Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Dec 2020 · 1 min read

ग़म की बारिश में गाये दिवाना

दो घड़ी का है मौसम सुहाना
ग़म की बारिश में गाये दिवाना

है हंसी इश्क़ की तो घड़ी भर
उम्रभर को है ज़ालिम ज़माना

तान के सीना मैं भी खड़ा हूँ
आज क़ातिल का देखूँ निशाना

है खुला आसमां सर के ऊपर
मुफ़लिसों का कहाँ है ठिकाना

ये जहां सब जहाँ मेहमाँ हैं
जाने कब कौन होवे रवाना

191 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
View all
You may also like:
किस कदर
किस कदर
हिमांशु Kulshrestha
"आधुनिक नारी"
Ekta chitrangini
जीवन दुखों से भरा है जीवन के सभी पक्षों में दुख के बीज सम्मि
जीवन दुखों से भरा है जीवन के सभी पक्षों में दुख के बीज सम्मि
Ms.Ankit Halke jha
दर्द का बस एक
दर्द का बस एक
Dr fauzia Naseem shad
शिमला
शिमला
Dr Parveen Thakur
आधुनिक परिवेश में वर्तमान सामाजिक जीवन
आधुनिक परिवेश में वर्तमान सामाजिक जीवन
Shyam Sundar Subramanian
"फिर"
Dr. Kishan tandon kranti
" बेशुमार दौलत "
Chunnu Lal Gupta
2995.*पूर्णिका*
2995.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक चिडियाँ पिंजरे में 
एक चिडियाँ पिंजरे में 
Punam Pande
सबसे बढ़कर जगत में मानवता है धर्म।
सबसे बढ़कर जगत में मानवता है धर्म।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जिंदगी
जिंदगी
Neeraj Agarwal
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
Bodhisatva kastooriya
मजदूर दिवस पर विशेष
मजदूर दिवस पर विशेष
Harminder Kaur
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
*रायता फैलाना(हास्य व्यंग्य)*
*रायता फैलाना(हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
होली के हुड़दंग में ,
होली के हुड़दंग में ,
sushil sarna
स्त्री का सम्मान ही पुरुष की मर्दानगी है और
स्त्री का सम्मान ही पुरुष की मर्दानगी है और
Ranjeet kumar patre
वो कालेज वाले दिन
वो कालेज वाले दिन
Akash Yadav
औरत की नजर
औरत की नजर
Annu Gurjar
Be careful having relationships with people with no emotiona
Be careful having relationships with people with no emotiona
पूर्वार्थ
■समयोचित_संशोधन😊😊
■समयोचित_संशोधन😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
शक्ति की देवी दुर्गे माँ
शक्ति की देवी दुर्गे माँ
Satish Srijan
जीवन की बेल पर, सभी फल मीठे नहीं होते
जीवन की बेल पर, सभी फल मीठे नहीं होते
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बाल कविता: 2 चूहे मोटे मोटे (2 का पहाड़ा, शिक्षण गतिविधि)
बाल कविता: 2 चूहे मोटे मोटे (2 का पहाड़ा, शिक्षण गतिविधि)
Rajesh Kumar Arjun
जो मुस्किल में छोड़ जाए वो यार कैसा
जो मुस्किल में छोड़ जाए वो यार कैसा
Kumar lalit
जनमदिन तुम्हारा !!
जनमदिन तुम्हारा !!
Dhriti Mishra
हमेशा सही के साथ खड़े रहें,
हमेशा सही के साथ खड़े रहें,
नेताम आर सी
पाहन भी भगवान
पाहन भी भगवान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
*आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए*
*आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...