Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Sep 2023 · 1 min read

बस हम ही एक गलत हैं

सारी दुनिया यहाँ अच्छी है,
बुरे तो केवल हम ही हैं ।
यहाँ खुशी मिलता है,
सभी से सबको,
जमाना केवल हमसे दुःखी है ।।

पैदा किया परमात्मा ने,
सबको धर्मात्मा बनाकर ।
इसलिये सबका,जन्म हुआ इंसानों में,
बस एक राक्षस कुल का हम ही हैं,
जिसका जन्म हुआ शैतानों में ।।

यहाँ सभी के दिल में देशभक्ति है,
बस एक मेरे मन में गद्दारी है ।
काफी परेशान रहता है दिल यह सोचकर कि,
सारी दुनिया सच्ची है, झूठे केवल हम ही हैं,
सबकोई यही रटत है, बस हम ही एक गलत हैं ।।

अब ऐसी हालातों में,
हम किसको अपना मित्र बनायें,
किसको अपना ये दर्द दिखायें ।
यहाँ हाल हो रहा है कैसा मेरा,
हम किससे अपना हाल सुनायें ।।

हमारी बातों का यहाँ,
जब सच कोई मानेगा नहीं, सच्चाई कोई जानेगा नहीं ।
तो क्या फायदा है हमें, यहाँ किसी से मुँह लगाने का,
जब सबकोई यही रटत है कि, हम ही एक गलत हैं,
तो बस, हम खुद भी मान ही लें कि, हम ही एक गलत हैं, बस हम ही एक गलत हैं ।।

कवि – मनमोहन कृष्ण
तारीख – 11/09/2023
समय – 03 : 41 ( रात्रि )

Language: Hindi
1 Like · 182 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सफल हस्ती
सफल हस्ती
Praveen Sain
परवरिश
परवरिश
Dr. Pradeep Kumar Sharma
भैतिक सुखों का आनन्द लीजिए,
भैतिक सुखों का आनन्द लीजिए,
Satish Srijan
खुद ही परेशान हूँ मैं, अपने हाल-ऐ-मज़बूरी से
खुद ही परेशान हूँ मैं, अपने हाल-ऐ-मज़बूरी से
डी. के. निवातिया
वो हमसे पराये हो गये
वो हमसे पराये हो गये
Dr. Man Mohan Krishna
आदमी हैं जी
आदमी हैं जी
Neeraj Agarwal
फितरत
फितरत
Sukoon
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन
Raju Gajbhiye
मुद्दतों बाद खुद की बात अपने दिल से की है
मुद्दतों बाद खुद की बात अपने दिल से की है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जीवन संवाद
जीवन संवाद
Shyam Sundar Subramanian
चंद अशआर -ग़ज़ल
चंद अशआर -ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
चमकते तारों में हमने आपको,
चमकते तारों में हमने आपको,
Ashu Sharma
चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / मुसाफ़िर बैठा
चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
#शिवाजी_के_अल्फाज़
#शिवाजी_के_अल्फाज़
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
संवेदना सुप्त हैं
संवेदना सुप्त हैं
Namrata Sona
खो गयी हर इक तरावट,
खो गयी हर इक तरावट,
Prashant mishra (प्रशान्त मिश्रा मन)
■ पाठक लुप्त, लेखक शेष। मुग़ालते में आधी आबादी।
■ पाठक लुप्त, लेखक शेष। मुग़ालते में आधी आबादी।
*Author प्रणय प्रभात*
प्यारा-प्यारा है यह पंछी
प्यारा-प्यारा है यह पंछी
Suryakant Dwivedi
"लड़कर जीना"
Dr. Kishan tandon kranti
गंणतंत्रदिवस
गंणतंत्रदिवस
Bodhisatva kastooriya
माँ की छाया
माँ की छाया
Arti Bhadauria
नफ़रत
नफ़रत
विजय कुमार अग्रवाल
23/51.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/51.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चुप रहना ही खाशियत है इस दौर की
चुप रहना ही खाशियत है इस दौर की
डॉ. दीपक मेवाती
*रामलला का सूर्य तिलक*
*रामलला का सूर्य तिलक*
Ghanshyam Poddar
कोई पैग़ाम आएगा (नई ग़ज़ल) Vinit Singh Shayar
कोई पैग़ाम आएगा (नई ग़ज़ल) Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
उच्च पदों पर आसीन
उच्च पदों पर आसीन
Dr.Rashmi Mishra
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
फितरत जग में एक आईना🔥🌿🙏
फितरत जग में एक आईना🔥🌿🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
रिश्ते
रिश्ते
Punam Pande
Loading...