सुबह की नींद सबको प्यारी होती है।
मौन मंजिल मिली औ सफ़र मौन है ।
चंचल - मन पाता कहाँ , परमब्रह्म का बोध (कुंडलिया)
পৃথিবীর সবচেয়ে সুন্দর মেয়েদের
"एहसासों के दामन में तुम्हारी यादों की लाश पड़ी है,
लागे न जियरा अब मोरा इस गाँव में।
कुछ तेज हवाएं है, कुछ बर्फानी गलन!
Noone cares about your feelings...
सुबह की चाय हम सभी पीते हैं
“गुप्त रत्न”नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है,