2672.*पूर्णिका*
2672.*पूर्णिका*
साथ कोई निभा जाते
212 212 22
साथ कोई निभा जाते।
प्यार अपना दिखा जाते ।।
दौर है अब नया देखो।
वक्त यहाँ सब बिता जाते ।।
आज मिलती नहीं मंजिल ।
राह चलते सिखा जाते ।।
चाहते ये जहाँ सब कुछ ।
कर्ज सभी हम चुका जाते।।
हार माना नहीं खेदू ।
चमन हरदम सजा जाते ।।
……..✍डॉ .खेदू भारती “सत्येश”
03-11-23 शुक्रवार