सच की क़ीमत
सच बोलने की हिम्मत
आजकल कितनों में है?
भेद खोलने की हिम्मत
आजकल कितनों में है?
जग को अमृत देने के लिए
खुशी-खुशी अपने रगों में!
ज़हर घोलने की हिम्मत
आजकल कितनों में है?
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