Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Nov 2021 · 1 min read

काश !!..

काश ! कोई हमें बुलाता आवाज़ देकर ,
और अपने पास बैठता हाथ पकड़कर ,

जानने को वोह हमारा हाल-ऐ-दिल ,
पूछता हमसे बेहद ज़िद कर बार बार ।

काश ! कोई हमारी नब्ज़ पकड़ कर ,
हमारी तबियत का जायजा लेता पूछकर ।

वो पूछता ” तुम ठीक तो हो, कैसा है हाल ?
कह दो ना सब मत रखो कुछ छुपाकर ।

काश ! कोई हमारी पेशानी को पढ़कर ,
और कभी हमारी आँखों में झांक कर ।

जान लेता बिन कहे परेशानी का सबब ,
हमारी उदासी की फ़िक्र में रहता हर पहर ।

काश ! किसी के पास होता इतना वक्त ,
बैठकर हम घंटो बतियाते वक़्त-बेवक्त ।

कभी रूठना – मनाना ,कभी शिकवा-शिकायत .
पल में गुज़र जाता जिंदगी का बोझिल वक्त।

काश ! हमारी पलकों की नमी देखकर कोई ,
खुद भी शरीक होता हमारे गम में डूबकर ।

हमारी हँसी औ मुस्कान को वापिस पाने को ,
वोह सदा अपनी जी-जान लगा देता एक कर ।

काश ! हमारी हर उम्मीदों पर खरा उतरकर,
।हमारी हर ज़रूरत को तहे-दिल से समझकर ।

पूछता ”और कोई तुम्हारी आरजू है तो बताओ”
अपनी तमन्नाओ को ज़ाहिर करो दिल खोलकर .”

काश ! किसी को होती हमसे इतनी मुहोबत ,
अपने गुस्से औ गुरुर को कर देता रुखसत ।

हमारी कमियों ,कमजोरियों को वो छुपाता,
हमारे फन औ खूबियाँ को करता उजागर ।

मगर यह सब तो हैं ख्वाबों -ख्यालों की बातें ,
”काश ” तक ही तो सिमटी हैं सारी हसरतें ।

यह कडवी हकीक़त है ,ऐ अनु ! इतना समझ ले ,
इसी काश पर तमाम जिस्तें जीती है गम खाकर ।

3 Likes · 4 Comments · 520 Views
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all

You may also like these posts

Borders
Borders
Rajeev Dutta
*कोपल निकलने से पहले*
*कोपल निकलने से पहले*
Poonam Matia
*अवध  में  प्रभु  राम  पधारें है*
*अवध में प्रभु राम पधारें है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Teri yaadon mein aksar khoya rahtaa hu
Teri yaadon mein aksar khoya rahtaa hu
Amit Yadav
3943.💐 *पूर्णिका* 💐
3943.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Friendship Day
Friendship Day
Tushar Jagawat
sp102 ईश्वर ने इतना दिया
sp102 ईश्वर ने इतना दिया
Manoj Shrivastava
You relax on a plane, even though you don't know the pilot.
You relax on a plane, even though you don't know the pilot.
पूर्वार्थ
वो गली का मुहाना,वो नुक्कड़ की दुकान
वो गली का मुहाना,वो नुक्कड़ की दुकान
पं अंजू पांडेय अश्रु
क्या हैं हम...
क्या हैं हम...
हिमांशु Kulshrestha
आज सारे शब्द मेरे खामोश मन में विचार ही नहीं उमड़ते।
आज सारे शब्द मेरे खामोश मन में विचार ही नहीं उमड़ते।
Annu Gurjar
वक़्त
वक़्त
Dinesh Kumar Gangwar
शोभा वरनि न जाए, अयोध्या धाम की
शोभा वरनि न जाए, अयोध्या धाम की
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हासिल जहाँ को करके भी
हासिल जहाँ को करके भी
Dr fauzia Naseem shad
"मृतक" के परिवार को 51 लाख और "हत्यारे" को 3 साल की ख़ातिरदार
*प्रणय*
रस का सम्बन्ध विचार से
रस का सम्बन्ध विचार से
कवि रमेशराज
17रिश्तें
17रिश्तें
Dr .Shweta sood 'Madhu'
कभी चाँद को देखा तो कभी आपको देखा
कभी चाँद को देखा तो कभी आपको देखा
VINOD CHAUHAN
अगड़ों की पहचान क्या है : बुद्धशरण हंस
अगड़ों की पहचान क्या है : बुद्धशरण हंस
Dr MusafiR BaithA
सद् गणतंत्र सु दिवस मनाएं
सद् गणतंत्र सु दिवस मनाएं
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
- तुम बिन यह जिंदगी बेरंग हो गई है -
- तुम बिन यह जिंदगी बेरंग हो गई है -
bharat gehlot
कलयुग और रावण
कलयुग और रावण
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
" प्रार्थना "
Chunnu Lal Gupta
शीर्षक -आँखों का काजल!
शीर्षक -आँखों का काजल!
Sushma Singh
"चले आओ"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं उनके सँग में यदि रहता नहीं
मैं उनके सँग में यदि रहता नहीं
gurudeenverma198
प्रेम का इंतजार
प्रेम का इंतजार
Rahul Singh
* भीतर से रंगीन, शिष्टता ऊपर से पर लादी【हिंदी गजल/ गीति
* भीतर से रंगीन, शिष्टता ऊपर से पर लादी【हिंदी गजल/ गीति
Ravi Prakash
नमामि गंगे हर हर गंगे
नमामि गंगे हर हर गंगे
श्रीकृष्ण शुक्ल
तीन बुंदेली दोहा- #किवरिया / #किवरियाँ
तीन बुंदेली दोहा- #किवरिया / #किवरियाँ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...