“हौसले का इम्तहान”
जिन्दा रहना है या नहीं,
ये फैसला आपको ही करना है।
सिर्फ परेशानी ही नहीं
एक अवसर भी है संकट
कुछ नया करने का,
अपने लक्ष्य तक पहुँचने को
एक नई राह खोजने का।
संकट का मतलब
दुनिया खत्म होना नहीं है,
यह हौसले का इम्तहान है
एक नई शुरुआत करने के लिए।
समस्या चाहे कोई भी हों
मगर ये याद रखें
आपके भीतर कुछ ऐसा है
कि चुनौतियों का सामना करके
आपको महान विजेता बनाएगा,
सारे ब्रह्माण्ड में
आपका नाम रौशन कर जाएगा।
-डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
श्रेष्ठ लेखक के रूप में विश्व रिकॉर्ड में दर्ज।
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