Posts "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता 156 authors · 156 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next अभिषेक जैन 'मोहसिन' 5 Feb 2021 · 1 min read मैं क्या हूँ मैं क्या हूँ तुम न समझ पाओगे जो अगर समझ गए कभी जिस दिन छोड़ा होगा उस दिन पर पछताओगे मैं तुम्हारे लिए खुद को बयां करता हूँ वरना मेरी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 37 402 Share नंदन पंडित 5 Feb 2021 · 1 min read नव जीवन जा तो रही हो छोड़ के मुझको, करके मरणासन्न यादों में नित आती रहना, बनकर नव जीवन । वे बचपन के खेल निराले सावन के झूले झटपट डालों पर जा... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 51 875 Share सुनीता महेन्द्रू 5 Feb 2021 · 1 min read क्या यही प्यार है....… क्या यही प्यार है...... करूं किसे बयां !!! उन खतों को या वो लम्हें…… मिले कुछ खत मोहब्बत के आज, मिल गए लम्हें मोहब्बत के ,तेरे मेरे आशियाना के, जब... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 24 53 1k Share के.आर.परमाल 'मयंक' 5 Feb 2021 · 1 min read बिरह का पंछी!! तुम्हारे बिरह की श़मा में जल रहा हूँ, तुम्हारी यादों के संग-संग चल रहा हूँ ! ख़लने लगा हूँ अब दोस्तों को अपने, सोचते हैं वे कि मैं बेढंग चल... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 57 975 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 5 Feb 2021 · 1 min read प्रेम गीत...(प्रेम) देखकर मुझको थोड़ा सा जो मुस्कराने लगे धीरे- धीरे वो मेरे दिल में उतर आने लगे ... जाने कैसा असर था मुझपे उन निगाहों का देखने लग भी गया... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 39 399 Share Arsh M Azeem 5 Feb 2021 · 1 min read खुलूसो ऐतबार मोहब्बत की पहचान होते हैं खुलूसो ऐतबार मोहब्बत की पहचान होते हैं मोहब्बत न हो जिनमें वो रिश्ते बेजान होते है सिर्फ नज़रों का मिल जाना ही मोहब्बत नहीं है मोहब्बत के भी कुछ उसूलो... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 45 521 Share Saurabh Chaudhary 5 Feb 2021 · 2 min read एक शब्द प्रेम का "एक शब्द प्रेम का" कल्पना करो कि प्रेम ना होता तो कैसा होता पृथ्वी पर जीवन? विचार करो कि प्रेम का भाव ना होता तो क्या इतना मूल्यवान होता जीवन?... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 66 514 Share Jyoti Prakash Rai 5 Feb 2021 · 1 min read ग़ज़ल मेरे महबूब मेरे प्यार के जज़्बात हो तुम पहली मां है मेरी दूसरी मुलाकात हो तुम ना जाने कितने अच्छे काम किए होंगे मैंने उन्हीं सकर्मो से मिली सौगात हो... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 35 704 Share Surinder blackpen 5 Feb 2021 · 1 min read मुकम्मल इश्क़ मुकम्मल होते ही बवाल होता है ये इश्क़। हो अधूरा तो बाकमाल होता है ये इश्क़। इसकी अदावतें कैसे हम बताये तुम्हें, एक पेचीदा सा सवाल होता है ये... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 77 623 Share Dimpal Khari 4 Feb 2021 · 1 min read कुछ ख़त महोब्बत के नाम .... अर्पण है तुझे ,समर्पण है तुझे मेरी जिंदगी के बसंत। यादों में तू,वादों में तू मेरे लफ्जो में तू है अनंत। मीत मेरे तू जीत मेरी, लागी हैं तुझसे प्रीत... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 46 508 Share विकास श्रीवास्तव 4 Feb 2021 · 1 min read "मिलन की आस" तुम जाओगी तो जाने न देंगे, जब भी रूठोगी कुछ गुनगुना देंगे, मुझे पता है तेरी सारी रहगुजरियाँ, कुछ तुमसे सीखेंगे कुछ सिखा देंगे। ऐसे क्यों नाराज़ होना हर बात... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 38 488 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 4 Feb 2021 · 1 min read गजल थी जिन्दगी किसी की याद में मैं इस कदर भूला जमाने को।। बताऊं तो तुम्हें कैसे रहा अब क्या बताने को।। लगी थी चोट दिल में पर दवा सिर में लगाता हूं।... