Posts "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता 156 authors · 156 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr P K Shukla 15 Feb 2021 · 1 min read प्रेमान्तरण तेरा कायान्तरण ए मोहोब्बत कभी पलट तो करूं बयां तेरी कायापलट , तू कहीं राधा कहीं रुक्मणी कभी मीरा बन रही भटक । कभी घर की छतों छतों मिली और कहीं चौखट... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 33 904 Share Seema Verma 14 Feb 2021 · 1 min read आ सजन प्यार करूँ एक ख़त मोहब्बत के नाम प्रतियोगिता के लिए मेरी प्रविष्टि आ सजन प्यार करूंँ तेरी हसरतों को सजा संँवार कर अपने हाथों से दुलार करूंँ तेरी पलकों के रोएँ चूम... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 16 24 732 Share Rajni kapoor 14 Feb 2021 · 1 min read दर्द-ए-दिल बतलाना तो चाहा परंतु आपको दर्द -ए -दिल कभी बतलाया नहीं। जताना तो चाहा परंतु कभी आपने एहसास से आपको रूबरू करवाया नहीं। जिंदगी में हलचल सी मच गई थी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 26 838 Share रामनारायण कौरव 13 Feb 2021 · 1 min read कुछ खत मोहब्बत के कुछ खत मोहब्बत के कुछ खत मोहब्बत के, रखें मेरे पास, क्या पता तुमको कि वो कितने खास। पहला जब खत आया,प्यार से भरा, याद से उसकी अपना,दिल है हरा... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 28 418 Share Sandeep Raaz Anand 13 Feb 2021 · 1 min read ग़ज़ल बहुत उलझी हुई है जिंदगी अब। उपर से साथ में है शाइरी अब। मैं कितने रोज तक रोया करूंगा चलो न छोड़ते हैं आशिक़ी अब। दीवाना मर न जाए सामने... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 30 400 Share VEDANTA PATEL 13 Feb 2021 · 3 min read *** " एक और ख़त के इंतजार में........!!! " *** *** : कितने ख़त लिखा था मुझे , उसने.....! मेरे अबूझ दिल को रिझाने....! । थे ओ शायद आशिकी के , अज़ब-गज़ब अफ़साने परवाने......! । ख़तों में लिखे हर एक... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 64 492 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 13 Feb 2021 · 1 min read मुहब्बत के गीतों को मुहब्बत के गीतों को मुहब्बत के गीतों को लबों पर सजाये रखना यादों के चरागों को हमेशा जलाए रखना मुहब्बत के आशियाँ को सजाये रखना यादों का एक समंदर सजाये... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 36 903 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 13 Feb 2021 · 1 min read प्रेम की उलझन मन के गुलिस्ताँ में क्यूँ हरदम खलिश सी होती है, चुम्बिस है सर्द हवाओं में फिर भी सासों में तपिश सी होती है। अक्स तेरी मेरी आंखों के आइने में... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 27 464 Share AJAY PRASAD 12 Feb 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल पाती प्रेम भरी कोई लिखी ही नहीं मुझे मेरे जैसी कोई मिली ही नहीं । इज़हार न इकरार,न किसी से प्यार मेरी किस्मत में है आशिक़ी ही नहीं । फूलों... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 32 507 Share Arun Kumar 12 Feb 2021 · 1 min read लिखता रहा तुम्हें खत सुनकर अंतर्तम के मधु-स्वर, लिखता रहा तुम्हें खत प्रिये, लालित्य पदों के मनमोहक, शब्दसौष्ठव अदभुत संग नित। मन में उठी तरल तरंगों एवम, उरभाव उमंगित संवेगों का, सारांश उडेलता रहा... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 24 47 1k Share अंजनीत निज्जर 12 Feb 2021 · 1 min read ख़ास हो तुम वो एहसास कि ख़ास हो तुम, वो एहसास कि मेरे आसपास हो तुम, ज़िंदगी की भागदौड़ में, एक सकूँ भरा विश्राम हो तुम, थक कर हो जाऊँ चूर तपती दोपहरी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 51 575 Share Amit Prajapati 11 Feb 2021 · 1 min read मिलो तो सही ज़ख्म भर जाएंगे, तुम मिलो तो सही, दिन संवर जाएंगे, तुम मिलो तो सही, रास्ते में खड़े दो अधूरे सपन, एक घर जाएंगे तुम मिलो सही। "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 35 912 Share लक्की सिंह चौहान 11 Feb 2021 · 1 min read कुछ खत मोहब्बत के प्यार किसी लड़की से ही हो, यह तो जरुरी नही दोस्ती का गुलदस्ता भी, इस बाग से ही आता है। सनम के खत से ही प्यार की महक फूटे ऐसा... