थी, मधुर गान से नित्य हमें जगाती थी फिर फुदक कर हमारी मुंडेर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 82 Share डी. के. निवातिया 13 Jun 2023 · 1 min read वक़्त ही तो है गुजर जाएगा वक़्त ही तो है गुजर जाएगा आज बुरा है, कल अच्छा होगा आज अकेला, कल गुच्छा होगा बदलती है हर पल उसकी लीला, कब कसे डोर, कब कर दे ढीला,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 95 Share डी. के. निवातिया 10 Jun 2023 · 3 min read गुरु चालीसा ।।दोहा।। गुरु चरणों में शीश रख, करता हूँ प्रणाम। कृतज्ञ मुझको कीजिये, आया तुमरे धाम।। मूरख मुझको जानके, गलती जाना भूल। झोली फैला मैं खड़ा, पाने पग की धूल।। ।।चौपाई।।... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · दोहा 308 Share डी. के. निवातिया 10 Jun 2023 · 1 min read माँ की याद - आँचल की ओट नहीं मिलती माँ की याद *** मिलता है बहुत कुछ आज नए जमाने में फकत इस दिल को तसल्ली नहीं मिलती ! पेट तो जैसे तैसे भर लेता हूँ हर रोज़ मगर,... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · गीतिका 86 Share डी. के. निवातिया 10 Jun 2023 · 1 min read मैं पतझड़ की पाती, तुम हो उपवन का फूल मैं पतझड़ की पाती, तुम हो उपवन का फूल ! दे देना हमको माफ़ी, जो हो जाए हमसे भूल !! मै गाँव का देशी छोरा तुम ठहरी शहरी मेम, वार्ता... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · गीतिका 190 Share डी. के. निवातिया 10 Jun 2023 · 1 min read सिंधु उर से उठ चले सिंधु उर से उठ चले, भरकर अंजुरी जलधर, पवन वेग संग थे बढे, सलिल गागर उर धर !! असंतुलित आकार लिए गगन गाँव चले अंबुधर, घर्र घर्र संख-नाद किये बरसने... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 77 Share डी. के. निवातिया 10 Jun 2023 · 1 min read वीरो को हम - शीश नवाये रेगिस्तान और पहाड़ो में, बारिश और तूफानों में, जंगल और विरानो में, रहते बर्फीले मैदानों में, रोके न रुके दुश्मन के, सरताज है अंजुमन के जब उठा हथियार चल पड़े... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · बाल कविता 69 Share डी. के. निवातिया 10 Jun 2023 · 1 min read हाइकु - प्रकृति हाइकु - प्रकृति ठूंठ सा खड़ा, फिर से खिलने को, जिद पे अड़ा !! भू माँ से जुड़ा, मरुदेश में खड़ा, जर्जर वृक्ष !! अकेला खड़ा, प्रकृति को बचाता मरू... Poetry Writing Challenge · कविता · हाइकु 371 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 2 min read भगत सिंह तुम्हे फिर से आना होगा, भगत सिंह तुम्हे फिर से आना होगा, आज़ादी का बिगुल फिर बजाना होगा।। अब बात नही बनेगी तुम से अकेले, राजगुरु सुखदेव को संग लाना होगा ।। अंग्रेजो से तो... Poetry Writing Challenge · कविता 166 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 2 min read पिता पिता *** पिता नहीं परमेश्वर कहो जीवन का आधार है जो ! शाखा फूल पत्तिया हम, जीवन का करतार है वो !! दुःख में सुख की छाया बन कष्टो का... Poetry Writing Challenge · कविता 307 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read माँ क्या होती है माँ क्या होती है *** *** *** किसी ने पूछा मुझसे माँ क्या होती है मैंने कहा मुझे पता नहीं क्या होती है जो मैंने जाना और समझा है अब... Poetry Writing Challenge · कविता 205 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read मुझको मेरा हक दो मुझको मेरा हक दो *** *** *** मुझको मेरा हक दो पापा, बहुत कुछ कर दिखलाऊँगी ! लेने दो खुली हवा में सांसे, बेटे से ज्यादा फर्ज निभाऊंगी !! उड़ने... Poetry Writing Challenge · कविता 385 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read प्रेम प्रेम *** जिसका प्रदर्शन हो, वो प्रेम नहीं, नयनों से दर्शन हो, वो प्रेम नहीं !! ! जो हम-तुम करते है, प्रेम वो नही, जो मन मे विचरते है, प्रेम... Poetry Writing Challenge · कविता 191 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read चाँद ।। चाँद ।। चाँद को नजर लगाता चाँद, नूर को चमक दिखाता चाँद !! कैसे करूँ इस पर भरोसा मैं, झूठ को असल बताता चाँद !! मैं भी टुकड़ा हूँ... