है माँ
हे माँ
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तू अवनि अवतारी
पर्वत की बाला
दुःख हरने वाली
जग कल्याणी
जय अम्बे जय जगदम्बे !!
तू सीता सावित्री
पार्वती विघ्नेश्वरी
भुनेश्वरी बाघम्बरी
चंडी चंडिका
मनसा महिमा
मनोकामना!!
तू अवनि अवतारी
पर्वत की बाला
दुःख हरने वाली
जग कल्याणी
जय अम्बे जय जगदम्बे !!
तू लक्ष्मी गौरी
शिवा वैष्णवी
रुक्मणि राधा
राधा ब्राह्मी
भाग्य विधाता !!
तू अवनि अवतारी
पर्वत की बाला
दुःख हरने वाली
जग कल्याणी
जय अम्बे जय जगदम्बे !!
तू माँ शारदा
स्वप्नेश्वरी वगलामुखी
कर्णिका काली
तू छाया माया
निद्रा क्वचिदपि
न भवति कुमाता !!
तू अवनि अवतारी
पर्वत की बाला
दुःख हरने वाली
जग कल्याणी
जय अम्बे जय जगदम्बे !!
तू रिद्धि सिद्धि
हरसिद्धि सत्य
सप्त श्रृंगी माता
तू कामाख्या
जग जननी
जग विख्याता !!
तू अवनि अवतारी
पर्वत की बाला
दुःख हरने वाली जग
कल्याणी जय
अम्बे जय जगदम्बे !!
तू सर्वेश्वरी कमलेश्वरी
ब्राह्मणी रुद्राणी
ज्वाला माता
दक्षिणेश्वर काली
महालक्मी
मुम्बा देवी धन धान्य
सुतान्यहम की दाता !!
तू अवनि अवतारी
पर्वत की बाला दुःख
हरने वाली जग
कल्याणी जय
अम्बे जय जगदम्बे !!
तू सुरेश्वरि अशुरेश्वरी
इंद्राणी करुणेश्वरी
माहेश्वरी दिगम्बरी
श्वेताम्बरी
ललितेश्वरी नारायणी
क्रोध छमा की माता !!
तू अवनि अवतारी
पर्वत की बाला दुःख
हरने वाली जग कल्याणी
जय अम्बे जय जगदम्बे !!
तू भ्रामरी भैरवी
शनिश्चरी मीनाक्षी
अनसूया धात्री
धारिणी जग
तारणी माता!!
तू अवनि अवतारी
पर्वत की बाला दुःख
हरने वाली जग
कल्याणी जय
अम्बे जय जगदम्बे !!
तू चिंत्तपूर्णी
छिन्नमस्तिका
सिद्धेश्वरी चामुंडा
चामुंडेश्वरी
रामेश्वरी मातेश्वरी !!
तू अवनि अवतारी
पर्वत की बाला
दुःख हरने वाली
जग कल्याणी
जय अम्बे जय जगदम्बे !!
नन्दलाल मणि त्रिपाठी (पीताम्बर )
शहर—गोरखपुर