Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 May 2021 · 1 min read

ग़ुरूर

वह आदमी जो मुस्कुरा रहा है,
किसलिए मेरे घर से जा रहा है,
अभी तो सूरज नहीं था निकला,
तूँ जुगनू फिर क्यों बुझा रहा है,
हुयी बारिशों से कमजोर छप्पर,
टपकती बूंदें मैं लाचार अक्सर,
जिनके भरोसे मुल्क की इज्ज़त,
तूँ उन्हीं की इज्जत घटा रहा है,
अभी तो सूरज नहीं था निकला,
तूँ जुगनू फिर क्यों बुझा रहा है,
हमारी वस्ल से रौनक जहां है,
जहां मिली हमें तनिक न रौनक,
उसी जहां में हमें सब जहां से,
तूँ इस क़दर जो मिटा रहा है,
अभी तो सूरज नहीं था निकला,
तूँ जुगनू फिर क्यों बुझा रहा है,

2 Likes · 351 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यार
यार
अखिलेश 'अखिल'
बुद्ध पूर्णिमा के पावन पर्व पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
बुद्ध पूर्णिमा के पावन पर्व पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
डा गजैसिह कर्दम
" तुम्हारी जुदाई में "
Aarti sirsat
रंजीत शुक्ल
रंजीत शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
रिटर्न गिफ्ट
रिटर्न गिफ्ट
विनोद सिल्ला
3221.*पूर्णिका*
3221.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नौका विहार
नौका विहार
Dr Parveen Thakur
चलो सत्य की राह में,
चलो सत्य की राह में,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सुन सको तो सुन लो
सुन सको तो सुन लो
Shekhar Chandra Mitra
दिल के अरमान मायूस पड़े हैं
दिल के अरमान मायूस पड़े हैं
Harminder Kaur
भारत का सिपाही
भारत का सिपाही
Rajesh
(10) मैं महासागर हूँ !
(10) मैं महासागर हूँ !
Kishore Nigam
बना दिया हमको ऐसा, जिंदगी की राहों ने
बना दिया हमको ऐसा, जिंदगी की राहों ने
gurudeenverma198
बिलकुल सच है, व्यस्तता एक मायाजाल,समय का खेल, मन का ही कंट्र
बिलकुल सच है, व्यस्तता एक मायाजाल,समय का खेल, मन का ही कंट्र
पूर्वार्थ
कुछ इस लिए भी आज वो मुझ पर बरस पड़ा
कुछ इस लिए भी आज वो मुझ पर बरस पड़ा
Aadarsh Dubey
एकतरफा सारे दुश्मन माफ किये जाऐं
एकतरफा सारे दुश्मन माफ किये जाऐं
Maroof aalam
ज़िंदगी बेजवाब रहने दो
ज़िंदगी बेजवाब रहने दो
Dr fauzia Naseem shad
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
बैरी डायबिटीज (हास्य कुंडलिया)
बैरी डायबिटीज (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
कागज़ की नाव सी, न हो जिन्दगी तेरी
कागज़ की नाव सी, न हो जिन्दगी तेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब कोई महिला किसी के सामने पूर्णतया नग्न हो जाए तो समझिए वह
जब कोई महिला किसी के सामने पूर्णतया नग्न हो जाए तो समझिए वह
Rj Anand Prajapati
स्टेटस
स्टेटस
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जल रहें हैं, जल पड़ेंगे और जल - जल   के जलेंगे
जल रहें हैं, जल पड़ेंगे और जल - जल के जलेंगे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मत देख कि कितनी बार  हम  तोड़े  जाते  हैं
मत देख कि कितनी बार हम तोड़े जाते हैं
Anil Mishra Prahari
बेटियां
बेटियां
Manu Vashistha
जल खारा सागर का
जल खारा सागर का
Dr Nisha nandini Bhartiya
जब से मेरी आशिकी,
जब से मेरी आशिकी,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"अनाज"
Dr. Kishan tandon kranti
कहीं चीखें मौहब्बत की सुनाई देंगी तुमको ।
कहीं चीखें मौहब्बत की सुनाई देंगी तुमको ।
Phool gufran
कविता -
कविता - "सर्दी की रातें"
Anand Sharma
Loading...