$ग़ज़ल
बहरे खफ़ीफ मुसद्दस मख़बून
#फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन
– 2122/1212/22
#ग़ज़ल
अब हमें आपकी ज़रूरत है
हाँ हमें आपसे मुहब्बत है
दिल तेरे बिन लगे नहीं मेरा
साथ तेरा दिले-हिफाज़त है
ज़िंदगी नूर आपसे मेरी
आपकी चाहती इनायत है
साथ तेरे हसीं नज़ारे हैं
आपसे ज़िंदगी सलामत है
शाम भी रात सह्र भी अब तो
प्यार की कर रही हिमायत है
हर अदा आपकी लुभाती है
रूप की तू लिखी कहावत है
शेर ग़ज़लें तुम्हीं लिखाती हो
यार प्रीतम लिखे इज़ाजत है
#आर.एस. ‘प्रीतम’
#सर्वाधिकार सुरक्षित #ग़ज़ल