Biography of Manish Mishra World Record Holder Journalist
व्यंग्य आपको सिखलाएगा
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
करम के नांगर ला भूत जोतय ।
यें सारे तजुर्बे, तालीम अब किस काम का
अमर स्वाधीनता सैनानी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
मुझे उन दिनों की बेफिक्री याद है कि किसी तोप
*रामपुर की अनूठी रामलीला*
मुझे भी लगा था कभी, मर्ज ऐ इश्क़,
वो ख्वाबों ख्यालों में मिलने लगे हैं।
बाल कविता: मुन्नी की मटकी
जब तक हमें अहंकार है हम कुछ स्वीकार नहीं कर सकते, और स्वयं क
देखिए अगर आज मंहगाई का ओलंपिक हो तो
किसी का कचरा किसी का खजाना होता है,
सर्द आसमां में दिखती हैं, अधूरे चाँद की अंगड़ाईयाँ