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 33 460 Share Vivek Ahuja 11 Feb 2021 · 1 min read खत "खत" मैंने उसे खत लिखा , यह सोच कर कि जवाब आएगा । मुझ बदनसीब के हिस्से में भी , शायद थोड़ा शबाब आएगा । उसने फाड़ कर फेंक दिया... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 38 704 Share Pt Sarvesh Yadav 11 Feb 2021 · 1 min read मैं इश्कबाज़ नहीं हे रूप मंजरी देख तुम्हें मन में ना कोई भाव जगा मैं व्यक्ति सिद्धांतवादी हूँ अपने पर ज़्यादा भाव ना खा हाँ देख लेता कभी तुम्हें पर मैं इश्कबाज़ नहीं... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 105 495 Share jyoti jwala 11 Feb 2021 · 1 min read प्रेम भँवर मनमोहक है प्रेम की भाषा प्यारी लगती कानों को अपना- सा एहसास कराती ये मधुरस बेगानों को, कभी बहे जीवन में जैसे प्रेम की सरिता, प्रेम सरोवर अमर लगे हर... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 53 492 Share Pankaj Kumar 11 Feb 2021 · 1 min read सवाल नहीं पूछता।। किन किन को सीखा दी मोहब्बत, मैं उनका पता नहीं पूछता। कितनों ने ले लिया जाम तुम्हारी बेवफ़ाई से, मैं मयखानों का पता नहीं पूछता। दोस्त रखो या चाहे किसी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 39 535 Share DeePak Patel 10 Feb 2021 · 1 min read मैंने पढ़ा वर्षों तुझे। मैंने पढ़ा वर्षों तुझे, तू भी मुझें कुछ देर पढ़, आ मेरे नज़दीक आ, मेरे जज्बातों के गीत पढ़, ताख पर रख दे सब, सौ किताबें प्यार की, आ मेरे... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 52 566 Share Anis Shah 10 Feb 2021 · 1 min read ख़त लिखे थे जो मुहब्बत में कभी उसने ग़ज़ल याद तेरी जो बसी दिल में भुलाता कैसे। पास दौलत है यही इसको लुटाता कैसे।। जीत तो जाता मगर फिर भी ख़ुदी हारा हूँ। जीत जाने की खुशी तुझसे... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 47 359 Share कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 10 Feb 2021 · 1 min read "तुम लौट आओ" " तुम लौट आओ" वो सुर्ख़ ग़ुलाब जो थामा था तुमने हाथ में संग-संग चलने का किया वायदा था चाँदनी रात में वो कसमें , वो वायदे मुझको सब कुछ... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 36 380 Share Ramesh Adheer 10 Feb 2021 · 2 min read प्रेम छब्बीसी प्रेम छब्बीसी """""""""""" प्रेम से बढ़के दुनियाँ में राहत नहीं प्रेम से बढ़के दुनियाँ में चाहत नहीं इक अनोखा ही दर्ज़ा रहा प्रेम का प्रेम जैसी जगत में इबारत नहीं... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 36 939 Share बलकार सिंह हरियाणवी 10 Feb 2021 · 1 min read मुलाकात नये साल का दूजा महिना, प्यार भरी मुलाकात लिखुं.... तेरे प्यार का ईसा नशा, ले कागज पे दो बात लिखुं.... पूनम जैसी हुई चांदनी, दिन को दिन या रात लिखुं....... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 18 42 614 Share सुषमा मलिक "अदब" 10 Feb 2021 · 1 min read अल्फाज तेरी मौहब्बत के छिटकी है हल्की चांदनी, रात का ये साया है! मेरी नशीली आंखों में,तेरा ही सुरूर छाया है! तेरे साथ बिता जो पल,वो फिर याद आया है! देख तेरी रंगत का... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 89 177 4k Share Priyanka Priyadarshini 10 Feb 2021 · 1 min read तेरे प्रेम से संपूर्ण मैं साजन तेरा और मेरा बंधन अटूट है हर पल मेरा श्रृगांर इसी से तो पूर्ण है तेरे स्पर्श से माथा की बिंदिया चमकती है सूरज की किरण जैसे ही उसे... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 30 46 1k Share शक्ति राव मणि 9 Feb 2021 · 1 min read वो तो इंकार कर गए मैं कर बैठा मोहब्बत उस रश्ते से , उन गलियों से यूं तो दीवारें कभी नापी ना थी उफान पर था दिल शायद इसलिए पार कर गए। लहजा जल्दी उठने... