Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2023 · 1 min read

2642.पूर्णिका

2642.पूर्णिका
🌷जिंदगी का मजा लीजिए 🌷
212 212 212
जिंदगी का मजा लीजिए ।
बेवजह ना सजा दीजिए ।।
हाल अपना बुरा क्या कहे।
प्यार से दिल रजा कीजिए ।।
हसरतें हम रखें जो यहाँ ।
ना खता ना कजा कीजिए ।।
सफर अपना कटे हमसफर।
साज दिलकश बजा लीजिए ।।
ये मस्ती मौज खेदू करें।
चमन अपना सजा लीजिए ।।
…….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
27-10-2023शुक्रवार

103 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं प्रेम लिखूं जब कागज़ पर।
मैं प्रेम लिखूं जब कागज़ पर।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
युग युवा
युग युवा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
शिक्षा तो पाई मगर, मिले नहीं संस्कार
शिक्षा तो पाई मगर, मिले नहीं संस्कार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दीवानगी
दीवानगी
Shyam Sundar Subramanian
मैं कौन हूँ
मैं कौन हूँ
Sukoon
"शुद्ध हृदय सबके रहें,
*Author प्रणय प्रभात*
एक मैसेज सुबह करते है
एक मैसेज सुबह करते है
शेखर सिंह
...और फिर कदम दर कदम आगे बढ जाना है
...और फिर कदम दर कदम आगे बढ जाना है
'अशांत' शेखर
मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है। झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से। ❤️ नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर। मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं। ❤️
मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है। झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से। ❤️ नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर। मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*जीवन में जब कठिन समय से गुजर रहे हो,जब मन बैचेन अशांत हो गय
*जीवन में जब कठिन समय से गुजर रहे हो,जब मन बैचेन अशांत हो गय
Shashi kala vyas
2974.*पूर्णिका*
2974.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"A Dance of Desires"
Manisha Manjari
बड़ी मुश्किल है ये ज़िंदगी
बड़ी मुश्किल है ये ज़िंदगी
Vandna Thakur
नशा नाश की गैल हैं ।।
नशा नाश की गैल हैं ।।
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
मूक संवेदना
मूक संवेदना
Buddha Prakash
# डॉ अरुण कुमार शास्त्री
# डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
संभव की हदें जानने के लिए
संभव की हदें जानने के लिए
Dheerja Sharma
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
SURYA PRAKASH SHARMA
कविता - छत्रछाया
कविता - छत्रछाया
Vibha Jain
ग़ज़ल _रखोगे कब तलक जिंदा....
ग़ज़ल _रखोगे कब तलक जिंदा....
शायर देव मेहरानियां
🌻 *गुरु चरणों की धूल* 🌻
🌻 *गुरु चरणों की धूल* 🌻
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सत्य की खोज
सत्य की खोज
dks.lhp
नैन
नैन
TARAN VERMA
मै भी सुना सकता हूँ
मै भी सुना सकता हूँ
Anil chobisa
अपने बच्चों का नाम लिखावो स्कूल में
अपने बच्चों का नाम लिखावो स्कूल में
gurudeenverma198
हम भारतीयों की बात ही निराली है ....
हम भारतीयों की बात ही निराली है ....
ओनिका सेतिया 'अनु '
करते बर्बादी दिखे , भोजन की हर रोज (कुंडलिया)
करते बर्बादी दिखे , भोजन की हर रोज (कुंडलिया)
Ravi Prakash
मन
मन
Ajay Mishra
साधना से सिद्धि.....
साधना से सिद्धि.....
Santosh Soni
"रंग"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...