Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2024 · 1 min read

“काश”

“काश”
हम कब्रों को देखते रह गए
जो ग़ज़ब की है मिसाल
एक दायरे में समाई सल्तनत
काश होती ऐसी कायनात

1 Like · 1 Comment · 25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
मानव पहले जान ले,तू जीवन  का सार
मानव पहले जान ले,तू जीवन का सार
Dr Archana Gupta
*स्वतंत्रता संग्राम के तपस्वी श्री सतीश चंद्र गुप्त एडवोकेट*
*स्वतंत्रता संग्राम के तपस्वी श्री सतीश चंद्र गुप्त एडवोकेट*
Ravi Prakash
वतन के तराने
वतन के तराने
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
*मेरे साथ तुम हो*
*मेरे साथ तुम हो*
Shashi kala vyas
*नासमझ*
*नासमझ*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
18)”योद्धा”
18)”योद्धा”
Sapna Arora
भजन
भजन
सुरेखा कादियान 'सृजना'
आंखन तिमिर बढ़ा,
आंखन तिमिर बढ़ा,
Mahender Singh
जी चाहता है रूठ जाऊँ मैं खुद से..
जी चाहता है रूठ जाऊँ मैं खुद से..
शोभा कुमारी
"तोता"
Dr. Kishan tandon kranti
बात जुबां से अब कौन निकाले
बात जुबां से अब कौन निकाले
Sandeep Pande
वो नौजवान राष्ट्रधर्म के लिए अड़ा रहा !
वो नौजवान राष्ट्रधर्म के लिए अड़ा रहा !
जगदीश शर्मा सहज
बाल कहानी- डर
बाल कहानी- डर
SHAMA PARVEEN
तेरे भीतर ही छिपा,
तेरे भीतर ही छिपा,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कुछ दर्द झलकते आँखों में,
कुछ दर्द झलकते आँखों में,
Neelam Sharma
आम जन को 80 दिनों का
आम जन को 80 दिनों का "प्रतिबंध-काल" मुबारक हो।
*Author प्रणय प्रभात*
हज़ारों साल
हज़ारों साल
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
दीवारें ऊँचीं हुईं, आँगन पर वीरान ।
दीवारें ऊँचीं हुईं, आँगन पर वीरान ।
Arvind trivedi
इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय ।
इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय ।
Manju sagar
हुस्न अगर बेवफा ना होता,
हुस्न अगर बेवफा ना होता,
Vishal babu (vishu)
तो क्या हुआ
तो क्या हुआ
Sûrëkhâ Rãthí
मतलबी किरदार
मतलबी किरदार
Aman Kumar Holy
💐प्रेम कौतुक-358💐
💐प्रेम कौतुक-358💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरी गुड़िया
मेरी गुड़िया
Kanchan Khanna
'हिंदी'
'हिंदी'
पंकज कुमार कर्ण
3058.*पूर्णिका*
3058.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्यार का रिश्ता
प्यार का रिश्ता
Surinder blackpen
फूल फूल और फूल
फूल फूल और फूल
SATPAL CHAUHAN
रमेशराज की चिड़िया विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की चिड़िया विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
"मन मेँ थोड़ा, गाँव लिए चल"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...