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 38 774 Share Shobha Yadav 9 Feb 2021 · 1 min read वोट का प्रेम दे दो राम दिला दो राम देने वाले राधे का श्याम मांगने आई वोट प्रेमी दे दो श्याम दिला दो प्रियतम प्रतियोगिता में शामिल प्रेमी वो है वोट प्रेमी तुम... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 35 382 Share पल्लव शर्मा 8 Feb 2021 · 1 min read वो कुछ ख़त वो तेरी इक हँसी पर जान मैंने अपनी वारी थी कि मेरा दिल उसी पल में तेरा होकर के माना था मेरे ज़ज़्बात लफ़्ज़ों में ज़ुबाँ तक आ न पाए... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 63 411 Share रमाकान्त पटेल 8 Feb 2021 · 1 min read दिल से दिल की बात करें... तेरी झुकी हुई पलकें कुछ वयां कर रहीं हैं प्यार है शायद मुझसे इसलिए शरमा रहीं हैं दो लफ्ज़ जो कहे तुमने उनको ही संजोए बैठा हूँ उस प्यारी सी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 82 966 Share Kailash singh 8 Feb 2021 · 1 min read मेरा इश्क सूफ़ियाना मेरे दिल को तेरा आशियाना कहूँ तो कुछ भी ज्यादा नही तुझे ज़िन्दगी नही मेरा जमाना कहूँ तो कुछ भी ज्यादा नही मुझे तो तेरे साये में सारी उम्र गुजारनी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 43 811 Share roopesh srivastava kafir 8 Feb 2021 · 2 min read तुम हो तो मैं हूँ ।। तुम हो तो मैं हूँ।। तेरा, मेरा हमसफर बन जाना, जैसे तमाम खुशियों का एक साथ जीवन में आ जाना। तेरे गोरे मुखड़े पे काली जुल्फों का बरबस बिखर... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 21 101 1k Share Sapna K S 7 Feb 2021 · 1 min read पर मेरा कोई जवाब न आया.... खत तो मैंने भेजा था उनको,पर मेरा कोई जवाब ना आया, हर खत पर अपना नाम लिखा था, पर मेरा कोई जवाब ना आया...... खत तो मैंने भेजा था उनको......... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 35 368 Share Yash Tanha Shayar Hu 7 Feb 2021 · 1 min read ख़त लिखने की वज़ह क्या है । सितम ज़माने के सह लेते है तनहा, पर कोई मेरी परछाई से पूछे।। तेरी रातों में छुपने की वजह क्या है ? अब तुम्हीं आकर बता जाओ , अब तेरे... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 34 457 Share Rashmi Porwal 7 Feb 2021 · 1 min read कुछ खत मोहब्बत के दिल आज भी मेरा तेरा हर पल इंतजार करता है, तुझे एक बार देखने के लिए मेरा दिल यूं ही आहे भरता है मुझे नहीं पता अब तू मेरे बारे... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 36 714 Share Ranjana Verma 7 Feb 2021 · 1 min read प्रेम की अनुभूति मेरा चेहरा हाथ में ले जब कहते हो न.... कि चाँद हूँ मैं तो जी चाहता है कह दूँ चाँद मैं नहीं तुम हों और.. और मैं तुम्हारी चाँदनी जो... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 39 866 Share Neha 7 Feb 2021 · 1 min read प्रीत जीवन उपवन में बसन्त का आगाज तुम हृदय में नव राग सा मधुर संगीत हो प्यासे नयनों में झरता झर प्रिये तुम मधुर स्मृतियों में सुखद अहसाह हो नीरस जीवन... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 27 38 1k Share Anoop 'Samar' 7 Feb 2021 · 1 min read उसके खत में... कुछ खता थी........उसके खत में! कुछ वफ़ा थी........उसके खत में! कुछ रज़ा थी........उसके खत में! कुछ सज़ा थी.......उसके खत में! बहुत कुछ अर्ज़ था...उसके खत में! ला-ईलाज़ मर्ज़ था....उसके खत... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 70 613 Share Diwakar Mahto 7 Feb 2021 · 1 min read इतनी खुबसुरत हो तुम Search Home Wall of Fame Write Post Competitions Notifications Diwakar Mahto Diwakar Mahto Dec 27, 2019 · कविता इतनी खुबसुरत हो तुम Edit Post Delete Post यकीन नहीं होता, यकीन... