Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2024 · 1 min read

यात्राएं करो और किसी को मत बताओ

यात्राएं करो और किसी को मत बताओ
एक सच्ची मोहब्बत को जियो और किसी को मत बताओ
खुश रहकर जियो और किसी को मत बताओ
लोग सुन्दर चीज़ों को तबाह कर देते हैं

~विमल

1 Like · 31 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
* मिल बढ़ो आगे *
* मिल बढ़ो आगे *
surenderpal vaidya
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"चलना"
Dr. Kishan tandon kranti
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Pratibha Pandey
Perfection, a word which cannot be described within the boun
Perfection, a word which cannot be described within the boun
Sukoon
मातृस्वरूपा प्रकृति
मातृस्वरूपा प्रकृति
ऋचा पाठक पंत
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
Mahender Singh
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
🌱कर्तव्य बोध🌱
🌱कर्तव्य बोध🌱
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
भारत कभी रहा होगा कृषि प्रधान देश
भारत कभी रहा होगा कृषि प्रधान देश
शेखर सिंह
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
Dr. Upasana Pandey
दुकान वाली बुढ़िया
दुकान वाली बुढ़िया
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
दिल का खेल
दिल का खेल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
आपात स्थिति में रक्तदान के लिए आमंत्रण देने हेतु सोशल मीडिया
आपात स्थिति में रक्तदान के लिए आमंत्रण देने हेतु सोशल मीडिया
*Author प्रणय प्रभात*
तू रुकना नहीं,तू थकना नहीं,तू हारना नहीं,तू मारना नहीं
तू रुकना नहीं,तू थकना नहीं,तू हारना नहीं,तू मारना नहीं
पूर्वार्थ
माँ मेरी परिकल्पना
माँ मेरी परिकल्पना
Dr Manju Saini
स्थापित भय अभिशाप
स्थापित भय अभिशाप
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
अक्सर यूं कहते हैं लोग
अक्सर यूं कहते हैं लोग
Harminder Kaur
*पहले घायल करता तन को, फिर मरघट ले जाता है (हिंदी गजल)*
*पहले घायल करता तन को, फिर मरघट ले जाता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कविता
कविता
Shiva Awasthi
मौसम का क्या मिजाज है मत पूछिए जनाब।
मौसम का क्या मिजाज है मत पूछिए जनाब।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ये साल बीत गया पर वो मंज़र याद रहेगा
ये साल बीत गया पर वो मंज़र याद रहेगा
Keshav kishor Kumar
मातृशक्ति को नमन
मातृशक्ति को नमन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
झुंड
झुंड
Rekha Drolia
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
12) “पृथ्वी का सम्मान”
12) “पृथ्वी का सम्मान”
Sapna Arora
सूनी बगिया हुई विरान ?
सूनी बगिया हुई विरान ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
प्रेम और आदर
प्रेम और आदर
ओंकार मिश्र
💐प्रेम कौतुक-286💐
💐प्रेम कौतुक-286💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Loading...