Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2024 · 1 min read

17)”माँ”

सुगंध है फूल की आँचल में बिखेर रही,
तकलीफ़ में भी खोजी ख़ुशी,गोद में समेट रही।
ज़िंदगी वहीं जो लाड और दुलार ले,
मौन रह कर भी संवार रही प्यार से।
माँ…
लंबी यां चार दिन की साँसे, कोई परवाह नहीं,
प्यार की सुंदर डोर, गोद में सहला रही।
शब्द हैं जो अपने, सीमा में रह रहे,
मन के भाव जो कुछ न कह रहे।
मोह के धागे हैं बंधे, परवरिश से संझो रही,
टूट न जायें कतरा कतरा, हाथों से सहेज रही।
माँ…
सुख-दुख के सागर में बहती रही,
चाहत यही शेष है मन में,
ज़िंदगी चमकती हो भोर,
खिलखिलाता रहे हरेक छोर,
आस यह जगाती रही।
माँ…
दिन बीते और बीत रहे,
भावनाओं को सम्भालती माँ,
प्यासे हैं नयन, मन है विचलित,
यादों का दामन थामे है माँ,
साँसे नित पुकारती, ह्रदय को सहलाती,
स्वयं को दिलासा देती है माँ।
माँ…
✍🏻स्वरचित/मौलिक
सपना अरोरा।

Language: Hindi
212 Views
Books from Sapna Arora
View all

You may also like these posts

3705.💐 *पूर्णिका* 💐
3705.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मैं खोया हूँ मयखाने में...
मैं खोया हूँ मयखाने में...
रमाकान्त पटेल
एक खत जिंदगी के नाम
एक खत जिंदगी के नाम
पूर्वार्थ
*यह  ज़िंदगी  नही सरल है*
*यह ज़िंदगी नही सरल है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बिन काया के हो गये ‘नानक’ आखिरकार
बिन काया के हो गये ‘नानक’ आखिरकार
कवि रमेशराज
#ਦੋਸਤ
#ਦੋਸਤ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
कुम्भकर्ण वध
कुम्भकर्ण वध
Jalaj Dwivedi
चन्द्रमाँ
चन्द्रमाँ
Sarfaraz Ahmed Aasee
-शेखर सिंह
-शेखर सिंह
शेखर सिंह
दुख सहीले किसान हँईं
दुख सहीले किसान हँईं
आकाश महेशपुरी
सुनो जीतू,
सुनो जीतू,
Jitendra kumar
कुछ शब्द कुछ भाव कविता
कुछ शब्द कुछ भाव कविता
OM PRAKASH MEENA
"पहला चुम्बन"
Dr. Kishan tandon kranti
नफ़रत ने जगह ले ली अब तो,
नफ़रत ने जगह ले ली अब तो,
श्याम सांवरा
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
फिदरत
फिदरत
Swami Ganganiya
पानी बचाना है...
पानी बचाना है...
अरशद रसूल बदायूंनी
नींद
नींद
Kanchan Alok Malu
जिंदगी
जिंदगी
अखिलेश 'अखिल'
छाया युद्ध
छाया युद्ध
Otteri Selvakumar
How to Build a Healthy Relationship?
How to Build a Healthy Relationship?
Bindesh kumar jha
कागज़ की नाव सी, न हो जिन्दगी तेरी
कागज़ की नाव सी, न हो जिन्दगी तेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ऋतु गर्मी की आ गई,
ऋतु गर्मी की आ गई,
Vedha Singh
- बेड़ीया -
- बेड़ीया -
bharat gehlot
"कदम्ब की महिमा"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
लौट कर आने की अब होगी बात नहीं।
लौट कर आने की अब होगी बात नहीं।
Manisha Manjari
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#अमावसी_ग्रहण
#अमावसी_ग्रहण
*प्रणय*
हाँ ये सच है कि मैं उससे प्यार करता हूँ
हाँ ये सच है कि मैं उससे प्यार करता हूँ
Dr. Man Mohan Krishna
*भैया दूज विशेष है, भारत का त्यौहार (कुंडलिया)*
*भैया दूज विशेष है, भारत का त्यौहार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...