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 32 521 Share Manjul Manocha 7 Feb 2021 · 1 min read ज़ंज़ीर सी निगाहें मुज़रिम सा कैद कर लेतीं हैं मुझको ये तेरी ज़ंज़ीर सी निगांहें खामोश तो बस लब हैं तेरे इलज़ाम-ए-दीदार की सज़ा सुनाती हैं निगांहें गुनाह ये फिर भी बदस्तूर मैंने... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 46 409 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 6 Feb 2021 · 1 min read मेरा प्यार मेरा प्यार सीमा नही रखता अनन्त है उसका विस्तार । घने जंगल, नदियाँ ,पर्वत, मलय पवन, विस्तृत गगन निखिल सृष्टि में है अकिंचन । उसका अनोखा चुम्बन, सांझ सवेरे छोड... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 38 93 1k Share Pallavi Mishra 6 Feb 2021 · 1 min read ...याद है अपनी गलती मान कर मुझ को मनाना याद है मान जाऊँ मैं तो तेरा रूठ जाना याद है हाथ थामे चाँदनी में चलते जाना याद है तुम बताओ क्या तुम्हें... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 51 752 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 6 Feb 2021 · 1 min read प्रेम पत्र ये प्रेमपत्र नहीं मेरे दिल की ज़ुबां है दिल में जो कुछ है बस वही कहा है ना समझो तो इसमें कुछ भी नहीं है गर समझो तो साथ चलने... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 28 892 Share Pushp Lata 6 Feb 2021 · 1 min read प्यार की चिट्ठी जवानी में लिखी मैंने भी मित्रों प्यार की चिट्ठी मुसीबत ताक में बैठी बनी वह मार की चिट्ठी लिखे सपने हजारों थे, चुराकर नीद नैनों से नहीं भरता था मन... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 43 525 Share Daya Ram 6 Feb 2021 · 1 min read जीवन संगिनी निमित्त पत्र जीवन संगिनी निमित्त पत्र उस रात मेरे सपने में प्रिये दुर्गे दी दिखाई रे शान देख कर जगदम्बा की , सुध - बुध अपनी खोई रे अति आनन्द हर्ष ह्रदय... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 29 63 864 Share Asha Sharma 6 Feb 2021 · 2 min read कुछ अलग शब्दों में ...सागर सा प्रेम प्रेम दुनिया की सबसे बड़ी वस्तु है, न जाने कौन सा पल,प्रेम की सौगात बन जाए। मैं तुम्हारे बारे में कुछ अलग शब्दों मै लिखना चाहती हूं,तीमहरे अकेले के लिए... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 20 42 946 Share Arti Gupta 6 Feb 2021 · 0 min read . . "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 32 412 Share surenderpal vaidya 6 Feb 2021 · 1 min read ख़त लिखते रहना ख़त लिखते रहना ~~~~~~~~~~~~~~~~~ मत रुकना ख़त लिखते रहना। स्नेह भरी नदिया बन बहना। कलियों की कोमलता लेकर, तितली जैसी चंचलता भर। मदमाते महके शब्दों में, जो मन में आए... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 40 489 Share Krishna Kumar Mishra 6 Feb 2021 · 1 min read अमर प्रेम- (सवैया) जब था किशोर, मन उठता हिलोर खूब, मैं भी कई बार दिनभर में संवरता ... घर से निकलता था, कालेज में पढ़ने को, मन में मिलन की उमंग लिए फिरता... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 33 118 1k Share शिवम राव मणि 6 Feb 2021 · 1 min read ये वो शाम है यह वो शाम है, जब आफताब उफ्क़ के पीछे छुपता जाता है तो फलक के कई राज़ खोल देता है। जब नज़र के सामने, फलक का एक टुकड़ा हल्के नीले... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 67 474 Share Dhanraj Khatri 6 Feb 2021 · 1 min read कुछ खत मोहब्बत के कुछ खत मोहब्बत के लिखे हमने उनके नाम लिखा कागज पे और कलम ने दी उनको सलाम कुछ खत मोहब्बत के लिखे हमने उनके नाम वो खत ही थे उनके... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 35 488 Share अमिताभ कुमार 5 Feb 2021 · 1 min read ढाई आखड़ प्रेम किया है मैंने सच्चा प्रेम....... सिर्फ तुमसे कहीं उससे अधिक मीरा ने किया था कृष्ण से जितना राधा ने किया था श्याम से जितना शायद नहीं होगा नीर सागर... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 34 587 Share Page 1 Next