समा गये हो तुम रूह में मेरी
देख वसीयत बिटिया खड़ी मुसकाय
आख़िरी इश्क़, प्यालों से करने दे साकी-
आलस्य एक ऐसी सर्द हवा जो व्यक्ति के जीवन को कुछ पल के लिए रा
देखिए मायका चाहे अमीर हो या गरीब
"सूर्य -- जो अस्त ही नहीं होता उसका उदय कैसे संभव है" ! .
रोमांटिक होना छिछोरा होना नहीं होता,
बिना दूरी तय किये हुए कही दूर आप नहीं पहुंच सकते
रफ़्ता रफ़्ता (एक नई ग़ज़ल)