Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Mar 2024 · 1 min read

3158.*पूर्णिका*

3158.*पूर्णिका*
🌷 जीवन का आधार है पानी🌷
22 22 212 22
जीवन का आधार है पानी ।
करता सच उपकार है पानी ।।
कलकल करती नदी देखो।
सागर का संसार है पानी ।।
पाप मिटे यूं नेकियों से अब ।
अपना पुण्य संस्कार है पानी ।।
प्यास बुझे सबकी यहाँ हरदम।
करता बेड़ापार है पानी ।।
व्यर्थ न बहे ये एक बूंद यहाँ ।
खुशियों का करतार है पानी ।।
सोच बड़े मंजिल बड़ी खेदू।
कह सपना साकार है पानी ।।

……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
22-03-2024शुक्रवार
(विश्व जल दिवस)

41 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आदमी हैं जी
आदमी हैं जी
Neeraj Agarwal
कुछ उत्तम विचार.............
कुछ उत्तम विचार.............
विमला महरिया मौज
बेऔलाद ही ठीक है यारों, हॉं ऐसी औलाद से
बेऔलाद ही ठीक है यारों, हॉं ऐसी औलाद से
gurudeenverma198
भय आपको सत्य से दूर करता है, चाहे वो स्वयं से ही भय क्यों न
भय आपको सत्य से दूर करता है, चाहे वो स्वयं से ही भय क्यों न
Ravikesh Jha
बन्द‌ है दरवाजा सपने बाहर खड़े हैं
बन्द‌ है दरवाजा सपने बाहर खड़े हैं
Upasana Upadhyay
क्या यही है हिन्दी-ग़ज़ल? *रमेशराज
क्या यही है हिन्दी-ग़ज़ल? *रमेशराज
कवि रमेशराज
ये कटेगा
ये कटेगा
शेखर सिंह
हम ही हैं पहचान हमारी जाति हैं लोधी.
हम ही हैं पहचान हमारी जाति हैं लोधी.
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
स्वयं में ईश्वर को देखना ध्यान है,
स्वयं में ईश्वर को देखना ध्यान है,
Suneel Pushkarna
मर्यादापुरुषोतम श्री राम
मर्यादापुरुषोतम श्री राम
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
निर्वात का साथी🙏
निर्वात का साथी🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
समाप्त वर्ष 2023 मे अगर मैने किसी का मन व्यवहार वाणी से किसी
समाप्त वर्ष 2023 मे अगर मैने किसी का मन व्यवहार वाणी से किसी
Ranjeet kumar patre
अपने किरदार में
अपने किरदार में
Dr fauzia Naseem shad
गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई
गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आया फागुन मदभरा, खिले लिली के फूल (कुंडलिया)*
आया फागुन मदभरा, खिले लिली के फूल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
शब्द : दो
शब्द : दो
abhishek rajak
🌹🌹हर्ट हैकर, हर्ट हैकर,हर्ट हैकर🌹🌹
🌹🌹हर्ट हैकर, हर्ट हैकर,हर्ट हैकर🌹🌹
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ये आज़ादी होती है क्या
ये आज़ादी होती है क्या
Paras Nath Jha
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
कवि दीपक बवेजा
शिव अराधना
शिव अराधना
नवीन जोशी 'नवल'
प्रभु नृसिंह जी
प्रभु नृसिंह जी
Anil chobisa
3127.*पूर्णिका*
3127.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
माँ को अर्पित कुछ दोहे. . . .
माँ को अर्पित कुछ दोहे. . . .
sushil sarna
"असल बीमारी"
Dr. Kishan tandon kranti
■ कितना वदल गया परिवेश।।😢😢
■ कितना वदल गया परिवेश।।😢😢
*Author प्रणय प्रभात*
शाम हो गई है अब हम क्या करें...
शाम हो गई है अब हम क्या करें...
राहुल रायकवार जज़्बाती
*क्रोध की गाज*
*क्रोध की गाज*
Buddha Prakash
जो कहना है खुल के कह दे....
जो कहना है खुल के कह दे....
Shubham Pandey (S P)
यात्राएं करो और किसी को मत बताओ
यात्राएं करो और किसी को मत बताओ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Loading...