Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2023 · 1 min read

माँ की याद – आँचल की ओट नहीं मिलती

माँ की याद
***

मिलता है बहुत कुछ आज नए जमाने में
फकत इस दिल को तसल्ली नहीं मिलती !
पेट तो जैसे तैसे भर लेता हूँ हर रोज़ मगर,
माँ तेरे सख्त हाथों की नरम रोटियाँ नहीं मिलती !!
*
तरकारियाँ तो असीम रखी होती है रसोईखाने में
मगर अब वो सिल-बट्टे की चटनी नहीं मिलती !
जब से छोडा घर-गाँव, शहर में चला आया हूँ मैं
रुमाल बंधी, खेत की मेढ़ रखी, रोटी नही मिलती !!
*
अक्सर करता हूँ सैर पाँच सितारा होटलों की
दिन मे स्वाद भी बहुत से चख लिया करता हूँ
तब याद आता है तेरे हाथों बना लज़ीज़ खाना
जिसे खाये बिना इस पेट की भूख नही मिटती !!
*
सब कुछ है मेरे पास फिर भी कंगला लगता हूँ
जब तक तेरे आशीषो की दौलत नहीं मिलती !
जरूर कुछ तो बात है माँ तेरे हाथों के जादू में,
हर पल इन्हें छूने की दिल से चाहत नहीं मिटती !!
*
जब कभी भी करता हूँ याद बीते हुए बचपन को,
सोचता हूँ वो फुर्सत की घड़ियाँ क्यूँ नही मिलती,
रों उठता हूँ फफक-फफक कर जब भी अकेले में,
तब मुँह छुपाने को तेरे आँचल की ओट नहीं मिलती !!
!
!
!
स्वरचित : – डी. के. निवातिया

67 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*हम विफल लोग है*
*हम विफल लोग है*
पूर्वार्थ
3287.*पूर्णिका*
3287.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुलोचना
सुलोचना
Santosh kumar Miri
समंदर चाहते है किनारा कौन बनता है,
समंदर चाहते है किनारा कौन बनता है,
Vindhya Prakash Mishra
मेरे देश की मिट्टी
मेरे देश की मिट्टी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
जितना मिला है उतने में ही खुश रहो मेरे दोस्त
जितना मिला है उतने में ही खुश रहो मेरे दोस्त
कृष्णकांत गुर्जर
गीता जयंती
गीता जयंती
Satish Srijan
अनमोल आँसू
अनमोल आँसू
Awadhesh Singh
मां
मां
Dheerja Sharma
समय
समय
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चलो स्कूल
चलो स्कूल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हंसगति
हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
विश्व पुस्तक मेला, दिल्ली 2023
विश्व पुस्तक मेला, दिल्ली 2023
Shashi Dhar Kumar
नौकरी
नौकरी
Rajendra Kushwaha
कौन किसी को बेवजह ,
कौन किसी को बेवजह ,
sushil sarna
👍
👍
*प्रणय प्रभात*
ସାଧୁ ସଙ୍ଗ
ସାଧୁ ସଙ୍ଗ
Bidyadhar Mantry
"फूल बिखेरता हुआ"
Dr. Kishan tandon kranti
एक दिन जब न रूप होगा,न धन, न बल,
एक दिन जब न रूप होगा,न धन, न बल,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
तुमसे रूठने का सवाल ही नहीं है ...
तुमसे रूठने का सवाल ही नहीं है ...
SURYA PRAKASH SHARMA
बलात्कार
बलात्कार
rkchaudhary2012
*इक क़ता*,,
*इक क़ता*,,
Neelofar Khan
जपू नित राधा - राधा नाम
जपू नित राधा - राधा नाम
Basant Bhagawan Roy
यात्राओं से अर्जित अनुभव ही एक लेखक की कलम की शब्द शक्ति , व
यात्राओं से अर्जित अनुभव ही एक लेखक की कलम की शब्द शक्ति , व
Shravan singh
लगी राम धुन हिया को
लगी राम धुन हिया को
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बहू और बेटी
बहू और बेटी
Mukesh Kumar Sonkar
दो शरारती गुड़िया
दो शरारती गुड़िया
Prabhudayal Raniwal
दरमियाँ
दरमियाँ
Dr. Rajeev Jain
जीवन संघर्ष
जीवन संघर्ष
Raju Gajbhiye
Loading...