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 54 537 Share Dr.Surbhi (Homoeopathic Doctor) 4 Feb 2021 · 1 min read प्रेम विरह के खत तू क्या जाने ओ रे ऊधो विरहा जीवन की ये तड़फ ऐसे धड़के मेरा जिया जैसे सावन भड़के तड़क-फड़क। उठती यौवन की चिंगारी जलादे उपवन धू धू धड़क-धड़क । बेबस... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 40 446 Share Shyam Sundar Subramanian 4 Feb 2021 · 1 min read प्रेम प्रेम एक लगन है , इसमें रहते प्रेमी मगन हैं , यह हृदय से हृदय का स्पंदन है , यह बुझाए ना बुझे वह अगन है , यह एक सतत... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 98 616 Share Sarita Pandey 4 Feb 2021 · 1 min read कुछ ख़त मोहब्बत के प्रिय (अज्ञात) कुछ ख़त मोहब्बत के लिखे तो थे तुम्हें मगर लिखकर फाड़ दिए। मन में इक अनजाना सा भय यही की तुम क्या सोचोगे मेरे व्यक्तित्व के बारें में?... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 47 626 Share जगदीश शर्मा सहज 4 Feb 2021 · 1 min read 'मधुवन जैसा तेरा यौवन' सुनकर कंगन नूपुर की धुन, मदहोश न अब मैं हो जाऊँ। तुम गीतों की आशा मेरी, जीवन की अभिलाषा मेरी। तुम खिलती धूप सुबह की हो, मैं प्रियदर्शन मैं खो... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 36 448 Share Minal Aggarwal 4 Feb 2021 · 1 min read प्रेम की अनमोल पूंजी जिसके मन में प्रेम भरा हो और जो हो प्रेम का सागर उसे जीवन में प्रेम न मिले तो उसका हश्र क्या होगा वह कृष्ण की भक्ति में डूबा मीरा... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 52 396 Share Roopali Sharma 4 Feb 2021 · 1 min read प्रेम प्रेम..... ना अल्फ़ाज़ों का मोहताज ना खामोशी का ग़ुलाम गुफ़्तगू से परे है प्रेम । ना तारीख़ों का गुलदस्ता ना तोहफ़े का फूल यादों का खूबसूरत बाग़ीचा है प्रेम ।... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 47 463 Share अमरेश मिश्र 'सरल' 4 Feb 2021 · 1 min read मोहब्बत के खत 'विरह' तुम्ही सर्वस्व थे मेरे यही बस बोल ना पाया तुम्हें मन के तराजू से कभी भी तोल ना पाया, तुम्हें अपना बनाना है यहां तक ठान बैठा था.. मुझे फिर,... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 69 193 1k Share Prithvi Singh Beniwal Bishnoi 4 Feb 2021 · 1 min read प्यार के ख़त ख़त और प्यार मिलकर खड़े हैं, ये तो आपस में सदियों से जुड़े हैं। ख़त का महत्व सदियों पुराना है, प्यार सही इसी से ही जाना है। अक्षर अक्षर में... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 40 550 Share SHYAM BIHARI MADHUR 4 Feb 2021 · 1 min read " मोहब्बत के दर्द " ढल गई उम्र सारी उसको मनाते - मनाते, मंज़िल की चाह में आरज़ू सजाते - सजाते। वफा की राहों में खुद ही निकली वो बेवफ़ा, रो पड़ा अंतर्मन भी नज़रें... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 40 470 Share PRATIK JANGID 4 Feb 2021 · 1 min read मेरा एक छोटा सा सपना है । मेरा एक छोटा सा सपना है । तुम्हारे संग तय करना, उस सपने का रस्ता है । गर्मियों की तिलमिलाती धूप हो जिसमे , और हो सर्दियों कि सर्द रातों... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 41 436 Share Sonu sugandh 3 Feb 2021 · 1 min read ईशक @पहले एहसास का बुखार बात उन दिनों कि जब महा विधालय मे मेरा आगमन हुआ, स्कूल मे पढाई के अलावा कही ध्यान न था, अपनी ही सहपाठी का भान न था। नैन से नैन... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 42 470 Share Vansh Agarwal 3 Feb 2021 · 1 min read वीरों का देशप्रेम... है नमन उनको सदा जो हौसलों से भरे हैं आंधी का रूप लेले कभी दुश्मनों से टकराते हैं। है नमन........ देश की खातिर चले जाए बंदूक तान कर चले जाए... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 59 729 Share Arvind trivedi 3 Feb 2021 · 1 min read नेह का भाव नैन तुमसे मिले जब, अधर सिल गए, मूक वाणी हुई दिल धड़कनें लगा | शून्यता थी भरी इस हृदय में शुभे ! घोर तम ने मुझे है डराया बहुत |... