2638.पूर्णिका
2638.पूर्णिका
🌷कोई क्या करेंगे यहाँ 🌷
22 212 212
कोई क्या करेंगे यहाँ ।
गलती कर मरेंगे यहाँ ।।
चाहत चाँदनी रात की।
छंटा न बिखरेंगे यहाँ ।।
करते ढ़ालने की कोशिशें ।
वो ना खुद ढ़लेंगे यहाँ ।।
सागर की लहर देखते ।
साहिल बस बहेंगे यहाँ ।।
अब खेदू मुसाफिर चले ।
अपना ही कहेंगे यहाँ ।।
……..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
26-10-2023गुरुवार