4942.*पूर्णिका*
4942.*पूर्णिका*
🌷 समस्याओं का जंजाल यहाँ 🌷
22 22 22 22
समस्याओं का जंजाल यहाँ ।
रहते कैसे खुशहाल यहाँ ।।
देते हरदम प्यार जिसे हम ।
सच कहते चलते चाल यहाँ ।।
फितरत अपनी देखो सुंदर।
करते हैं देख कमाल यहाँ ।।
काँटों से भी यारी रखते।
दे खुशियाँ सजन सुकाल यहाँ ।।
समझा जिसने हमको खेदू।
जीवन मस्त रोज धमाल यहाँ ।।
……..✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
12-11-2024मंगलवार