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 48 441 Share Pappu Kumar Shetty 3 Feb 2021 · 1 min read जिंदगी बदलते खत समय की चाल से कदम मिलाकर। अपनी मस्ती में चलते थे खत।। बहुत पीछे रह गया वह जमाना। जब जिंदगी बदलते थे खत।। अब हर घड़ी सोचता हूं मै ।... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 64 473 Share Ahtesham Ahmad 3 Feb 2021 · 1 min read दर्दे-ए-मुहब्बत बता मुहब्बत की कौन सी वो हसीं तुझे शाम दूँ। इक़बाल की नज़्म या मीर की ग़ज़ल तुझे नाम दूँ।। मेरे हाल-ए-दिल से है जो इस तरह बेख़बर तू। अब... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 73 694 Share rekha rani 3 Feb 2021 · 1 min read प्रेम की पाती मैंने प्रेम की पाती लिखी है, तुमको जीवन साथी लिखी है। कोरा कागज़ है मन मेरा नाम लिखा है जिस पर तेरा। भावों की लेकर के स्याही, प्रीत की मैंने... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 45 693 Share कविता झा ‘गीत’ 3 Feb 2021 · 1 min read जब तुम मिलोगे प्रिय! कैसे भर नयन उठा तुझे देखूँगी, संकोच से हृदय भार कैसे सम्भालूँगी, इन अश्रुओं से तेरे पाँव पखारूँगी, अपने स्पंदन को कैसे रोक पाऊँगी, जब तुम मिलोगे प्रिय! तेरा बाट... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 30 56 770 Share Manu Vashistha 3 Feb 2021 · 1 min read बहुत खास हो तुम! हां बहुत खास हो तुम दिल के बहुत पास हो तुम! सूरज की पहली किरण भोर की नई उजास हो तुम! ये प्यार, इश्क, मुहब्बत जीवन का आभास हो तुम!... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 50 435 Share Radha jha 3 Feb 2021 · 1 min read अनोखा एहसास त्यागा मैने दुनिया सारी, त्यागी लोक लाज सभी। अपने हि परछाईं में, जब ढुढ़ने लगी मैं तुम्हें, तब जा के एहसास हुआ, शायद कोई रिश्ता है नया, पहले भी ना... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 59 424 Share V.k.Viraz 3 Feb 2021 · 1 min read *कुछ खत मोहोब्बत के * पैसों के दौर में हम ग़रीब लगे उसे। शायद इसलिए वो हमसे नज़रें चुराकर गई। निभा न सके हम उससे जिस्मानी मोहब्बत शायद इसलिए वो हमसे हाँथ छुड़ाकर गई। प्यार... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 71 403 Share पूनम झा 'प्रथमा' 3 Feb 2021 · 1 min read आओ अधरामृत पान करें "आओ अधरामृत पान करें " ------------------------ मैं छल प्रपंच न जानूँ प्रिये, उर प्रीत को ही मानूँ प्रिये, प्रणय अधर पर है लहराई मिलकर इसका सम्मान करें, आओ अधरामृत पान... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 51 633 Share Arun Warikoo 3 Feb 2021 · 1 min read इजहार-ए-मोहब्बत आँखें हैं या मय का प्याला तुमने कैसा जादू डाला यूँ तो हम पीते नहीं फिर क्यों नशे मैं रहने लगे अहसास नहीं दिन है या रात क्या तुमसे मोहब्बत... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 54 357 Share Vikram soni 3 Feb 2021 · 1 min read कुछ खत मुहब्बत के मै कहां कभी उनकी यादों में हूँ फिर 'खत मुहब्बत का' देकर ही कैसे आता वो रानी जिस सतरंज की थी, मै महज पयादो में हूँ। उन लिफ़ाफ़ों की तरह,... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 53 852 Share Javed Qamer 3 Feb 2021 · 1 min read कुछ ख़त मुहब्बत के ग़ज़ल जिस पे तेरा करम यार है। फिर कहाँ उस को ग़म यार है। हर घङी तू ने हर हाल में। मेरा रक्खा भरम यार है। मंजिले-इश्क़ में राहबर। तेरा... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 54 464 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Feb 2021 · 1 min read #कुछ खत मौहब्बत के मन कर रहा आज यह मेरा... मन कर रहा आज ये मेरा ख़त एक तुम्हारे नाम लिखूँ बिन तुम्हारे कट रहीं कैसे मेरी सुबहें औ शाम लिखूँ आए हर पल... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 65 402 Share मृत्युंजय कुमार 2 Feb 2021 · 1 min read कुछ खत हमारे मोहब्बत के कुछ खत मेरे मोहब्बत के जो मैने तुमको लिखा था कुछ खत तेरे मोहब्बत के जो तुमने मुझको लिखा था वो दिन थे खूब मोहब्बत के जब मैने तुमको देखा... