हूरों की मल्लिका।
उनका हंसना क्या हुआ महफिल में जान आ गई।
हर नजर उठ गई इतनी मीठी आवाज कहां से आ गई।।
जिस जिस ने देखा चेहरा का उनका हुस्ने जमाल।
सबको यूं लगा जैसे हूरों की मल्लिका जन्नत से आ गई।।
✍✍ताज मोहम्मद✍✍
उनका हंसना क्या हुआ महफिल में जान आ गई।
हर नजर उठ गई इतनी मीठी आवाज कहां से आ गई।।
जिस जिस ने देखा चेहरा का उनका हुस्ने जमाल।
सबको यूं लगा जैसे हूरों की मल्लिका जन्नत से आ गई।।
✍✍ताज मोहम्मद✍✍