बदल जाएगा तू इस हद तलक़ मैंने न सोचा था
खुद को मैंने कम उसे ज्यादा लिखा। जीस्त का हिस्सा उसे आधा लिखा। इश्क में उसके कृष्णा बन गया। प्यार में अपने उसे राधा लिखा
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तू सच में एक दिन लौट आएगी मुझे मालूम न था…
😊#The_One_man_army_of_my_life.…...
💐प्रेम कौतुक-257💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दोहे- चार क़दम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गारंटी सिर्फ़ प्राकृतिक और संवैधानिक
फ़ितरत-ए-दिल की मेहरबानी है ।
कुछ अनुभव एक उम्र दे जाते हैं ,
अपने आसपास "काम करने" वालों की कद्र करना सीखें...