हुस्न वालों से ना पूछो गुरूर कितना है ।
हुस्न वालों से ना पूछो गुरूर कितना है ।
पीने वालों से ना पूछो सुरूर कितना है ।।
कभी सीने से लगो धड़कनें बता देंगी ।
हमारे दिल में मुहब्बत हुजूर कितना है ।।
प्रभु नाथ चतुर्वेदी” कश्यप “
हुस्न वालों से ना पूछो गुरूर कितना है ।
पीने वालों से ना पूछो सुरूर कितना है ।।
कभी सीने से लगो धड़कनें बता देंगी ।
हमारे दिल में मुहब्बत हुजूर कितना है ।।
प्रभु नाथ चतुर्वेदी” कश्यप “