✍️दरिया और समंदर✍️
✍️दरिया और समंदर✍️
………………………………………………………//
दरिया ने कब
किसकी है प्यास बुझाई ।
दरिया के सफर
ने तो केवल प्यास बढ़ाई ।।
दरिया पे ना लगाओ
तोहमत दलदल का ।
खुद भंवर में फंसकर
दर्द छुपाता है दिल का ।।
आपके तैराकी का हौंसला
दरिया पार कर जायेगा ।
उसके बवंडर से बचके
रहना वो घात कर जायेगा ।।
बचा के रखना अपने
गहरे आँखों के दरिया को ।
अश्क़ के समंदर में वो डूब गया तो
फिर कभी ना दोगी दिल दरिया को ।। ………………………………………………………//
✍️”अशांत”शेखर✍️
26/06/2022