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 114 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read हर मुश्किल का हल मिलेगा, कविता ******* हर मुश्किल का हल मिलेगा, *** हर मुश्किल का हल मिलेगा, आज नहीं तो कल मिलेगा ! रखे राम सा धीरज मन में पड़े भटकना चाहे वन में... Poetry Writing Challenge · कविता 213 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read क्षणिकाएं क्षणिकाएं (१) आधे अधूरे से उपजे तुम आधे अधूरे से खिले हम जैसे मिटटी में बीज मिला मिलकर पूर्ण हो गए हम !! (२) चहुँ और शोर है विज्ञान का... Poetry Writing Challenge · कविता 176 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ ***** चेहरे का नूर लबों की मुस्कान होती है बेटियाँ, एक बाप के लिए सारा जहान होती है बेटियाँ ! सिर्फ जिम्मेदारी का बोझ नहीं ढोती बल्कि, आत्मीय की... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 105 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read लोग समझदार हो गए, मेरे घर के सभी लोग समझदार हो गए, मुझे छोड़ बाकि सब मुलजमात हो गए ! मैं ही शामिल हूँ नकारो की फेहरिश्त में, वरना सब मेहनतकश जिम्मेदार हो गए... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 102 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read बदलाव के लिये बदलाव का होना जरुरी है माना के बदलाव के लिये बदलाव का होना जरुरी है ! पर क्यों इसमें आमजन को ही फ़ना होना जरूरी है !! ! क्यों नही जलते शोलो में हाथ आग... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 98 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read चिड़िया रानी ………..बाल कविता चिड़िया रानी ………..बाल कविता ***** सुबह सवेरे वो आती है मुझको रोज जगाती है सुर में जब वो गाती है मुझको बहुत लुभाती है अजब गजब उसकी भाषा अजब गज़ब... Poetry Writing Challenge · कविता · बाल कविता 274 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read रावण बदल के राम हो जायेंगे रावण बदल के राम हो जायेंगे खुली अगर जुबान तो किस्से आम हो जायेंगे। इस शहरे-ऐ-अमन में, दंगे तमाम हो जायेंगे !! न छेड़ो दुखती रग को, अगर आह निकली... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 143 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read मातृभूमि का श्रृंगार करो मातृभूमि का श्रृंगार करो आज़ादी के पावन दिन पर, मातृभूमि का श्रृंगार करो देश ध्वजा का संदेश यहीं, वैर भाव का संहार करो।। जो मिट गए, जो खो गए, हाथ... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 191 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read वो घर घर नहीं होते जहां दीवार-ओ-दर नहीं होती, वो घर घर नहीं होते जहां दीवार-ओ-दर नहीं होती, आजकल सच्चाई और उसूलो की कदर नहीं होती ! घर, साज-ओ-सामान का बंटवारा हुआ तो ये जाना, खाली बड़ा दिल रखने... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 275 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण पर हाइकू पर्यावरण पर हाइकू ******* १ ) प्रदूषण से दम तोड़ती धरा, मांगती वृक्ष !! २) जंगल कटे, नित प्रदुषण बढे, समझे कौन !! ३) बहता देख, आँचल पे तेज़ाब, धरा... Poetry Writing Challenge · कविता · हाइकु 245 Share