Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2017 · 1 min read

ज़िन्दगी भर मैं सफ़र में रहा

ज़िन्दगी भर मैं सफ़र में रहा
तन्हा रहा फिर भी जिंदा रहा

ज़िन्दगी बशर कर दी उनके इंतज़ार में
उनके आने की आस लिये जिन्दा रहा

हमनें कब माना था उन्हें अज़नबी
उनकी नज़र में अज़नबी बना रहा

कब देगी दस्तक़ दिल की खिड़कियों में
उनके लिए सदा दरवाज़ा खुला रहा

तमाम उम्र काट दी उनकी यादों तले
हर बार मर कर भी जिंदा होता रहा

आज नही तो कल बोलेगी, की तुम मेरे हो
मैं सदा उसके दो बोल सुनने को तरसता रहा

वो आयी कुछ इस तरह मेरी ज़िन्दगी में
आँखे खोली तो मुझे सपना खलता रहा

ज़िन्दगी भर हमसफ़र की तलाश में
ज़िन्दगी का सफर यूं ही कटता रहा

तमाम उम्र मैं ज़िंदा रहा तो रहा
अज़नबी के घर में पलता रहा

भूपेंद्र ने गुज़ार दी ज़िन्दगी यूं ही तलाश में
अज़नबी की यादों का सफर चलता रहा

भूपेंद्र रावत
13।08।2017

1 Like · 390 Views

You may also like these posts

यही बात समझने में आधी जिंदगी बीत गई
यही बात समझने में आधी जिंदगी बीत गई
Ashwini sharma
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
जीवन है चलने का नाम
जीवन है चलने का नाम
Ram Krishan Rastogi
मरती इंसानियत
मरती इंसानियत
Sonu sugandh
ठहर गया
ठहर गया
sushil sarna
दुनिया के डर से
दुनिया के डर से
Surinder blackpen
ये अमावस की रात तो गुजर जाएगी
ये अमावस की रात तो गुजर जाएगी
VINOD CHAUHAN
रामचरित मानस रचा
रामचरित मानस रचा
RAMESH SHARMA
हर इश्क में रूह रोता है
हर इश्क में रूह रोता है
Pratibha Pandey
घर का सूना चूल्हा
घर का सूना चूल्हा
C S Santoshi
पत्रकार की कलम देख डरे
पत्रकार की कलम देख डरे
Neeraj Mishra " नीर "
जीवन सत्य या मृत्यु। ~ रविकेश झा
जीवन सत्य या मृत्यु। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
एक कवि की कविता ही पूजा, यहाँ अपने देव को पाया
एक कवि की कविता ही पूजा, यहाँ अपने देव को पाया
Dr.Pratibha Prakash
इस ठग को क्या नाम दें
इस ठग को क्या नाम दें
gurudeenverma198
*मूलांक*
*मूलांक*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हां मैं उत्तर प्रदेश हूं,
हां मैं उत्तर प्रदेश हूं,
Anand Kumar
संवेदना की पहचान
संवेदना की पहचान
Dr. Vaishali Verma
खुशबू सी बिखरी हैं फ़िजा
खुशबू सी बिखरी हैं फ़िजा
Sunita
आज़ादी के दीवाने
आज़ादी के दीवाने
करन ''केसरा''
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
3176.*पूर्णिका*
3176.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"मदहोश"
Dr. Kishan tandon kranti
हार भी स्वीकार हो
हार भी स्वीकार हो
Dr fauzia Naseem shad
कौन सा जादू टोना करते बाबा जी।
कौन सा जादू टोना करते बाबा जी।
सत्य कुमार प्रेमी
भगवन तेरे भारत में ये, कैसी विपदा आई है....!
भगवन तेरे भारत में ये, कैसी विपदा आई है....!
पंकज परिंदा
ये इंसानी फ़ितरत है जनाब !
ये इंसानी फ़ितरत है जनाब !
पूर्वार्थ
प्यारे पापा
प्यारे पापा
अरशद रसूल बदायूंनी
प्रेम मोहब्बत इश्क के नाते जग में देखा है बहुतेरे,
प्रेम मोहब्बत इश्क के नाते जग में देखा है बहुतेरे,
Anamika Tiwari 'annpurna '
खुद में भी एटीट्यूड होना जरूरी है साथियों
खुद में भी एटीट्यूड होना जरूरी है साथियों
शेखर सिंह
अधूरा इश्क
अधूरा इश्क
सुशील भारती
Loading...