होली आई, होली आई,
होली आई, होली आई,
रंगों की सौगात है लाई।।
ठंडक की हो गई विदाई,
ग्रीष्म ऋतु की प्रभा है छाई।
गुजिया और मिठाइयाँ खाई,
मानवता की लौ है जलाई।
होली आई, होली आई,
रंगों की सौगात है लाई।
बच्चों ने थामी पिचकारी,
गुब्बारों की मारामारी,
एक साल में होली आई,
सबने मिलकर खूब मनाई।
प्रेम प्यार की बोले बोली,
हमजोली संग खेलें होली,
होली आई, होली आई,
रंगों की सौगात है लाई।।