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 22 73 565 Share जगदीश लववंशी 2 Feb 2021 · 1 min read तेरे प्यार ने बना दिया कवि... कुछ खत हमने भी लिखें , मोहब्बत के नाम। ऐसा स्नेह था दिल में, प्रेम लिया था थाम ।। यादों में आती एक सुंदर बाला, जिसके था चेहरे पर तिल... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 51 507 Share Simmy Hasan 2 Feb 2021 · 1 min read नाम तुम्हारे नाम तुम्हारे ख़त लिखना था, दिल का हाल बयां करना था.. लिखना था अच्छे लगते हो, जज़्बातों के सच्चे लगते हो... याद तुम्हारी क्यों आती है? आँखों को अच्छे लगते... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 19 50 888 Share Mamta Rani 2 Feb 2021 · 1 min read रिश्ता ये प्यार का मीत बनके जिंदगी की राहों में साथ निभाना दिल से दिल मिले ऐसे मन में ऐसा प्रेम जगाना सच्चे दिल से जब तुमने लिखा प्रेम एहसास का प्रीत प्रेम की... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 48 508 Share मनोज कुमार सामरिया “मनु" 2 Feb 2021 · 1 min read प्रेम पथिक वह प्रेम पथिक कहलाता है ... जो चुप चुप आँसू पी -पी कर , संताप विरह का सह जाता। अपने प्रियतम के तन मन की जो बिन लब खोले कह... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 46 582 Share विजय कुमार नामदेव 2 Feb 2021 · 1 min read तुम्हारा अभिनन्दन है मैं तुमको पाने भाग रहा, जीवन की आपाधापी में।। तुम अब आई हो प्रिये, तुम्हारा अभिनंदन है।। जाने कितनी व्यथा समेटे, जंगल सहरा छान दिए। जो नफरत के लायक ना... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 45 416 Share Neerja Sharma 2 Feb 2021 · 1 min read हमसफर हमसफर प्रेम की सीढ़ी हमसफर मेरे गर तुम हो साथ बन जाती हर बात पूरी होती आस। सुख में मैं चहकूँ दुख भी सह जाऊँ धूप छाँव जीवन के एक... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 28 60 688 Share अशोक सोनी 2 Feb 2021 · 1 min read पाती संग - संग उड़ आने दो खोल दिए सारे वातायन खोल दिए हैं हृदय के द्वार पाती संग - संग उड़ आने दो सहज सरल औ निश्छल प्यार । सुख सपनों की रखवाली में हमने कितने... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 56 630 Share Naresh Sagar 2 Feb 2021 · 1 min read मुस्कुराती चिट्ठियां ग़ज़ल .... मुस्कुराती चिट्ठियां *************** दिल जिगर से भी प्यारी, हैं तुम्हारी चिट्टियां। जान जाती लौट आती,पा तुम्हारी चिट्टियां।। घेर लेती है कभी जब, गम- ए- तन्हाई हमें। गुदगुदाती- खिलखिलाती,... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 21 84 972 Share Neelesh Malviya “Neelkanth” 2 Feb 2021 · 1 min read वो और मैं.. वो कोमल फूल के जैसी है, मैं निर्मम तेज सा कांटा हूं, वो सबको बहुत लुभाती है, मैं बस घायल कर जाता हूं... वो जंगल की इक मैना है, मैं... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 46 476 Share kumar ashok3 2 Feb 2021 · 1 min read यह मेरे भी कुछ ख़त मोह्हबत क़े नाम यह मेरे भी कुछ ख़त मोह्हबत के नाम ना उसका पता मालूम नाम है गुमनाम यह मेरे भी कुछ ख़त... सूखे गुलाब की पत्तियां याद दिलाती है प्यार में जिंदगी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 47 554 Share Bhartendra Sharma 2 Feb 2021 · 5 min read अधूरा पर पूर्ण प्यार ना कवि ना कोई लेखक हूँ, पर कुछ पंक्ति लिख लेता हूं.. ना रस लोलूप भंवरे जैसा पर सौम्य कली लख लेता हूं.. जीवन का मार्ग अनिश्चित है, इसमें कुछ... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 29 165 948 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Feb 2021 · 1 min read प्रेम पत्र ------ग़ज़ल------ अब अयाँ इश्क़ करता हूँ ऐ जानेमन ख़त मुहब्बत के लिखता हूँ ऐ जानेमन जब से देखा हूँ तुमको तभी से सनम हर घड़ी बस तड़पता हूँ ऐ जानेमन... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 55 914 Share Previous Page 2 Next