फूल,पत्ते, तृण, ताल, सबकुछ निखरा है
वो शख्स अब मेरा नहीं रहा,
তোমার চরণে ঠাঁই দাও আমায় আলতা করে
गुज़र गयी है जिंदगी की जो मुश्किल घड़ियां।।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मिलते तो बहुत है हमे भी चाहने वाले
हे नाथ आपकी परम कृपा से, उत्तम योनि पाई है।
ये सुबह खुशियों की पलक झपकते खो जाती हैं,
आज के लिए जिऊँ लक्ष्य ये नहीं मेरा।
23/176.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
जीवन के अंतिम दिनों में गौतम बुद्ध
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
💐प्रेम कौतुक-219💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अगर कभी किस्मत से किसी रास्ते पर टकराएंगे
सूरज
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
*अफसर की बाधा दूर हो गई (लघु कथा)*