#हौंसले
#हौंसले
“सामने पहाड़ हो,या मुश्किलें हज़ार हों,
तू हार मानना नहीं।
लहरों का उफान हो,या कोई उग्र तूफ़ान हो
तू हार मानना नहीं।
युद्ध की पुकार हो,या शत्रु का प्रहार हो
तू हार मानना नहीं।
सूर्य का प्रचंड ताप हो,या घोर अंधकार हो
तू हार मानना नहीं।
निशा तनिक लंबी सही,भोर भी धुंधली सही
तू हार मानना नहीं.।
मन के भ्रम उखाड़ तू ,शेर सा दहाड़ तू
तू हार मानना नहीं।
हौंसले बुलंद रख,ख़ुद पर यक़ीन रख
तू हार मानना नहीं।