3057.*पूर्णिका*
3057.*पूर्णिका*
🌷 अपनों में शामिल किया है🌷
22 22 2122
अपनों में शामिल किया है ।
आज तुझे हासिल किया है ।।
बदली है दुनिया जहाँ अब।
बात यहाँ तामिल किया है ।।
खेल समझ करते तमाशा ।
दरियादिल साहिल किया है ।।
नफरत की दीवार तोड़े ।
मुहब्बत से कामिल किया है ।।
राह नई खेदू दिखाते ।।
खुद को सच काबिल किया है ।।
…….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
29-02-2024गुरुवार